लखनऊ: खनन घोटाले में आरोपी बनाए गए सपा विधान परिषद सदस्य रमेश मिश्रा व दो अन्य एमएलसी की बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात हुई. इस मुलाकात के बाद राजनीति के गलियारे में कई तरह की चर्चा शुरू हो गयी है.
सपा के नेताओं को बीजेपी का सहारा-
राज्यसभा में संख्या बल बढ़ाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी के तीन सदस्यों को अपने पाले में किया और उन्हें भाजपा के सिंबल पर राज्यसभा में भी भेज दिया. अब विधान परिषद के सदस्यों का भी हौसला बढ़ता दिखाई दे रहा है. सपा के तीन राज्य सभा सदस्यों के पार्टी छोड़ने के साथ कहा यह गया था कि कुछ और सांसद भी जल्द ही सपा छोड़कर भाजपा में चले जाएंगे.
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राज्यसभा सदस्यों के बाद अब विधान परिषद के सदस्य पाला बदलने को तैयार-
भाजपा खेमे का यह दावा अभी हकीकत में तो नहीं बदला लेकिन इसका दूसरा चरण विधान परिषद सदस्यों को भाजपा के खेमे में शामिल करने के साथ शुरू होता दिखाई दे रहा है. यह चर्चा भी हालांकि पहले ही शुरू हो गई थी कि भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में समाजवादी पार्टी के कई विधान परिषद सदस्य हैं. बुधवार को इसका सुबूत भी दिखाई दिया. जब समाजवादी पार्टी के तीन विधान परिषद सदस्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ खड़े दिखाई दिए. इस फोटो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सबसे बाएं हमीरपुर के रमेश मिश्रा दिखाई दे रहे हैं जो खनन घोटाले में आरोपी हैं.