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परिवहन निगम के अनुबंधित ढाबों पर मिलता है घटिया खाना, कार्रवाई में होती है महज खानापूर्ति - Substandard food

परिवहन निगम के अनुबंधित ढाबे यात्रियों को घटिया खाना खिला रहे हैं. कई ढाबों की शिकायत भी परिवहन निगम के अधिकारियों से हुई है.

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परिवहन निगम के अनुबंधित ढाबों
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Published : Apr 20, 2022, 5:37 PM IST

लखनऊ: परिवहन निगम ने हाईवे पर यात्रियों के खानपान की सुविधा के लिए अनुबंधित ढाबों पर बसों को रोकने का नियम लागू किया. इन्हीं ढाबों पर रुककर यात्री खाना खा सकते हैं. अन्य किसी ढाबे पर बस चालक बस नहीं रोक सकते.

उधर, परिवहन निगम से अनुबंधित ढाबों पर यात्रियों को घटिया खाना परोसे जाने की लगातार शिकायतें आ रहीं हैं. हालांकि परिवहन निगम के अधिकारी इन ढाबों की जांच करने या इन पर कार्रवाई करने की बजाए इनके संचालकों पर मेहरबान नजर आते हैं. यात्रियों को घटिया खाना परोसने पर भी ढाबों पर कारवाई नहीं हो रही है. बाकायदा अधिकृत ढाबे पर घटिया खाने का वीडियो भी सबूत के तौर पर अधिकारियों को सौंपा जाता है. पर कार्रवाई के नाम पर केवल खानूपूर्ति की जाती है.

परिवहन निगम के अनुबंधित ढाबों पर मिलता है घटिया खाना, कार्रवाई में होती है महज खानापूरी

मानकों का नहीं हो रहा पालन : परिवहन निगम के तत्कालीन प्रबंध निदेशक मुकेश कुमार मेश्राम ने यात्रियों की सुविधा के लिए एक योजना बनाई थी. यह योजना थी हाईवे किनारे स्थित ढाबों का परिवहन निगम से अनुबंध करने की ताकि सफर के दौरान यात्रियों को बेहतर खानपान की सुविधा मिल सके. बाकायदा इसके लिए मानक भी तैयार किए गए थे. इन मानकों का पालन करने वाले ढाबा संचालक ही परिवहन निगम से अनुबंध कर सकते थे.

इस दौरान खाने की थाली के रेट भी निर्धारित किए गए. एमआरपी से ज्यादा यात्रियों से ढाबा संचालक वसूल नहीं कर सकते थे. लेकिन धीरे-धीरे परिवहन निगम के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान देना छोड़ दिया. अब अनुबंधित ढाबों पर ढाबा संचालक मनमानी कर रहे हैं. घटिया खाने के एवज में यात्रियों से मनवाने वैसे भी वसूल रहे हैं. धमका भी रहे हैं कि कहीं भी शिकायत कर लें, कोई कुछ नहीं कर सकता है.

रेट लिस्ट ही खा गए ढाबा संचालक : उत्तर प्रदेश में परिवहन निगम के कुल 27 अनुबंधित ढाबे हैं. इनमें से पांच ढाबे लखनऊ रीजन के दायरे में आते हैं. हाल ही में शाहजहांपुर रूट के एक अनुबंधित बस ढाबे का वीडियो वायरल हुआ जिसमें साफ तौर पर यात्री शिकायत कर रहे हैं कि किस तरह का घटिया खाना इस ढाबे पर खिलाया जा रहा है. बावजूद इसके चालकों की मजबूरी है कि वह अन्य किसी ढाबे पर बस नहीं रोक सकते हैं क्योंकि अगर वह ऐसा करते हैं तो उन पर परिवहन निगम की तरफ से कार्रवाई की जाएगी.

शिकायत पर रद्द किया टेंडर : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के लखनऊ परिक्षेत्र के दायरे में आने वाले सुलतानपुर रोड के एक ढाबे को हाल ही में ब्लैक लिस्ट कर दिया गया. लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस की तरफ से यह कार्रवाई की गई है. इस ढाबे की यात्रियों ने कई बार शिकायत की थी. क्षेत्रीय प्रबंधक ने टीम भेजकर इसकी जांच कराई तो पाया यात्रियों की शिकायत सही थी. इसके बाद अभी कुछ दिन पहले ही क्षेत्रीय प्रबंधक की तरफ से ढाबे का टेंडर निरस्त कर दिया गया. अब लखनऊ रीजन में पांच के बजाय चार ढाबे ही बचे हैं.

यह भी पढ़ें-लखनऊ विकास प्राधिकरण ने बताया 100 दिन, छह माह और दो साल का प्लान

क्या कहते हैं क्षेत्रीय प्रबंधक : लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस का कहना है कि समय-समय पर अनुबंधित ढाबों की जांच कराई जाती है. यात्रियों की तरफ से कैसी भी शिकायत मिलती है तो कार्रवाई भी की जाती है. हाल ही में सुलतानपुर मार्ग के एक ढाबे का टेंडर निरस्त किया गया है. परिवहन निगम की तरफ से मील ऑन रोड एक ऐप बनाया गया है जिसकी सेवा यात्री ले सकते हैं. इस पर अगर किसी तरह की कोई शिकायत होती है तो फोटो भी अपलोड की जा सकती है. जैसे ही इस पर शिकायत दर्ज होती है, उसी समय यह शिकायत हमें भी प्राप्त होती है और कार्रवाई तत्काल की जाती है. ट्विटर पर भी अगर किसी यात्री प्लाजा की शिकायत मिलती है तो भी कार्रवाई होती है.

