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सात लाख प्रवासी श्रमिकों को स्वरोजगार से जोड़ेगा कौशल विकास विभाग

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Published : Jun 9, 2020, 3:53 AM IST

उत्तर प्रदेश सरकार दूसरे राज्यों से आए सात लाख प्रवासी श्रमिकों को कौशल विकास विभाग से जोड़ेगी. प्रदेश के कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि स्किल मैपिंग के जरिए सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध हुनर की जानकारी हो गई है. कौशल विकास के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा सकता है. इस दिशा में सरकार काम भी कर रही है.

प्रवासी श्रमिकों को स्वरोजगार से जोड़ेगा कौशल विकास विभाग
प्रवासी श्रमिकों को स्वरोजगार से जोड़ेगा कौशल विकास विभाग

लखनऊ: कौशल विभाग के केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा है कि प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग और उद्यमियों को मिलने वाले प्रोत्साहन से स्थानीय स्तर पर रोजगार का नया आधार तैयार होगा. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है. उद्यमियों को सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चुनौतियों को अवसर में बदलने का प्रयास करना होगा.

प्रदेश के कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि कौशल सुधार योजना के तहत प्रदेश के सात लाख प्रवासी श्रमिकों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाएगा. केंद्र सरकार के कैबिनेट मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय और प्रदेश सरकार के कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने सोमवार को पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के यूपी चैप्टर की ओर से आयोजित वेबीनार में हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में देश और प्रदेश के कई बड़े उद्योगपति और कारोबारी भी शामिल हुए. कार्यक्रम के दौरान केंद्र और राज्य के दोनों मंत्रियों ने बताया कि कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने की योजना पर काम शुरू हो गया है.

केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि प्रमुख उद्योगपतियों और कारोबारियों के साथ सरकार के सहयोग और तालमेल को बढ़ाए जाने की जरूरत है. उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़े पैमाने पर प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग कराई है. इससे उद्यमियों के साथ-साथ श्रमिकों को भी फायदा मिलेगा. प्रदेश के कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि स्किल मैपिंग के जरिए सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध हुनर की जानकारी हो गई है. कौशल विकास के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा सकता है. इस दिशा में सरकार काम भी कर रही है. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल से नल के कारण पूरे देश में प्लंबर मैकेनिक जैसे लोगों के लिए स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध होने जा रहे हैं.

पीएचडी चैंबर के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और पैरामाउंट केबल समूह के चेयरमैन संजय अग्रवाल ने कहा कि मोदी योगी सरकार की नियत अच्छी है, लेकिन नीतियों के क्रियान्वयन में और तेजी लाए जाने की जरूरत है. यूपी चैप्टर चेयरमैन मनोज गौड़ ने कंस्ट्रक्शन क्षेत्र को सरकार के सहायता की आवश्यकता बताई और दावा किया कि इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराना संभव है. पीएचडी चैंबर यूपी चेप्टर के को-चेयरमैन मनीष खेमका ने कहा कि सरकार ने स्किल मैपिंग के जरिए मानव संसाधन का बड़ा आधार तैयार किया है. इसके समुचित उपयोग के लिए प्रभावी तंत्र की आवश्यकता है, जिससे कुशल कामगारों को सही उद्यमियों से जोड़ा जा सके. अगर इसमें देरी हुई तो सारी मेहनत व्यर्थ चली जाएगी.

कार्यक्रम में जापान, थाईलैंड, और यूनाइटेड किंगडम के प्रवासी भारतीयों के अलावा डीसीएम श्रीराम इंडस्ट्रीज के चेयरमैन आलोक श्रीराम, रेडिको खेतान के चेयरमैन ललित खेतान, उत्तर प्रदेश कौशल विकास विभाग के एमडी कुणाल सिल्कू, अमित इकबाल श्रीवास्तव, केबी सिंह, गौरव प्रकाश, सौरव सान्याल आदि शामिल हुए.

लखनऊ: कौशल विभाग के केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा है कि प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग और उद्यमियों को मिलने वाले प्रोत्साहन से स्थानीय स्तर पर रोजगार का नया आधार तैयार होगा. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है. उद्यमियों को सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चुनौतियों को अवसर में बदलने का प्रयास करना होगा.

प्रदेश के कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि कौशल सुधार योजना के तहत प्रदेश के सात लाख प्रवासी श्रमिकों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाएगा. केंद्र सरकार के कैबिनेट मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय और प्रदेश सरकार के कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने सोमवार को पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के यूपी चैप्टर की ओर से आयोजित वेबीनार में हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में देश और प्रदेश के कई बड़े उद्योगपति और कारोबारी भी शामिल हुए. कार्यक्रम के दौरान केंद्र और राज्य के दोनों मंत्रियों ने बताया कि कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने की योजना पर काम शुरू हो गया है.

केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि प्रमुख उद्योगपतियों और कारोबारियों के साथ सरकार के सहयोग और तालमेल को बढ़ाए जाने की जरूरत है. उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़े पैमाने पर प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग कराई है. इससे उद्यमियों के साथ-साथ श्रमिकों को भी फायदा मिलेगा. प्रदेश के कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि स्किल मैपिंग के जरिए सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध हुनर की जानकारी हो गई है. कौशल विकास के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा सकता है. इस दिशा में सरकार काम भी कर रही है. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल से नल के कारण पूरे देश में प्लंबर मैकेनिक जैसे लोगों के लिए स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध होने जा रहे हैं.

पीएचडी चैंबर के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और पैरामाउंट केबल समूह के चेयरमैन संजय अग्रवाल ने कहा कि मोदी योगी सरकार की नियत अच्छी है, लेकिन नीतियों के क्रियान्वयन में और तेजी लाए जाने की जरूरत है. यूपी चैप्टर चेयरमैन मनोज गौड़ ने कंस्ट्रक्शन क्षेत्र को सरकार के सहायता की आवश्यकता बताई और दावा किया कि इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराना संभव है. पीएचडी चैंबर यूपी चेप्टर के को-चेयरमैन मनीष खेमका ने कहा कि सरकार ने स्किल मैपिंग के जरिए मानव संसाधन का बड़ा आधार तैयार किया है. इसके समुचित उपयोग के लिए प्रभावी तंत्र की आवश्यकता है, जिससे कुशल कामगारों को सही उद्यमियों से जोड़ा जा सके. अगर इसमें देरी हुई तो सारी मेहनत व्यर्थ चली जाएगी.

कार्यक्रम में जापान, थाईलैंड, और यूनाइटेड किंगडम के प्रवासी भारतीयों के अलावा डीसीएम श्रीराम इंडस्ट्रीज के चेयरमैन आलोक श्रीराम, रेडिको खेतान के चेयरमैन ललित खेतान, उत्तर प्रदेश कौशल विकास विभाग के एमडी कुणाल सिल्कू, अमित इकबाल श्रीवास्तव, केबी सिंह, गौरव प्रकाश, सौरव सान्याल आदि शामिल हुए.

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