लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह की नवनियुक्त पदाधिकारियों के साथ बुधवार को हुई बैठक में निकाय चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण फैसले किए गए. पूर्व में बनाए गए चुनाव प्रभारियों के संबंध में तय किया गया कि एक बार फिर से रिव्यू किया जाएगा. कुछ निकाय में प्रभारी बदले जा सकते हैं. इसके अतिरिक्त बैठक में यह भी तय हुआ कि टिकटों का वितरण कैसे होगा. जिलों और क्षेत्रों की टीमों को अलग-अलग स्तर के टिकट बांटने की छूट मिलेगी. जिसमें निचले स्तर से मिलने वाले फीडबैक का महत्वपूर्ण योगदान होगा.
भाजपा की बैठक में निकाय चुनाव को लेकर हुआ मंथन. भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने पदाधिकारियों को बताया कि 6 अप्रैल को होने वाले भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर हर विधानसभा में 100 बूथों पर कार्यक्रम करेंगे. वहीं, 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती पर सामाजिक स्मरसता सप्ताह का आयोजन किया जाएगा. सभी मुख्यालय पर कार्यक्रम होगा.बैठक में तय किया गया कि नगर निकाय चुनाव प्रभारी और संयोजक को लेकर रिव्यू किया जाएगा. नगर पंचायत के पार्षद और अध्यक्ष का टिकट जिला की टीम तय करेगी. नगर पालिका सदस्य, अध्यक्ष, नगर निगम महापौर और पार्षद क्षेत्र से टिकट फाइनल किया जाएगा. मंडल प्रभारी पूरी समीक्षा करेंगे और जिले की कोर कमेटी में प्रस्ताव लाएंगे. भाजपा की बैठक में उपस्थित पदाधिकारी. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि संगठन में अब और बदलाव की संभावना बहुत कम है. सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों का कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ा दिया गया है. लगभग 90 प्रतिशत पदाधिकारी नहीं बदलेंगे. वहीं, जिला प्रभारी की संस्तुति के बाद जिला अध्यक्ष बदलेंगे.इसे भी पढ़ें-Lucknow News : सुनील भाई ओझा को बिहार का सह प्रभारी बनाया गया, जानिए वजह