लखनऊ: राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ता समेत अन्य भत्तों पर रोक को लेकर राज्य सरकार द्वारा लिए गये फैसले का कर्मचारी विरोध कर रहे हैं. राजधानी लखनऊ में रविवार को राज्य कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के इस फैसले के खिलाफ काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया.
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने किया था आह्वान
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की ओर से पूरे प्रदेश में 10 मई को सरकार के इस फैसले के विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया था. परिषद के अध्यक्ष विजय कुमार निगम ने बताया कि, प्रदेश के सभी जिलों में राज्य कर्मचारियों ने काली पट्टी लगाकर सरकार के उस फैसले का विरोध किया, जिसके तहत राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ता और अन्य भत्ता रोकने का आदेश जारी किया गया है. इसके अलावा परिषद के लगभग 24 पदाधिकारियों ने राजधानी लखनऊ में एक महत्वपूर्ण बैठक भी की. जिसमें सरकार की नीति की आलोचना की गई.
विभिन्न जिलों में राज्य कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
पदाधिकारियों ने काली पट्टी बांधकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शहर में प्रदर्शन भी किया. प्रदेश के विभिन्न जिलों में भी राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया. विभिन्न जिलों में राज्य कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
इन जिलों में किया गया विरोध प्रदर्शन
इस प्रदर्शन में कानपुर, उन्नाव, पीलीभीत, सीतापुर, इटावा, मिर्जापुर, श्रावस्ती, वाराणसी, जबरिया, गाजीपुर, मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, इलाहाबाद, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, बरेली, कानपुर देहात, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, सिद्धार्थनगर, बस्ती, आजमगढ़ प्रमुख है.
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री मोहम्मद आमिर, प्रांतीय संगठन मंत्री अब्दुल वाहिद, प्रांतीय उपाध्यक्ष अरविंद कुमार कटिहार और विद्यासागर ने किया.