लखनऊ: पुरानी पेंशन बहाली, वेतन विसंगतियां दूर किए जाने, निजीकरण और आउटसोर्सिंग व्यवस्था समाप्त करने जैसे संविदा कर्मचारियों से जुड़ी समस्याओं को लेकर कर्मचारी संगठनों में आक्रोश है. इस संबंध में गुरुवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले कर्मचारियों ने राजधानी समेत प्रदेश भर में आंदोलन किया और उपवास रखकर धरना दिया.
राज्य कर्मचारियों ने जुलूस निकालकर जताया विरोध
पुरानी पेंशन बहाली, वेतन विसंगतियां दूर करने, फ्रीज डीए बहाली, भत्तों की समानता, एरियर का भुगतान समेत मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों में रोष है. इस संबंध में गुरुवार को लखनऊ के कर्मचारियों ने हजरतगंज स्थित जीपीओ पार्क में गांधी प्रतिमा पर उपवास रखकर धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे राज्य कर्मचारियों ने बताया कि अक्टूबर 2018 से अनेक आंदोलन के माध्यम से शासन व सरकार का ध्यान आकर्षित किया गया. मुख्य सचिव से वार्ता के दौरान कई निर्णय भी लिए गए, लेकिन अभी तक कर्मचारियों की समस्याओं को दूर नहीं किया गया.
19 मार्च की बैठक के बाद आंदोलन की घोषणा
राज्य कर्मचारियों का यह प्रदेश पूरे प्रदेश में था. इस संबंध में परिषद के प्रदेश अध्यक्ष वीपी मिश्र ने आंदोलन की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि राज्य कर्मचारियों को मजबूरी में सड़कों पर उतरना पड़ा है. जिसका असर पूरे उत्तर प्रदेश में देखा जा सकता है. कहा कि 19 मार्च को प्रदेश भर में राज्य कर्मचारियों की बैठकों के बाद आंदोलन करने का निर्णय लिया जाएगा. कर्मचारी शिक्षक संघ मोर्चा के महासचिव सचिव मिश्र ने कहा कि प्रदेश में कर्मचारी शिक्षकों का पूरा समर्थन परिषद के आंदोलन को लेकर है.