लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा यूपी सरकार ने अब जनता की आंखों में धूल झोंकने और अपनी नाकामयाबियों पर पर्दा डालने की तैयारी की है. उन्होंने कहा कि मजदूर विरोधी भाजपा सरकार श्रमिक कानूनों को तीन साल के लिए स्थगित करते समय तर्क दे रही है कि इससे निवेश आकर्षित होगा, जबकि इससे श्रमिकों का शोषण और बढ़ेगा.
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारों को रोजगार देने और निवेश आकर्षित करने के नाम पर भाजपा सरकार जो कदम उठाने जा रही है, उससे अशांति और अव्यवस्था बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था खराब होने पर कौन निवेश करने आएगा. साथ में श्रमिक में असंतोष, औद्योगिक वातावरण को अशांति की ओर ले जाएगा.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार की श्रम नीति के कारण मालिक मनमानी करेंगे और उनको श्रमिकों का शोषण करने की खुली छूट होगी. नई श्रम नीति के कानूनों का पालन कराने के लिए कोई भी श्रम अधिकारी उद्योगों के दरवाजे तीन साल तक नहीं जाएगा. मालिक के कारखाने में श्रमिक को अब 12 घंटे काम करना होगा, जबकि उसके 8 घंटे के हिसाब से उसे मजदूरी मिलेगी.
उन्होंने कहा कि अब मालिक को कानून से छूट मिलेगी और उनको श्रमिक का शोषण करने की भी आजादी होगी. दुनिया भर में श्रमिकों ने 8 घंटे काम की जो गारंटी अपने आंदोलनों से प्राप्त की थी, उस पर भाजपा काली स्याही पोत देगी. मई दिवस की उपलब्धियों पर इतना क्रूर और घातक प्रहार तो तानाशाहों के देश में भी नहीं हुआ.
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा सरकार में जो उद्योग आए थे, वही आज तक चल रहे हैं. जिन उद्योगपतियों से तब करार हुए थे, वही जमीन पर लागू दिखाई दिए हैं. भाजपा चाहे जितनी बयानबाजी कर ले, अंगूर उसके लिए खट्टे ही रहेंगे.