लखनऊः आधुनिक युग की महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है. खेलकूद से लेकर अंतरिक्ष तक महिलाओं ने अपना नाम दर्ज कराया है. मौजूदा समय में युवा पीढ़ी तेजी से आगे बढ़ रही है. अब आप अगर शहर में निकलिए तो बहुत सारी महिलाएं सिगरेट और शराब पीती नजर आ जाएंगी. हर बेटी को बेटों की तरह रहने, घूमने-फिरने और कपड़े पहनने का अधिकार है. लेकिन डॉक्टर के मुताबिक महिला अगर सिगरेट पीती है तो उसका नुकसान काफी होता है. वैसे तो महिला और पुरुषों में नुकसान करीब समान ही होता है. लेकिन कई केस में महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान काफी कॉम्प्लिकेशंस होना शुरू हो जाता है.
तनाव की वजह से लोग पीते हैं सिगरेट
सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर एसके नंदा बताते हैं कि युवा पीढ़ी बहुत तेजी से चकाचौंध की दुनिया में आगे बढ़ रही है. सिगरेट, शराब पीना मानों कोई फैशन या ट्रेंड बन गया है. उन्होंने बताया कि अधिक सिगरेट पीने का सबसे बड़ी वजह जो सामने आई है वो तनाव है. एक स्टडी के मुताबिक 66 फीसदी लोगों को प्रोफेशनल तनाव है. 62 फीसदी लोगों को फाइनेंशियल तनाव है और 49 फीसदी लोग घरेलू तनाव से परेशान हैं. इनमें 21-30 साल के लोग 43 फीसदी हैं. 31-40 साल के 55 फीसदी लोग हैं और 44 फीसदी लोगों की उम्र 41 से 50 साल है. 66 फीसदी महिलाएं प्रोफेशनल कारणों से तनाव में रहती हैं. इसके साथ ही 45 फीसदी महिलाएं सोशल कमिटमेंट को लेकर तनाव का सामना करती हैं.
महिलाओं की तेजी से बदली लाइफ स्टाइल
क्वीन मेरी अस्पताल की डॉक्टर रेखा सचान का कहना है कि महिलाओं में स्मोकिंग का क्रेज बढ़ना चिंताजनक है, लेकिन इसमें कमी आ सकती है. मेट्रो सिटी में बहुत ही तेजी से महिलाओं की लाइफ स्टाइल बदल रही है. पढ़ी लिखी महिलाएं ऑफीशियली कामकाज में भी आगे रहती है. जिसकी वजह से डिप्रेशन की शिकार भी होती है. मुख्य वजह यही है कि जितनी भी पढ़ी-लिखी वर्किंग महिलाएं होती हैं. उन्हें काम का अधिक प्रेशर रहता है, जिसकी वजह से सिगरेट की लत लग जाती है. उन्होंने बताया कि अन्य देशों में भी अचानक महिलाओं में स्मोकिंग का क्रेज बढ़ गया था, लेकिन अब स्थिति संभल गई है. देखा जाए तो दिल्ली एनसीआर, नोएडा और अब यूपी के लखनऊ, बनारस, जैसे शहरों में लोगों की लाइफस्टाइल तेजी से बदली है और इन नतीजों का ये भी एक कारण हो सकता है. महिलाओं का पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चलना तो ठीक है, लेकिन नशे की लत से जितना दूर रहें उतना बेहतर होगा.
दोस्तों की संगत भी डालती हैं गलत प्रभाव
डॉक्टर रेखा बताती है कि ज्यादातर देखा गया है कि युवा लड़कियां अब सिगरेट शराब की ओर ज्यादा रुख कर रही हैं. इसमें पेरेंट्स को अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देना चाहिए. आप की लड़कियां किसके साथ उठ बैठ रही हैं, कैसे दोस्तों के साथ उसका चलना फिरना या घूमना फिरना है. इसके साथ ही अपने बच्चों से भी खुलकर बातचीत करना चाहिए. ताकि अगर कोई उन्हें गलत चीजों की लत लगवाने की कोशिश करता है, तो वह आपको खुल कर बताएं या उन्हें सही डिसीजन लेने की अच्छी समझ हो.
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सिगरेट सेवन से महिलाओं को होने वाली दिक्कतें
- जो महिलाएं सिगरेट और शराब का सेवन करती हैं. उन्हें भविष्य में तमाम दिक्कतें होती हैं. जिसमें गर्भावस्था के दौरान कॉम्प्लिकेशन भी शामिल हैं.
- प्रेग्नेंसी कॉम्प्लिकेशन में कभी-कभी गर्भवती की जान खतरे में पड़ जाती है तो कभी नवजात शिशु की सांसे थम जाती हैं.
- 70 फीसदी महिलाओं का बॉडी मास इंडेक्स सामान्य नहीं होते हैं, जबकि पुरुषों में ये आंकड़ा सिर्फ 63 फीसदी है.
- 36 फीसदी महिलाओं में हाइपरटेंशन देखी जाती है, जबकि सिर्फ 26 फीसदी पुरुष हाइपरटेंशन का शिकार हैं.
- 45 फीसदी महिलाएं सोशल कमिटमेंट को लेकर टेंशन में रहती हैं, जबकि सिर्फ 33 फीसदी पुरुष इस बारे में सोचते हैं.
- 36 फीसदी महिलाएं मूड बदलने, डिप्रेशन और एंक्जाइटी की दिक्कत झेलती हैं, जबकि पुरुषों में यह आंकड़ा सिर्फ 20 फीसदी है.
- 39 फीसदी महिलाओं ने नींद न आने या इनसोम्निया की शिकायत होती है, जबकि सिर्फ 15 फीसदी पुरुष ये दिक्कत झेलते हैं.
- 30 फीसदी महिलाओं के खाने-पीने का समय बिगड़ा हुआ रहता है, जबकि पुरुषों में यह दिक्कत सिर्फ 20 फीसदी लोगों को होती है.
- मादक पदार्थ का सेवन करके वाहन इत्यादि न चलाए. इससे एक्सीडेंट के चांस बढ़ जाते हैं.