ETV Bharat / state

एक ऐसा गांव जो लखनऊ में जल संरक्षण के लिए बना मिसाल - लखनऊ खबर

'जल ही जीवन है' इस वाक्य को हम बचपन से ही सुनते आ रहे हैं, लेकिन क्या हमने कभी जल संरक्षण के लिए कोई कदम उठाया है. आज हम बात कर रहे है राजधानी लखनऊ के एक ऐसे गांव की जो जल संरक्षण की मिसाल पेश कर रहा है.

लखनऊ का लालपुर गांव
लखनऊ का लालपुर गांव
author img

By

Published : Nov 28, 2019, 12:14 PM IST

लखनऊः हम बात कर रहे हैं राजधानी लखनऊ से 45 किलोमीटर दूर बसे मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत लालपुर गांव की जो जल संरक्षण की मिसाल पेश कर रहा है. गांव में सरकारी इमारतों से लेकर लोगों के घरों तक कई जगह जल संरक्षण के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लगाया गया है. जल संरक्षण के विषय में ग्रामीण काफी सजग नजर आएं. गांव में जगह-जगह रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया है. ड्रेनेज वॉटर को भी एक तालाब में इकट्ठा किया जाता है. यह कोई आम तालाब नहीं है, इसमें कई अलग-अलग चेंबर बनाए गए हैं, जिससे पानी छनकर सिंचाई व जानवरों के पीने योग्य हो जाता है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट.
'बूंद बूंद है कीमती रखो नीर संभाल'
'वरना हो जाएगा तेरा जीवन बहुत मुहाल'

इस कथन से हमें पानी की कीमत का अंदाजा हो जाना चाहिए. आज भी देश के कई ऐसे हिस्से हैं जहां पानी की बहुत किल्लत है. लगातार जल स्तर घटता जा रहा है. एक तरफ सरकार अपने प्रयास कर रही है, लेकिन जब तक इस प्रयास में जन भागीदारी नहीं होगी तब तक यह प्रयास अधूरा ही रहेगा.

देश के कई हिस्सों में पानी की कमी है केंद्र व राज्य सरकार जल संरक्षण के लिए एक मुहिम चला रही है. राजधानी का लालपुर गांव जल संरक्षण के लिए एक मिसाल के तौर पर सामने आया है. इस गांव का जलस्तर सरकारी आंकड़ों में भी काफी अच्छा बताया गया है. गांव में टीम बनाई गई है, जो जल की महत्वता को ग्रामीणों को समझाती है और लोगों से अपील करती है कि बेवजह पानी को बर्बाद ना किया जाए.

जल संरक्षण के लिए लगातार सरकार की तरफ से प्रयास किया जा रहा है तालाबों का जीर्णोद्धार कर रहे हैं साथ ही साथ सोक-पिट और रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के द्वारा भी जल संरक्षण किया जा रहा है आने वाले समय में नई तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जाएगा
-भोलानाथ कन्नौजिया, खंड विकास अधिकारी, मोहनलालगंज

लखनऊः हम बात कर रहे हैं राजधानी लखनऊ से 45 किलोमीटर दूर बसे मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत लालपुर गांव की जो जल संरक्षण की मिसाल पेश कर रहा है. गांव में सरकारी इमारतों से लेकर लोगों के घरों तक कई जगह जल संरक्षण के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लगाया गया है. जल संरक्षण के विषय में ग्रामीण काफी सजग नजर आएं. गांव में जगह-जगह रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया है. ड्रेनेज वॉटर को भी एक तालाब में इकट्ठा किया जाता है. यह कोई आम तालाब नहीं है, इसमें कई अलग-अलग चेंबर बनाए गए हैं, जिससे पानी छनकर सिंचाई व जानवरों के पीने योग्य हो जाता है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट.
'बूंद बूंद है कीमती रखो नीर संभाल'
'वरना हो जाएगा तेरा जीवन बहुत मुहाल'

इस कथन से हमें पानी की कीमत का अंदाजा हो जाना चाहिए. आज भी देश के कई ऐसे हिस्से हैं जहां पानी की बहुत किल्लत है. लगातार जल स्तर घटता जा रहा है. एक तरफ सरकार अपने प्रयास कर रही है, लेकिन जब तक इस प्रयास में जन भागीदारी नहीं होगी तब तक यह प्रयास अधूरा ही रहेगा.

