लखनऊ : कोविड महामारी को लेकर एक बार फिर प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी किया है. राजधानी लखनऊ में बुधवार को किसी नए मरीज के पॉजिटिव होने की पुष्टि नहीं हुई है, जबकि यहां एक्टिव केस की संख्या दो है.
सिविल अस्पताल के वैक्सीनेशन नोडल अधिकारी व वरिष्ठ चेस्ट फिजिशियन डॉ. एनबी सिंह ने बताया कि कोविड वायरस को हराना है तो ऐहतियात बरतना बहुत जरूरी है. कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना है. उन्होंने बताया कि कोविड वायरस का प्रभाव कम होने पर लोगों ने एहतियात बरतना कम कर दिया है, ऐसा बिल्कुल भी न करें. वैक्सीनेशन को लेकर भी लोगों को जागरूक होना है. बहुत सारे लोगों ने अभी भी वैक्सीन नहीं लगवाई है. ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा निशुल्क वैक्सीन सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है, वहां जाकर वैक्सीनेशन कराएं. उन्होंने बताया कि वर्तमान में अस्पताल में वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या काफी कम है. खासकर बूस्टर डोज और बच्चों की वैक्सीन लगवाने वालों की कमी देखी गई है.
वहीं सिविल अस्पताल में ड्यूटी दे रहे वैक्सीनेशन सेंटर के स्टाफ ने बताया कि मौजूदा समय में जब फिर से कोविड-19 का अलर्ट जारी हो गया है. अब यहां पर पहली वैक्सीन लगवाने के लिए लोग आ रहे हैं, वहीं बच्चों की वैक्सीन रखी हुई है, लेकिन पिछले कई महीनों से कोई लगवाने नहीं आया है. प्रदेश में अब तक कुल 12 करोड़ 66 लाख 79 हजार 241 सैंपल की जांच की गई. 21 लाख 28 हजार 87 लोग संक्रमित हुए हैं, वहीं कोरोना से मरने वालों की संख्या 23 हजार 633 रही है. बीते बुधवार को 5574 लोगों का टीकाकरण किया गया. प्रदेश में अब तक कुल 39 करोड़ 5 लाख 61 हजार 262 कोविड वैक्सीन की डोज दी गई है, जिनमें से 3 हजार 617 बूस्टर डोज रही.
UP में अब तक कुल 14.77 करोड़ लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं, वहीं बूस्टर डोज लेने वालों की संख्या 4.48 करोड़ है. बड़ी बात ये है कि 12 से 17 साल के बीच के 90 प्रतिशत से ज्यादा बच्चों में भी कोरोना की दोनों डोज लग चुकी हैं. हर लिहाज से यह वो आंकडे़ हैं जो राहत देने के साथ उम्मीद जगाते हैं कि प्रदेश में दूसरी लहर से पहले से हम ज्यादा मजबूत और बेहतर स्थिति में हैं, हालांकि एक्सपर्ट्स अभी भी किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की बात कह रहे हैं.
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