लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि हमने बिजली उत्पादन की कोई नई इकाई तो नहीं लगाई है, लेकिन पहले की सरकारों की तुलना में बिजली की बेहतर सप्लाई कर रहे हैं. बिजली की ज्यादा सप्लाई दी जा रही है. इस पर प्रदेश में बिजली सप्लाई को लेकर सरकार के आए जवाब से असंतुष्ट समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया.
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के जवाब से असंतुष्ट होकर नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी ने कहा कि सरकार जनता को भ्रम में डालने का काम कर रही है. अखिलेश सरकार में बिजली सप्लाई का जो रोस्टर तैयार किया था, उसी पर यह सरकार भी बिजली देने का दावा कर रही है.
विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी के नेता लालजी वर्मा ने कहा कि अभी विधानसभा में बिजली के उत्पादन के संबंध में एक प्रश्न लगा था कि क्या वर्तमान सरकार ने कोई बिजली उत्पादन के लिए नए प्रोजेक्ट लगाए हैं, जिसमें ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमने बिजली उत्पादन के केंद्र तो नहीं लगाए हैं, लेकिन हमने विद्युत की आपूर्ति बढ़ाई है. सस्ते दर में हम बिजली खरीद रहे हैं.
इस पर विरोधी दल के नेता ने प्रश्न किया कि आप लोग सस्ती बिजली खरीद रहे हैं. किसान और उपभोक्ता को इसका लाभ मिलना चाहिए, लेकिन सरकार लाभ देने का काम नहीं कर रही है. किसान को पहले 55 रुपये प्रति हार्स पावर बिजली दी जा रही थी, लेकिन अब 170 रुपये प्रति हार्स पावर बिजली दी जा रही है.
सरकार ने इसी तरह से उपभोक्ताओं के बिजली दर को भी करीब चार गुना बढ़ाने का काम किया है. सरकार बिजली दर घटाने के लिए तैयार नहीं हुई, जबकि उन्होंने खुद स्वीकार किया कि बिजली कम दर में खरीदी जा रही है. पहले पांच रुपये में बिजली खरीद रहे थे. अब दो रुपये में बिजली खरीदी जा रही है. खरीदने का काम सस्ता करने के बाद भी उपभोक्ता पर महंगाई का बोझ लादा जा रहा है. सरकार के इस रुख के खिलाफ बहुजन समाज पार्टी ने सदन से बहिर्गमन करने का काम किया है.
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