अमेठी: लखनऊ विधानसभा के सामने 17 जुलाई को शाम 4 बजे दो महिलाओं ने आत्मदाह करने का प्रयास किया था. दोनों महिलाएं मां-बेटी थीं. मां की आज मौत हो गई. महिला का नाम सोफिया है और आत्मदाह के प्रयास में उनका शरीर 60 प्रतिशत जल गया था. महिला का अंतिम संस्कार उनके गांव जामों में किया जाएगा.
इलाज के दौरान लखनऊ सिविल अस्पताल में सोफिया की मौत हुई है. महिला का शव लखनऊ से जामो शाम तक पहुंचने की संभावना है. शव पहुंचने के पहले ही गांव के बाहर कब्र की खुदाई शुरू कर दी गई है. प्रशासनिक अमला पूरी तरह से तैयार है. सोफिया के शव को पहुंचने के बाद जल्द से जल्द अंतिम संस्कार कराया जाएगा. सोफिया की बेटी गुड़िया का अभी भी सिविल अस्पताल लखनऊ में इलाज हो रहा है.
राजधानी लखनऊ में शुक्रवार के दिन दिल दहला देने वाला मामला सामने आया था. अमेठी जिले की रहने वाली दो महिलाओं ने गांव के दबंगों से तंग आकर विधानसभा के सामने खुद को आग लगा ली थी. आग से झुलसी महिलाओं को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी. दोनों पीड़िताओं में से एक की बुधवार को मौत हो गई. बताया जा रहा है कि गांव के दबंग दोनों महिलाओं को जमीन के लिए परेशान कर रहे थे. आरोप है कि स्थानीय पुलिस भी इन पीड़िताओं की कोई सुनवाई नहीं कर रही थी.
जानें क्यों हुआ विवाद
मामला 9 मई 2020 का है, जब गुड़िया का अपने पड़ोसी अर्जुन साहू से नाली को लेकर विवाद हो गया था. इसके बाद गुड़िया की तहरीर पर जामो थाने में अर्जुन साहू समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था. विपक्षी अर्जुन साहू की तहरीर पर गुड़िया पर भी धारा 323, 452, 308 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था. जनपद की पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही थी. इस बीच दोनों महिलाओं ने जनपद से मंडल तक के पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई थी. पीड़ित महिलाओं ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व दो दिन पहले गौरीगंज सीओ अर्पित कपूर से भी मुलाकात कर इस घटना से अवगत कराया था. जब कार्रवाई नहीं हुई तो महिलाओं ने आत्मदाह का प्रयास किया.