लखनऊ: विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन सुबह 11:05 बजे राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का अभिभाषण शुरू होते ही विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया. बेल में पहले से मौजूद सपा के विधायकों ने राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सरकार विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी. हालांकि राज्यपाल ने अपना अभिभाषण जारी रखा. वह अपनी सरकार की उपलब्धियां सदन में रख रही थीं. वहीं दूसरी तरफ सपा, बसपा और कांग्रेस ने अभिभाषण का बहिष्कार किया. विपक्ष ने देर से अभिभाषण शुरू होने को लेकर भी सत्ता पक्ष पर हमला बोला है. राज्यपाल का अभिभाषण 11:48 बजे तक चला.
राज्यपाल ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं
राज्यपाल ने अभिभाषण के माध्यम से राज्य में कोविड के दौरान किए गए कार्यों, सांस्कृतिक एवं पर्यटन क्षेत्रों के विकास, प्रदेश में बढ़े निवेश, लोगों को मिले रोजगार, ओडीओपी, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, गोकुल पुरस्कार, नंद बाबा, निराश्रित गोवंश, सहभागिता योजना समेत अन्य उपलब्धियां गिनाईं. अभिभाषण के बाद सदन में धर्मांतरण विरोधी समेत अन्य अध्यादेश पेश किए गए. इसके बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
कोविड19 पर लगाम लगाने के लिए सरकार की सराहनीय पहल
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सार्वजनिक क्षेत्र में 125 लैब तथा निजी क्षेत्र में 104 लैब काम कर रही हैं. कोविड जांच क्षमता को शून्य से दो लाख प्रतिदिन तक पहुंचाने, कोविड के लिए डेढ़ लाख से अधिक बेड एवं प्रत्येक जिले में आईसीयू की व्यवस्था कर हेल्थ सेक्टर को सुदृढ़ बनाया गया है. कोरोना प्रबंधन में हमारी सरकार ने जो कार्य किया है, उसकी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना की गई है. मौजूदा समय में कोरोना संक्रमण की चीन को तोड़ने के लिए वृहद स्तर पर टीकाकरण किया जा रहा है.
40 लाख प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जनपद भेजा
श्रमिकों एवं छात्रों के लिए उठाए कदम राज्यपाल ने कहा कि मेरी सरकार में परिवहन निगम की बसों के माध्यम से लगभग 40 लाख प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जनपद तक भेजा गया, उन्हें चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं. स्थानीय स्तर पर रोजगार दिलाने के लिए बड़े पैमाने पर व्यवस्था की गई. प्रवासी श्रमिकों को 15 दिन के उपयोग के लिए राशन किट भी वितरित किया गया. साथ ही उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में एक हजार रुपये भी दिए गए. राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे 12 हजार से अधिक छात्र छात्राओं को उनके घर तक पहुंचाने का काम सरकार ने किया. प्रयागराज में रह रहे करीब 14 हजार प्रतियोगी परीक्षार्थियों को उनके घर तक पहुंचाया गया.
राम मंदिर का निर्माण शुरू
राज्यपाल ने कहा कि कोरोना काल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने संतो की मौजूदगी में अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि स्थल पर भव्य मंदिर निर्माण का शुभारंभ कुशलतापूर्वक संपन्न किया. इसकी भी सर्वत्र प्रशंसा हुई है. उन्होंने कहा कि मुझे हर्ष हो रहा है कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर अयोध्या उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर शीर्षक से भव्य झांकी को देश में पहला स्थान मिला है. अयोध्या में तीन दिवसीय तथा वाराणसी में देव दिवाली के अवसर पर भव्य दीपोत्सव का आयोजन भी सफलतापूर्वक संपन्न किया गया है.
सपा ने सरकार बोला हमला
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि राज्यपाल अभिभाषण नहीं पढ़ना चाहती थीं. इसलिए वह देर से आईं. महिलाओं पर अत्याचार बढ़ा है. उनको मुख्य्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ने मनाया तो वह सात आठ मिनट देर से आईं है. पत्रकारों को वहां से हटाया गया है. उसकी भी निंदा हम करते हैं. हमने पांच मिनट देर से अभिभाषण का विरोध करते हुए पूरे अभिभाषण का बहिष्कार किया है. उन्नाव घटना से बड़ी घटना हो ही नही सकती. उच्च न्यायालय ने इस मामले पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं, जिसके कारण सरकार अब प्रेस को बैन कर रही है.
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बसपा ने बोला हमला
बसपा नेता विधानमंडल दल लालजी वर्मा ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण सरकार के वक्तव्यों का पुलिंदा होता है. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब राज्यपाल सरकार से असहमत थीं. इसलिए देर से आईं. सरकार किसानों को बिचौलियों के हाथ मे बांधने का काम कर रही है. बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिला. जब से भाजपा की सरकार बनी है. पूरे प्रदेश में महिलाओं से बलात्कार और हत्या हो रही है. कानून व्यवस्था ध्वस्त है.
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कांग्रेस ने भी किया बहिष्कार
नेता विधानमंडल दल कांग्रेस आराधना मिश्रा ने कहा कि पूरी तरह से सरकार संवेदनहीन है. सरकार को उत्तर प्रदेश के बेटियों से माफी मांगनी चाहिए. हमने अभिभाषण का विरोध किया है. आज तक कभी नहीं हुआ कि राज्यपाल का अभिभाषण पांच मिनट देर से शुरू हुआ हो. जब अभिभाषण ही देर से शुरू हुआ तो सरकार कैसे काम कर रही है. यह पता चलता है.
विपक्ष का रवैया ठीक नहीं
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार यह बजट सत्र शुरू हुआ है. राज्यपाल का अभिभाषण सरकार के कार्यों का स्वरूप होता है. प्रदेश के विकास के बारे में होता है. विपक्ष ने गैर जिम्मेदाराना तरीका अपनाया है. हमारी राज्यपाल महिला राज्यपाल हैं. विपक्ष ने राज्यपाल का सम्मान नहीं किया. वह नहीं चाहते कि प्रदेश का विकास हो. वह हंगामा करके बहिष्कार करके चले गए. सपा , बसपा , कांग्रेस ने जो आचरण किया है वह किसी प्रकार सही नहीं है.