देश के कई हिस्सों में पानी की कमी है केंद्र व राज्य सरकार जल संरक्षण के लिए एक मुहिम चला रही है. राजधानी का लालपुर गांव जल संरक्षण के लिए एक मिसाल के तौर पर सामने आया है. इस गांव का जलस्तर सरकारी आंकड़ों में भी काफी अच्छा बताया गया है. गांव में टीम बनाई गई है, जो जल की महत्वता को ग्रामीणों को समझाती है और लोगों से अपील करती है कि बेवजह पानी को बर्बाद ना किया जाए.

जल संरक्षण के लिए लगातार सरकार की तरफ से प्रयास किया जा रहा है तालाबों का जीर्णोद्धार कर रहे हैं साथ ही साथ सोक-पिट और रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के द्वारा भी जल संरक्षण किया जा रहा है आने वाले समय में नई तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जाएगा
-भोलानाथ कन्नौजिया, खंड विकास अधिकारी, मोहनलालगंज

Intro:"जल ही जीवन है" इस वाक्य को हम बचपन से ही सुनते आ रहे हैं लेकिन क्या हमने कभी जल संरक्षण के लिए कोई कदम उठाया है लेकिन राजधानी लखनऊ का एक ऐसा गांव है जो जल संरक्षण की मिसाल पेश कर रहा है।


Body:हम बात कर रहे हैं राजधानी लखनऊ से 45 किलोमीटर दूर बसे लालपुर गांव की जो जल संरक्षण की मिसाल पेश कर रहा है गांव में सरकारी इमारतों से लेकर लोगों के घरों तक कई जगह जल संरक्षण के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लगाया गया है।

"बूंद बूंद है कीमती रखो नीर संभाल वरना हो जाएगा तेरा जीवन बहुत मुहाल" इस कथन से हमें पानी की कीमत का अंदाजा हो जाना चाहिए आज भी देश के कई ऐसे हिस्से हैं जहां पानी की बहुत कमी है लगातार जल स्तर घटता जा रहा है एक तरफ सरकार अपने प्रयास कर रही है लेकिन जब तक इस प्रयास में जन भागीदारी नहीं होगी तब तक यह प्रयास अधूरा ही रहेगा।

राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले लालपुर गांव जब ईटीवी भारत की टीम पहुंची तो देखा कि जल संरक्षण के विषय में ग्रामीण काफी सजग नजर आएं। गांव में जगह-जगह रूफ वाटर हार्वेस्टिंग का सिस्टम लगाया गया है वही ड्रेनेज वॉटर को भी एक तालाब में इकट्ठा किया जाता है यह कोई आम तालाब नहीं है इसमें कई अलग-अलग चेंबर बनाए गए हैं जिससे पानी छनकर सिंचाई व जानवरों के पीने योग्य हो जाता है।

गांव में टीम बनाई गई है जो जल की महत्वता को ग्रामीणों को समझाती है और लोगों से अपील करती है कि बेवजह पानी को बर्बाद ना किया जाए।

वही मोहनलालगंज के खंड विकास अधिकारी ने बताया कि जल संरक्षण के लिए लगातार सरकार की तरफ से प्रयास किया जा रहा है तालाबों का जीर्णोद्धार कर रहे हैं साथ ही साथ सोक-पिट और रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के द्वारा भी जल संरक्षण किया जा रहा है आने वाले समय में नई तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जाएगा।

बाइट-गायत्री (ग्रामीण)
बाइट- मनोज सैनी (ग्रामीण)
बाइट- भोलानाथ कन्नौजिया (खंड विकास अधिकारी)
पीटीसी योगेश मिश्रा


Conclusion:देश के कई हिस्सों में पानी की कमी है केंद्र व राज्य सरकार जल संरक्षण के लिए एक मुहिम चला रही है जिसमें राजधानी का लालपुर गांव एक मिसाल के तौर पर उबर कर सामने आया है इस गांव का जलस्तर सरकारी आंकड़ों में भी काफी अच्छा बताया गया है।

योगेश मिश्रा लखनऊ
7054179998
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.