लखनऊ : उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नामांकन प्रक्रिया के दौरान कई जिलों में उपद्रव, मारपीट और गोलीबारी की घटनाएं हुईं. इन हिंसक घटनाओं की शिकायत लेकर समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल देर शाम राज्य निर्वाचन आयोग पहुंचा.
यहां राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार से प्रशासन द्वारा भाजपा का साथ देने और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पीटने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की. उधर, भाजपा ने उल्टे समाजवादी पार्टी को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग आपस में ही लड़ रहे हैं. एक दूसरे के बीच सिर फुटव्वल की नौबत है. ऐसे में भाजपा पर आरोप लगाना गलत होगा.
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कहा कि भाजपा प्रमुख के पदों पर कालेधन, बाहुबल और सत्ता का दुरुपयोग कर कब्जा करना चाहती है. कई जगहों पर गोलियां चलाई गईं हैं. समाजवादी पार्टी के कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं. भाजपा की सरकार लोकतंत्र की हत्या करने में जुटी है. यही नहीं, मीडिया के लोगों को भी बीजेपी के गुंडों ने पीटा है. कैमरे तोड़े गए हैं.
समाजवादी पार्टी ने राज्य निर्वाचन आयुक्त से इन सब चीजों की उच्च स्तरीय जांच कराने और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर कार्यवाही की मांग की है. इसके अलावा जिन जिलों में नामांकन से रोका गया है, वहां पर प्रशासन के अफसरों पर भी कार्यवाही की मांग की गई है.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा कि इससे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भी धनबल बाहुबल और सत्ता का भरपूर दुरुपयोग करके पंचायत अध्यक्ष के पदों पर कब्जा किया गया है. समाजवादी पार्टी इसको बर्दाश्त नहीं करेगी.
सपा कांग्रेस ने सरकार पर बोला हमला
हिंसक घटनाओं और उपद्रव के साथ ही विपक्षी दलों के समर्थित उम्मीदवारों को नामांकन से रोकने, मारपीट करने को लेकर समाजवादी पार्टी व कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर हमला बोला है.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता की तरह काम कर रही है. लगातार जिस तरह से ब्लॉक प्रमुख चुनाव में तांडव देखने को मिल रहा है, वह दुखद और निंदनीय है.
भाजपा के गुंडे हावी हैं और सरकार-प्रशासन उनका सपोर्ट कर रहा है. प्रशासन भी उनके साथ मिलकर समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षियों के साथ मारपीट कर रहा है. इससे ज्यादा शर्म की बात और कोई नहीं हो सकती. इतनी ज्यादा तानाशाही और लोकतंत्र की हत्या पहले कभी नहीं देखी गयी. नामांकन प्रक्रिया को भी रोका जा रहा है.
मारपीट की घटनाएं, उपद्रव और हिंसा की घटनाएं प्रदेश के कई जिलों में हुई हैं जो वाकई शर्मनाक है. वहीं, कांग्रेस के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार पंचायत चुनाव में अपनी झूठी जीत दर्ज करने के लिए लोकतंत्र को लूटने का काम कर रही है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार सभी मोर्चे पर विफल रही है. झूठी जीत बताने के लिए इस प्रकार के हथकंडे अपना रही है. जनता उत्तर प्रदेश सरकार को जान चुकी है.
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उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री की विफलताओं को जान चुकी है. अब जनता इनके बहकावे में नहीं आने वाली है. जनता इनको सबक सिखाएगी भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र की हत्या कर रही है जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.
उधर, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, 'सच तो यह है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में समाजवादी पार्टी को करारी हार मिली है. जिला पंचायत में हार से हताश होकर समाजवादी पार्टी के लोग आपस में लड़ रहे हैं. सपा में भितरघात है. भितरघात के चलते ही अखिलेश यादव को पार्टी के 11 जिला अध्यक्षों को बर्खास्त करना पड़ा था.
अब ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भी सपाई आपस में लड़ रहे हैं. भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं. सपा के लोग भाजपा पर गलत आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सपा के विधायकों के भी ऐसे बयान आ रहे हैं जिससे यह साफ होता है कि गुंडागर्दी भाजपा नहीं बल्कि सपाई कर रहे हैं.