लखनऊः समाजवादी पार्टी की ओर से एक बयान जारी किया गया है. जिसमें समाजवादी पार्टी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. जारी बयान में कहा है कि विकास के लिए भाजपा सरकार के पास न तो कोई योजना है और न ही कोई विजन है. समाजवादी सरकार के कामों को अपना बताकर अखिलेश यादव के निर्माण पर अपने नाम का पत्थर लगाना प्रदेश सरकार की अब तक के कार्यकाल की एक मात्र उपलब्धि है. शिलान्यास का शिलान्यास और उद्घाटन का उद्घाटन करके ही वह अपना रिपोर्ट कार्ड सजा रही है. मुख्यमंत्री योगी अब अपनी करनी छुपाने के लिए असत्य का सहारा लेते रहते है.
समाजवादी पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और जिला मुख्यालय से गांव तक फोरलेन सड़कें बनाकर समाजवादी सरकार ने प्रगति को रफ्तार दी. क्योंकि सड़कें विकास का सबसे तेज रास्ता खोलती है. आज तक भाजपा सरकार वाराणसी, गोरखपुर जैसे वीवीआईपी जिलों में भी मेट्रो नहीं चला सकी. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की शुरूआत समाजवादी पार्टी सरकार में हुई, भाजपा साढ़े तीन साल में भी उसे पूरा नहीं कर सकी है, जबकि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे दो वर्ष से कम समय में पूरा हो गया था.
1090 वूमेन पावर लाइन को बनाया निस्प्रभावी
इस बयान में कहा गया कि समाजवादी सरकार के समय एक भव्य जेपी इंटरनेशनल सेंटर का निर्माण हुआ जिसमें स्वतंत्रता संग्राम की यादें संजोई गईं. यहां कई सेमीनार कक्ष, अतिथिगृह, पुस्तकालय आदि के रखरखाव के लिए भाजपा सरकार पैसा देने में भी पीछे हट गई है. सेंटर में लगे कीमती उपकरण धूल खा रहे हैं. यूपी डायल 100 सेवा, पुलिस मुख्यालय की सिग्नेचर बिल्डिंग और 108-102 जैसी एंबूलेंस सेवाओं को शुरू करने की पहल अखिलेश यादव ने की थी. भाजपा ने देश-विदेश में प्रशंसित 1090 वूमेन पावर लाइन को भी निस्प्रभावी बना दिया.
इकाना- 19 पिचों वाला क्रिकेट स्टेडियम
इतना ही नहीं समाजवादी सरकार में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का इकाना स्टेडियम बनवाया गया जो अपनी हाईटेक सुविधाओं के लिए चर्चित रहा. यहां कई अंतर्राष्ट्रीय मैच हो चुके हैं. इकाना स्टेडियम देश का पहला 19 पिचों वाला क्रिकेट स्टेडियम बन गया है. इस स्टेडियम के पास ही समाजवादी सरकार ने प्रदेश के उत्पादों के विपणन, प्रदर्शन के लिए शान-ए-अवध बाजार बनाया था, जिसे भाजपा सरकार ने औन पौने दाम पर बेच दिया है.
विकास को विनाश में बदलना भाजपा का काम
भाजपा के पास अपना अनोखा विकास का रिकार्ड भी है, प्रदेश की जनता उसकी उपलब्धियों पर सिवाय सिर पीटने के और क्या कर सकती है? भाजपा राज में बेरोजगारी और मंहगाई ने दशको पुराने रिकार्ड तोड़ दिए हैं. भाजपा सरकार ने साढे़ तीन साल से ऊपर के अपने कार्यकाल में उत्तर प्रदेश को कई दशक पीछे ढकेल दिया है. विकास को विनाश में बदलना ही भाजपा का काम रहा है.