लखनऊ: प्रदेश के सबसे बड़े प्राविधिक विश्वविद्यालय एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के किस्से तो आपने खूब सुने होंगे, ताजा मामला पीएचडी कराने को लेकर एक प्रोफेसर द्वारा डेढ़ लाख रुपये घूस लेने का सामने आया है. हालांकि इस मसले पर कई बार सवालों के घेरे में रहे कुलपति विनय पाठक ने कार्रवाई करते हुए इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आईआईटी) के असिस्टेंट प्रोफेसर राजीव कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया है.
जानिए, पूरा मामला
- एकेटीयू कुलपति विनय पाठक ने प्रोफेसर राजीव कुमार सिंह को घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा.
- 29 जून को एक छात्र ने प्रोफेसर विनय पाठक को फोन करके डॉ. राजीव कुमार की शिकायत करते हुए घूस मांगने की बात कही, जिसके बाद वीसी ने जांच कराई.
- राजीव कुमार सिंह पर एक छात्र ने पीएचडी कराने के बदले डेढ़ लाख रुपये घूस लेने का आरोप लगाया था.
- जिसके बाद कुलपति ने जांच में असिस्टेंट प्रोफेसर को दोषी माना और कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया है.
जांच के तहत कुलपति ने औचक निरीक्षण किया व छात्र द्वारा बताए गए पते पर रात 10 बजे पहुंच. कुलपति के सामने ही छात्र ने प्रोफेसर को एक लिफाफा दिया और उस लिफाफे को प्रोफेसर ने अपने पास रख लिया, जिसके बाद वीसी ने लिफाफे के साथ असिस्टेंट प्रोफेसर राजीव कुमार को रंगे हाथ पकड़ा और कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया है.