लखनऊ: बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं को रिझाने के लिए अब एक नया पैंतरा अपनाया है. विभाग ने एक ऐसा प्लान जारी किया है जिससे बिजली का बिल जमा होने से विभाग के राजस्व में बढ़ोतरी हो सके और उपभोक्ताओं को भी फायदा मिले. अगर उपभोक्ता को बिल में फिक्स और डिमांड चार्ज में हजारों की छूट चाहिए तो 30 जून से पहले अपना बिजली का बिल जमा कर दें. इससे सीधे तौर पर फिक्स्ड और डिमांड चार्ज में हजारों रुपये का फायदा मिल सकता है. प्रति किलो वाट लगने वाले इस चार्ज का फायदा जुलाई माह में मिलेगा.
जुलाई में फिक्स चार्ज से मिलेगी राहत
बिजली विभाग के इस प्लान में एलएलवी 2 यानी कमर्शियल, एलएमवी 6 यानी औद्योगिक, एचवी 2 में कोल्ड स्टोर और एचवी वन में मॉल वगैरह आते हैं. खास तौर पर विभाग ने इन बड़े उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए प्लान बनाया है. यह बोझ उपभोक्ताओं को प्रति किलो वाट के हिसाब से हर महीने चुकाना होता है. सामान्य तौर पर एलएमवी 2 उपभोक्ताओं की संख्या सबसे ज्यादा होती है और इसका अलग-अलग फिक्स चार्ज है. 110 रुपये से लेकर 250 रुपए प्रति किलो वाट वसूल किया जाता है.
उदाहरण के लिए अगर किसी का 10 किलो वाट का कमर्शियल कनेक्शन है तो इसका हजारों रुपए फिक्स चार्ज हो सकता है. इसी तरह अगर औद्योगिक का प्रति किलो वाट करीब 260 रुपये चार्ज है. एचवी 1 उपभोक्ता को 360 से 460 रुपये प्रति किलो वाट देना होता है. उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए विभाग ने इस तरह का प्लान बनाया है.
दरअसल, लॉकडाउन के बाद से बिजली विभाग के राजस्व में काफी कमी आई है. लोगों ने बिजली का बिल जमा ही नहीं किया है. ऐसे में विभाग ने इस तरह का प्लान बनाकर लोगों को बिल जमा करने के प्रति आकर्षित किया है. 30 जून तक बिजली विभाग को उम्मीद है कि फिक्स और डिमांड चार्ज की छूट पाने के लिए उपभोक्ता बिजली का बिल जरूर जमा करेंगे.