लखनऊ : ऑल टीचर्स इम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) के आह्वान पर बड़ी संख्या में शिक्षक शुक्रवार दोपहर सड़क पर उतर आए. इन्होंने शहीद स्मारक से पदयात्रा की शुरुआत की. इस दौरान भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई. पदयात्रा केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक निकाली गई. इस दौरान शिक्षकों कर्मचारियों की तरफ से पुरानी पेंशन बहाली से लेकर निजी करण के विरोध में नारेबाजी हुई.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कर्मचारी संगठन और शिक्षक अपनी मांगों को लेकर एकजुट हो गए हैं. ये संगठन निजीकरण रोकने और पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं. चुनाव से पहले शिक्षक-कर्मचारी के संयुक्त संगठन ऑल टीचर्स इम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन अटेवा आंदोलन करने की बात कह रहा है. दावा है कि प्रदेश भर में इस तरह के प्रदर्शन किए गए.
पदयात्रा में लखनऊ विश्वविद्यालय सहयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय की अगुवाई में बड़ी संख्या में शिक्षक शामिल हुए. उधर, लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की ओर से भी इस पदयात्रा को अपना समर्थन दिया गया. लखनऊ विश्वविद्यालय सहयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडे ने बताया कि पुरानी पेंशन शिक्षकों कर्मचारियों का हक है और उन्हें यह मिलना चाहिए.
संगठन की ओर से निजीकरण के विरोध और पुरानी पेंशन बहाली की मांग उठाई गई है.इस पदयात्रा में लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ, लखनऊ विश्वविद्यालय सहयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ, एनई रेलवे मेंस कांग्रेस, प्रोविंशियल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन यूपी, यूपी एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन, मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन एरिगेशन डिपार्टमेंट उप्र, यूपी को-ऑपरेटिव इंस्पेक्टर्स एसोसिएशन, यूपी लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन के साथ डार्करूम असिस्टेन्ट एसोसिएशन उप्र, राजकीय ऑप्टोमेट्रिस्ट एसोसिएशन उप्र, डिप्लोमा फॉर्मासिस्ट राजपत्रित अधिकारी एसोसिएशन, फॉर्मासिस्ट एसोसिएशन समेत अन्य संगठन शामिल है.