लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आईपी सिंह ने मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न देने की मांग की है. इसको लेकर उन्होने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र भी भेजा है. पत्र में उन्होंने कहा कि समाजवाद के स्वर्णिम अध्याय का समापन हो गया है. देश ने अपने सबसे प्रिय नेता मुलायम सिंह यादव को खो दिया है. एक ऐसा नेता जिसका जीवन ही संघर्ष का दूसरा नाम है. एक ऐसा व्यक्तित्व जिसने सामाजिक न्याय की ऐतिहासिक लड़ाई लड़ी और अपना सर्वस्व राष्ट्र के नाम समर्पित कर दिया. उत्तर प्रदेश के छोटे से कस्बे के पिछड़े परिवार में जन्म लेने वाले नेताजी लगभग देश की राजनीति का केंद्र बिंदु रहे थे. वह सही मायने में भारतीय राजनीति का अक्षय कोष हैं. 8 बार विधायक 7 बार सांसद व तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और एक बार भारत के रक्षा मंत्री रहकर भी नेता जी ने कभी जमीन नहीं छोड़ी और हमेशा वह गरीबों के मसीहा बने रहें.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आई पी सिंह ने आगे लिखा कि समाज के जिस वंचित और शोषित वर्ग के लिए नेताजी ने संघर्ष किया. इस वर्ग की पीड़ा और दर्द आपसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता. मुलायम सिंह ने आजीवन एक ऐसे सक्षम समाज के लिए संघर्ष किया, जहां सभी को बराबरी का मौका मिले, एक ऐसा समाज जो शहर, गांव, अमीर, गरीब, हिंदू, मुसलमान, अगड़े, पिछड़े सभी को एक धागे में पिरो कर सशक्त भारत का निर्माण करें.
सपा प्रवक्ता ने लिखा कि मुलायम सिंह यादव के देहांत से पूरा देश शोकाकुल है और सभी में निराशा का भाव है. ऐसे में उनके करोड़ों चाहने वालों और समाजवादी विचारधारा के हर सिपाही की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए नेताजी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की घोषणा की जानी चाहिए. धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव वह नाम है, जो भारत रत्न की शोभा बढ़ाने का काम करेगा. यह फैसला हर उस व्यक्ति को साहस देगा, जो सामाजिक शोषण के विरुद्ध उठी एक निर्भीक आवाज है और शायद फिर भारत के किसी कोने में एक ऐसी ही निडर और निर्भीक आवाज गूंजे, जिसे देश नेताजी कह कर बुलाए.
सीएम योगी से आगरा एक्सप्रेस वे का नाम मुलायम के नाम करने की मांग
वहीं, सपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि साथ ही साथ मेरा सीएम @myogiadityanath से अनुरोध है कि देश की सबसे बेहतरीन सड़क आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का नाम ‘धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव’ एक्सप्रेसवे रखा जाए. ऐसी सड़क जिसका शिलान्यास और उद्घाटन दोनों हो नेताजी ने किया और जो रिकार्ड समय में बन कर तैयार हुई.
यह भी पढ़ें- गैर मर्द से संबंध रखने वाली महिला को भरण-पोषण का कोई अधिकार नहीं: लखनऊ कोर्ट