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लखनऊ: परिवहन निगम ने हाईवे पर यात्रियों के खानपान की सुविधा के लिए अनुबंधित ढाबों पर बसों को रोकने का नियम लागू किया. इन्हीं ढाबों पर रुककर यात्री खाना खा सकते हैं. अन्य किसी ढाबे पर बस चालक बस नहीं रोक सकते.

उधर, परिवहन निगम से अनुबंधित ढाबों पर यात्रियों को घटिया खाना परोसे जाने की लगातार शिकायतें आ रहीं हैं. हालांकि परिवहन निगम के अधिकारी इन ढाबों की जांच करने या इन पर कार्रवाई करने की बजाए इनके संचालकों पर मेहरबान नजर आते हैं. यात्रियों को घटिया खाना परोसने पर भी ढाबों पर कारवाई नहीं हो रही है. बाकायदा अधिकृत ढाबे पर घटिया खाने का वीडियो भी सबूत के तौर पर अधिकारियों को सौंपा जाता है. पर कार्रवाई के नाम पर केवल खानूपूर्ति की जाती है.

परिवहन निगम के अनुबंधित ढाबों पर मिलता है घटिया खाना, कार्रवाई में होती है महज खानापूरी

मानकों का नहीं हो रहा पालन : परिवहन निगम के तत्कालीन प्रबंध निदेशक मुकेश कुमार मेश्राम ने यात्रियों की सुविधा के लिए एक योजना बनाई थी. यह योजना थी हाईवे किनारे स्थित ढाबों का परिवहन निगम से अनुबंध करने की ताकि सफर के दौरान यात्रियों को बेहतर खानपान की सुविधा मिल सके. बाकायदा इसके लिए मानक भी तैयार किए गए थे. इन मानकों का पालन करने वाले ढाबा संचालक ही परिवहन निगम से अनुबंध कर सकते थे.

इस दौरान खाने की थाली के रेट भी निर्धारित किए गए. एमआरपी से ज्यादा यात्रियों से ढाबा संचालक वसूल नहीं कर सकते थे. लेकिन धीरे-धीरे परिवहन निगम के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान देना छोड़ दिया. अब अनुबंधित ढाबों पर ढाबा संचालक मनमानी कर रहे हैं. घटिया खाने के एवज में यात्रियों से मनवाने वैसे भी वसूल रहे हैं. धमका भी रहे हैं कि कहीं भी शिकायत कर लें, कोई कुछ नहीं कर सकता है.

रेट लिस्ट ही खा गए ढाबा संचालक : उत्तर प्रदेश में परिवहन निगम के कुल 27 अनुबंधित ढाबे हैं. इनमें से पांच ढाबे लखनऊ रीजन के दायरे में आते हैं. हाल ही में शाहजहांपुर रूट के एक अनुबंधित बस ढाबे का वीडियो वायरल हुआ जिसमें साफ तौर पर यात्री शिकायत कर रहे हैं कि किस तरह का घटिया खाना इस ढाबे पर खिलाया जा रहा है. बावजूद इसके चालकों की मजबूरी है कि वह अन्य किसी ढाबे पर बस नहीं रोक सकते हैं क्योंकि अगर वह ऐसा करते हैं तो उन पर परिवहन निगम की तरफ से कार्रवाई की जाएगी.

शिकायत पर रद्द किया टेंडर : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के लखनऊ परिक्षेत्र के दायरे में आने वाले सुलतानपुर रोड के एक ढाबे को हाल ही में ब्लैक लिस्ट कर दिया गया. लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस की तरफ से यह कार्रवाई की गई है. इस ढाबे की यात्रियों ने कई बार शिकायत की थी. क्षेत्रीय प्रबंधक ने टीम भेजकर इसकी जांच कराई तो पाया यात्रियों की शिकायत सही थी. इसके बाद अभी कुछ दिन पहले ही क्षेत्रीय प्रबंधक की तरफ से ढाबे का टेंडर निरस्त कर दिया गया. अब लखनऊ रीजन में पांच के बजाय चार ढाबे ही बचे हैं.

यह भी पढ़ें-लखनऊ विकास प्राधिकरण ने बताया 100 दिन, छह माह और दो साल का प्लान

क्या कहते हैं क्षेत्रीय प्रबंधक : लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस का कहना है कि समय-समय पर अनुबंधित ढाबों की जांच कराई जाती है. यात्रियों की तरफ से कैसी भी शिकायत मिलती है तो कार्रवाई भी की जाती है. हाल ही में सुलतानपुर मार्ग के एक ढाबे का टेंडर निरस्त किया गया है. परिवहन निगम की तरफ से मील ऑन रोड एक ऐप बनाया गया है जिसकी सेवा यात्री ले सकते हैं. इस पर अगर किसी तरह की कोई शिकायत होती है तो फोटो भी अपलोड की जा सकती है. जैसे ही इस पर शिकायत दर्ज होती है, उसी समय यह शिकायत हमें भी प्राप्त होती है और कार्रवाई तत्काल की जाती है. ट्विटर पर भी अगर किसी यात्री प्लाजा की शिकायत मिलती है तो भी कार्रवाई होती है.

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