लखनऊ: बीते दिनों सपा ने प्रदेश में भगवान परशुराम की 108 फीट की मूर्ति लगाने की बात कही थी. जिसके बाद इसकी चर्चा हर तरफ हो रही है. मूर्तियों को लेकर सियासी घमासान जारी है. इसी मुद्दे पर सपा सरकार के पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने ईटीवी भारत से बात की जिसमें उन्होंने कई अहम बातें कहीं.
सपा सरकार के पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में हम लोगों ने भगवान परशुराम की 108 फीट की दुनिया की सबसे बड़ी सबसे दिव्य सबसे अद्वितीय मूर्ति की स्थापना करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम चेतना पीठ के तहत और मुझे यह कहते हुए फक्र है कि आज तक ऐसा काम किसी ने पहले धरती पर नहीं किया. यह एक बहुत ही पवित्र विचार है, पवित्र संस्कार है, यह मेरी आस्था का सवाल है. इसमें राजनीति का कहीं भी दूर-दूर तक किसी का कुछ लेना देना नहीं है. समाजवादी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी को इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए.
जब अभिषेक मिश्र से यह पूछा गया कि कई पार्टियों का तो यह भी मानना है कि इससे पहले क्या सपा सरकार को याद नहीं आया कि कहीं पर परशुराम की मूर्ति लगानी चाहिए और ब्राह्मणों का ध्यान रखना चाहिए. इस पर उन्होंने कहा कि हमने पहले भी काम किया है. पंडित जनेश्वर मिश्र जी की मूर्ति लगाई, उनके नाम पर हमने एशिया का सबसे बड़ा पार्क बनाया जो कि सबसे बड़ा प्लेटफार्म है. हमने हनुमान जी की मूर्ति लगाई, विष्णु जी की मूर्ति लगाई. भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति लगाई. लगातार हमने मूर्तियां लगवाई हैं. धर्म का जो कार्य है वह तो हम करते ही रहते हैं. वह हमारी आस्था है वह हमारा धर्म है वह हमारे विचार हैं. भगवान परशुराम मेरा विश्वास है मेरी आस्था है मेरी पहचान है.