लखनऊ: राजधानी के रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल एंड मैनेजमेंट शिक्षण संस्थान के प्रबंधक के खिलाफ छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है, जिसके बाद छात्रों ने गुडंबा थाना में इंस्टीट्यूट के संस्थापक सुलभ मिश्रा सहित आठ लोगों पर इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर रहे छात्रों ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. छात्रों ने आरोप लगाया है कॉलेज के प्रबंधक ने एडमिशन लेने के दौरान जो वादे किए थे उन वादों से अब प्रबंधक अब मुकर गए हैं. जिस पर पुलिस मामले की जांच करने में जुट गई है.
अपने वादों से मुकरे इंस्टीट्यूट प्रबंधक
छात्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राम चंद्र इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट शिक्षण संस्थान में डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्निशियन कोर्स में छात्रों ने एडमिशन लिया था. छात्रों के एडमिशन के समय प्रबंधक ने छात्रों से कई वादे किए थे. जिसमें प्रबंधक ने कहा था कोर्स पूरा होने के बाद छात्र अपना लैब कहीं भी खोल सकते हैं और सरकारी नौकरी का फॉर्म भर सकते हैं.
पहले दर्ज हुए नियम भी वेबसाइड पर हो गए चेंज
छात्रों का आरोप है कि कोर्स के लिए प्रति छात्र से इंस्टीट्यूट के प्रबंधक 40 हजार रुपये फीस भी एक साल के लिए जमा करा ली थी. लेकिन 2021 की जनवरी में परीक्षा फॉर्म भरने के बाद छात्रों को बताया गया कि कोई भी छात्र उत्तर प्रदेश के अंदर लैब नहीं खोल सकता है. वहीं छात्रों का आरोप है कि प्रबंधक की तरफ से बताया गया कि छात्र सिर्फ किसी भी लैब की फ्रेंचाइजी खोल सकते हैं ना कि वह अपना लैब खोलेंगे. वहीं उन्होंने कहा कि कोई भी छात्र सरकारी नौकरी का फॉर्म भी नहीं भर सकता है. साथ ही छात्रों का आरोप है कि वेबसाइट पर पहले जो नियम दर्ज किए गए थे वह भी बदल दिए गए हैं.
मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू
इस मामले पर गुडंबा इंस्पेक्टर फरीद अहमद की माने तो शिवानी विहार कॉलोनी में स्थित राम चंद्र इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट शिक्षण संस्थान के छात्र आकाश सहित 35 छात्रों ने एक शिकायती पत्र दिया है. जिसमें छात्रों ने कई गंभीर आरोप लगाए हुए हैं. छात्रों की शिकायत पत्र के हिसाब से मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. छात्रों ने एफआईआर में इंस्टीट्यूट के संस्थापक सौरव मिश्रा, प्रिंसिपल अनिल मिश्रा सहित सूरज गोस्वामी, विवेक पाल, श्रेया, गंगा, बिष्ट, अमित कुमार और राकेश के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. उन्होंने कहा मुकदमा दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच की जा रही है. जांच में साक्ष्य सामने आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल एंड मैनेजमेंट शिक्षण संस्थान के खिलाफ छात्रों ने दर्ज कराई FIR
राजधानी लखनऊ के रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट साइंसेज के छात्रों ने संस्थान के प्रबंधक के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस के अनुसार जांच में जो भी साक्ष्य सामने आएंगे उसपर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
लखनऊ: राजधानी के रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल एंड मैनेजमेंट शिक्षण संस्थान के प्रबंधक के खिलाफ छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है, जिसके बाद छात्रों ने गुडंबा थाना में इंस्टीट्यूट के संस्थापक सुलभ मिश्रा सहित आठ लोगों पर इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर रहे छात्रों ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. छात्रों ने आरोप लगाया है कॉलेज के प्रबंधक ने एडमिशन लेने के दौरान जो वादे किए थे उन वादों से अब प्रबंधक अब मुकर गए हैं. जिस पर पुलिस मामले की जांच करने में जुट गई है.
अपने वादों से मुकरे इंस्टीट्यूट प्रबंधक
छात्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राम चंद्र इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट शिक्षण संस्थान में डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्निशियन कोर्स में छात्रों ने एडमिशन लिया था. छात्रों के एडमिशन के समय प्रबंधक ने छात्रों से कई वादे किए थे. जिसमें प्रबंधक ने कहा था कोर्स पूरा होने के बाद छात्र अपना लैब कहीं भी खोल सकते हैं और सरकारी नौकरी का फॉर्म भर सकते हैं.
पहले दर्ज हुए नियम भी वेबसाइड पर हो गए चेंज
छात्रों का आरोप है कि कोर्स के लिए प्रति छात्र से इंस्टीट्यूट के प्रबंधक 40 हजार रुपये फीस भी एक साल के लिए जमा करा ली थी. लेकिन 2021 की जनवरी में परीक्षा फॉर्म भरने के बाद छात्रों को बताया गया कि कोई भी छात्र उत्तर प्रदेश के अंदर लैब नहीं खोल सकता है. वहीं छात्रों का आरोप है कि प्रबंधक की तरफ से बताया गया कि छात्र सिर्फ किसी भी लैब की फ्रेंचाइजी खोल सकते हैं ना कि वह अपना लैब खोलेंगे. वहीं उन्होंने कहा कि कोई भी छात्र सरकारी नौकरी का फॉर्म भी नहीं भर सकता है. साथ ही छात्रों का आरोप है कि वेबसाइट पर पहले जो नियम दर्ज किए गए थे वह भी बदल दिए गए हैं.
मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू
इस मामले पर गुडंबा इंस्पेक्टर फरीद अहमद की माने तो शिवानी विहार कॉलोनी में स्थित राम चंद्र इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट शिक्षण संस्थान के छात्र आकाश सहित 35 छात्रों ने एक शिकायती पत्र दिया है. जिसमें छात्रों ने कई गंभीर आरोप लगाए हुए हैं. छात्रों की शिकायत पत्र के हिसाब से मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. छात्रों ने एफआईआर में इंस्टीट्यूट के संस्थापक सौरव मिश्रा, प्रिंसिपल अनिल मिश्रा सहित सूरज गोस्वामी, विवेक पाल, श्रेया, गंगा, बिष्ट, अमित कुमार और राकेश के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. उन्होंने कहा मुकदमा दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच की जा रही है. जांच में साक्ष्य सामने आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.