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गन्ना मंत्री का दावा, अक्टूबर से संचालित होंगी पश्चिमी यूपी की चीनी मिलें

गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने कहा सरकार गन्ना किसानों के साथ है. कल गन्ने की कीमत में 25 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. अक्टूबर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सारी चीनी मिल भी शुरू हो जाएंगी. मत्री ने कहा कि भारत बंद प्रदेश में फ्लॉप रहा.

गन्ना मंत्री सुरेश राणा
गन्ना मंत्री सुरेश राणा
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Published : Sep 27, 2021, 4:47 PM IST

Updated : Sep 27, 2021, 5:09 PM IST

लखनऊ: गन्ना मंत्री सुरेश कुमार राणा (Sugarcane Minister Suresh Kumar Ran) ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों के हित में कई फैसले लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि गन्ना मूल्य भुगतान, चीनी मिलों का संचालन और उन्हें तकनीकी से जोड़ने का काम किया किया गया है. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने एक भी चीनी मिल बंद नहीं होने दिया. पिपराइच रमाला और मुंडेरवा में नई चीनी मिल स्थापित की गई हैं. मंत्री ने कहा कि अक्टूबर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सारी चीनी मिल शुरू हो जाएंगी.

मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि गन्ना किसानों के हितों पर योगी सरकार काम रही है. गन्ना भुगतान को लेकर योगी सरकार जब 2017 में आई 8 वर्षों का गन्ना भुगतान बकाया था जिसे योगी सरकार ने पूरा कराया है. उन्होंने कहा कि गन्ना किसान परिवारों की ओर से मैं मुख्यमंत्री का अभिनंदन करना चाहता हूं जो 25 रुपये की अभूतपूर्व वृद्धि की है. इस घोषणा से 4000 करोड़ रुपये की राहत सरकार ने दी है. सबसे अच्छी किस्म के गन्ने अगैती प्रजाति का 2016-17 में 52% उत्पादन था वह आज बढ़कर 97.9 प्रतिशत हो गया है. सामान्य प्रजाति के गन्ने की उपज मात्र 2% और अन्य प्रजाति अब मात्र .07% रह गई है.


सुरेश राणा ने कहा कि 2016-17 में गन्ने की पेराई पिछले 5 वर्षों में 2918 लाख टन था. योगी सरकार आते ही यह 8 लाख टन हेक्टेयर हो गई है. वह भी मात्र साढ़े 4 वर्ष में हुआ है. कोरोना काल में एक भी चीनी मिल नहीं बंद हुई, बल्कि 23 जून तक हमने चीनी मिलों को चलाया क्योंकि सीएम योगी ने कहा था जब तक गन्ने का आखिरी किसान भी अपना गन्ना नहीं पहुंचा देता तक तब तक चीनी मिलें चलेंगी. उन्होंने कहा कि खांडसारी से पिछले 25 साल में उत्तर प्रदेश में एक भी लाइसेंस नहीं जारी हुआ था. जो बाधाएं थी उसे योगी सरकार ने दूर करके 15 किलोमीटर से घटाकर के 7:30 किलोमीटर कर दिया, जिससे 270 खांडसारी इकाइयां और उत्तर प्रदेश में लगी हैं, जिन्हें नए लाइसेंस दिए गए हैं.
मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश चीनी के उत्पादन में नंबर एक पर है एथेनॉल के उत्पादन पर भी नंबर एक पर है.

इसे भी पढ़ें-योगी सरकार का किसानों को तोहफा, गन्ने के दाम में वृद्धि की घोषणा

गन्ना मंत्री ने कहा कि गन्ना किसानों को एक लाख 44 हजार करोड़ रुपये का भुगतान हुआ है. अभी किसानों का 49,00 करोड़ रुपये का भुगतान होना बाकी है. मंत्री ने कहा कि अक्टूबर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सारी चीनी मिल शुरू हो जाएंगी. भाजपा सांसद वरुण गांधी की चिट्ठी लिखे जाने पर गन्ना मंत्री कुछ नहीं बोले. बस इतना कहा कि सरकार में किसानों के हित में बहुत काम हुआ है. भारत बंद और किसान आंदोलन के सवाल पर मंत्री ने कहा कि भारत बंद प्रदेश में फ्लॉप रहा और सिर्फ कुछ लोग ही आंदोलन से जुड़े हैं बाकी किसानों का समर्थन नहीं है.

