लखनऊ : केजीएमयू में मेडिकल अवकाश को लेकर अब कोई बहानेबाजी नहीं चलेगी. डॉक्टरों को अधिकतम तीन ही मेडिकल अवकाश मिलेंगे. इससे ज्यादा छुट्टी के लिए विभागाध्यक्ष से इजाजत लेनी होगी. कुलपति ने मेडिकल अवकाश को लेकर नया आदेश जारी किया है.
केजीएमयू में 450 से अधिक डॉक्टर हैं. अब ओपीडी व भर्ती मरीजों का दबाव बढ़ रहा है. काफी डॉक्टर बीमार होने की बात कहकर बार-बार मेडिकल अवकाश ले रहे हैं. कुलपति डॉ. विपिन पुरी ने मामले को गंभीरता से लिया है. 20 अप्रैल को कुलपति ने सभी डीन, विभागाध्क्ष और डॉक्टरों को पत्र जारी किया है. उन्होंने निर्देश दिए हैं कि 72 घंटे से ज्यादा यानी तीन दिन से ज्यादा का मेडिकल अवकाश डॉक्टर सीधे नहीं ले सकेंगे. इससे ज्यादा अवकाश के लिए विभागाध्यक्ष की इजाजत लेनी पड़ेगी.
विभाग से बने मेडिकल प्रमाणपत्र को तब तक मान्य नहीं किया जाएगा जब तक उस पर मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष व सीएमएस के हस्ताक्षर नहीं होंगे. हर सोमवार को मेडिकल अवकाश लेने वाले डॉक्टरों के प्रार्थनापत्रों की समीक्षा होगी. कुलपति के आदेश पर नाराजगी भी जताई जा रही है.
आक्सीजन प्लांट नहीं चल सका
राजाजीपुरम स्थित रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल के नए ऑक्सीजन प्लांट ने धोखा दे दिया. प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति ठीक ढंग से नहीं हो पा रही है. जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लिया. कार्यदायी संस्था को जल्द से जल्द प्लांट ठीक कराने के निर्देश दिए हैं. रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल में 100 बेड हैं. यहां से करीब 25 बेड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई पर, सभी बेड पर मरीज की जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही थी. अस्पताल की सीएमएस डॉ. संगीता टंडन के मुताबिक प्लांट को जल्द से जल्द ठीक करने के लिए संस्था से कहा गया है. जिलाधिकारी के निर्देश पर अस्पताल में पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर आ गए हैं. मरीजों के इलाज में किसी भी तरह की असुविधा नहीं होगी.
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