लखनऊ/दिल्ली : राज्यसभा में मंगलवार को कोरोना महामारी पर चर्चा की गयी. इस दौरान उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया. समाजवादी पार्टी के प्रो. रामगोपाल यादव, बहुजन समाज पार्टी के अशोक सिद्धार्थ और भारतीय जनता पार्टी के डॉ. अनिल जैन ने अपनी बातें सदन में रखी.
समाजवादी पार्टी के सांसद प्रो. रामगोपाल यादव ने वैक्सीनेशन के मुद्दे पर सरकार को घेरा. इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च के मुद्दे पर भी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से इलाज के लिए जब लोगों की जेब पर असर पड़ा तब करोड़ों लोग गरीबी से प्रभावित हुए. सरकार को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इलाज के लिए लोगों की मदद करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जीवन है, व्यक्ति है तो राज्य है, सरकार है. जीवन को बचाने के लिए जरुरी इंफ्रास्ट्रक्चर और सही मॉनिटरिंग की जरूरत है.
बहुजन समाज पार्टी के अशोक सिद्धार्थ ने सदन में चर्चा के दौरान बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार ने अपने मैनेजमेंट को इस तरह से टीवी और अखबार के जरिये दिखाया कि ऑल इज वेल है लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के राज्यसभा के सांसद रामजी और उनके भाई की कोरोना महामारी के दौरान इस वजह से मौत हो गयी कि उन्हें दवाई नहीं मिली. मैं कानपुर के कलेक्टर और सीएमओ को फोन करता रहा किसी ने फोन नहीं उठाया.
चर्चा के दौरान भाजपा के डॉ. अनिल जैन ने चर्चा के दौरान कहा कि कोरोना के दौरान मोदी सरकार ने सीमित संसाधनों के बावजूद फ्रंट फुट पर लड़ाई लड़ी. उन्होंने सारी व्यवस्था को संभाला.
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