लखनऊ: गन्ना मंत्री सुरेश कुमार राणा (Sugarcane Minister Suresh Kumar Ran) ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों के हित में कई फैसले लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि गन्ना मूल्य भुगतान, चीनी मिलों का संचालन और उन्हें तकनीकी से जोड़ने का काम किया किया गया है. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने एक भी चीनी मिल बंद नहीं होने दिया. पिपराइच रमाला और मुंडेरवा में नई चीनी मिल स्थापित की गई हैं. मंत्री ने कहा कि अक्टूबर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सारी चीनी मिल शुरू हो जाएंगी.

मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि गन्ना किसानों के हितों पर योगी सरकार काम रही है. गन्ना भुगतान को लेकर योगी सरकार जब 2017 में आई 8 वर्षों का गन्ना भुगतान बकाया था जिसे योगी सरकार ने पूरा कराया है. उन्होंने कहा कि गन्ना किसान परिवारों की ओर से मैं मुख्यमंत्री का अभिनंदन करना चाहता हूं जो 25 रुपये की अभूतपूर्व वृद्धि की है. इस घोषणा से 4000 करोड़ रुपये की राहत सरकार ने दी है. सबसे अच्छी किस्म के गन्ने अगैती प्रजाति का 2016-17 में 52% उत्पादन था वह आज बढ़कर 97.9 प्रतिशत हो गया है. सामान्य प्रजाति के गन्ने की उपज मात्र 2% और अन्य प्रजाति अब मात्र .07% रह गई है.


सुरेश राणा ने कहा कि 2016-17 में गन्ने की पेराई पिछले 5 वर्षों में 2918 लाख टन था. योगी सरकार आते ही यह 8 लाख टन हेक्टेयर हो गई है. वह भी मात्र साढ़े 4 वर्ष में हुआ है. कोरोना काल में एक भी चीनी मिल नहीं बंद हुई, बल्कि 23 जून तक हमने चीनी मिलों को चलाया क्योंकि सीएम योगी ने कहा था जब तक गन्ने का आखिरी किसान भी अपना गन्ना नहीं पहुंचा देता तक तब तक चीनी मिलें चलेंगी. उन्होंने कहा कि खांडसारी से पिछले 25 साल में उत्तर प्रदेश में एक भी लाइसेंस नहीं जारी हुआ था. जो बाधाएं थी उसे योगी सरकार ने दूर करके 15 किलोमीटर से घटाकर के 7:30 किलोमीटर कर दिया, जिससे 270 खांडसारी इकाइयां और उत्तर प्रदेश में लगी हैं, जिन्हें नए लाइसेंस दिए गए हैं.
मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश चीनी के उत्पादन में नंबर एक पर है एथेनॉल के उत्पादन पर भी नंबर एक पर है.

इसे भी पढ़ें-योगी सरकार का किसानों को तोहफा, गन्ने के दाम में वृद्धि की घोषणा

गन्ना मंत्री ने कहा कि गन्ना किसानों को एक लाख 44 हजार करोड़ रुपये का भुगतान हुआ है. अभी किसानों का 49,00 करोड़ रुपये का भुगतान होना बाकी है. मंत्री ने कहा कि अक्टूबर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सारी चीनी मिल शुरू हो जाएंगी. भाजपा सांसद वरुण गांधी की चिट्ठी लिखे जाने पर गन्ना मंत्री कुछ नहीं बोले. बस इतना कहा कि सरकार में किसानों के हित में बहुत काम हुआ है. भारत बंद और किसान आंदोलन के सवाल पर मंत्री ने कहा कि भारत बंद प्रदेश में फ्लॉप रहा और सिर्फ कुछ लोग ही आंदोलन से जुड़े हैं बाकी किसानों का समर्थन नहीं है.

Last Updated : Sep 27, 2021, 5:09 PM IST
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