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राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले सिखों को RSS के और नजदीक लाने में जुटे चंपत राय

बुधवार को लखनऊ में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra Trust) के महासचिव चंपत राय ने कहा देश व समाज की रक्षा के लिए गुरू तेग बहादुर ने अपना सब कुछ न्यौछावर किया. उन्होंने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले सिखों को RSS के और नजदीक लाने की कोशिश की.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 30, 2023, 7:40 AM IST

लखनऊ: सिख धर्म शिक्षाओं के साथ उनका सनातन परंपरा से जोड़ने के प्रयास में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय 22 जनवरी को श्री राम जन्मभूमि में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से पहले एक नई मुहिम में जुट गए हैं. सिखों को उनकी मुगल साम्राज्य के प्रति विरोध की नींव के संबंध में चंपत राय याद दिला रहे हैं ताकि कनाडा की घटनाओं को लेकर हिंदू और सिखों के बीच जो मनमुटाव पैदा करने की कोशिश से हो रही हैं उन पर लगाम लगाई जा सके.

राष्ट्र व धर्म की रक्षा के प्रतीक गुरू तेग बहादुर साहिब के पावन शहीदी दिवस को समर्पित अरदास का आयोजन बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्तीय कार्यालय भारती भवन में किया गया. रहिरास साहब द्वारा प्रभु का सिमरन सब ते ऊंचा के पाठ से कार्यक्रम की शुरूआत हुई. इस अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि देश व समाज की रक्षा करने के लिए गुरू तेग बहादुर ने अपना सब कुछ न्यौछावर किया. वह हमारे बीच में ही जन्म लेने वाले जिसमें साक्षात परमेश्वर ही प्रवेश करके आये थे। दिल्ली का शीशगंज गुरूद्वारा उनकी कहानी कहता है.

लखनऊ में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय
लखनऊ में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय

लखनऊ में चंपत राय ने कहा कि अपने पुत्र से प्रेरणा लेकर गुरू तेग बहादुर ने बलिदान दिया। उनका सारा परिवार बलिदान हो गया. साढ़े तीन सौ साल के बाद भी हम उनका बलिदान दिवस मना रहे हैं। यह महापुरूष की श्रेष्ठता का प्रदर्शन करता है. भगवान की भक्ति की श्रेष्ठता तथा जिसका सीधा भगवान से संबंध रहता है वही इतना बड़ा बलिदान कर सकता है. हमारे ह्रदयों में ऐसे बलिदानों की अग्नि,ऐसे बलिदान हमें प्रेरणा देते रहें यह मैं कामना करता हूं.

श्री गुरू तेग बहादुर शहीदी दिवस आयोजन समिति के प्रशान्त भाटिया ने कहा कि गुरू तेग बहादुर ने देश व हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए बलिदान दिया. उन्होंने कश्मीरी पंडितों की सहायता के लिए अपने प्राण गंवाए लेकिन धर्म नहीं छोड़ा. इसीलिए उन्हें हिन्द की चादर कहा जाता है. सिख गुरुओं और गुरू तेग बहादुर के बलिदान से आज की पीढ़ी प्रेरणा ले इसीलिए इस कार्यक्रम का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है. प्रशान्त भाटिया ने बताया कि अवध प्रान्त के सभी जिला कार्यालयों पर गुरू तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर कार्यक्रम आयोजित होता है.

इसके बाद श्री गुरू ग्रन्थ साहिब के आगमन के बाद दशमेश पब्लिक स्कूल व गवाह सच्ची वाणी ग्रुप लखनऊ के बच्चों ने कीर्तन प्रस्तुत किया.इसके बाद संत आसूदा राम आश्रम लखनऊ,गुरूद्वारा आलमबाग के दिनेश सिंह,नाका हिन्डोला गुरूद्धारा के सरदार राजेन्द्र सिंह ने कीर्तन गाया. इस अवसर पर समूह साध संगत ने गुरू तेग बहादुर जी के जीवन पर आधारित प्रदर्शन का अवलोकन किया. इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल, प्रान्त प्रचारक कौशल, सह क्षेत्र प्रचार प्रमुख मनोजकांत, राष्ट्रधर्म के प्रबंधक पवनपुत्र बादल,वरिष्ठ प्रचारक राम जी भाई व विधायक पंकज सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.

ये भी पढ़ें- राम मंदिर की सुरक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी होगा इस्तेमाल, प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में बेहद कड़ी होगी सुरक्षा

लखनऊ: सिख धर्म शिक्षाओं के साथ उनका सनातन परंपरा से जोड़ने के प्रयास में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय 22 जनवरी को श्री राम जन्मभूमि में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से पहले एक नई मुहिम में जुट गए हैं. सिखों को उनकी मुगल साम्राज्य के प्रति विरोध की नींव के संबंध में चंपत राय याद दिला रहे हैं ताकि कनाडा की घटनाओं को लेकर हिंदू और सिखों के बीच जो मनमुटाव पैदा करने की कोशिश से हो रही हैं उन पर लगाम लगाई जा सके.

राष्ट्र व धर्म की रक्षा के प्रतीक गुरू तेग बहादुर साहिब के पावन शहीदी दिवस को समर्पित अरदास का आयोजन बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्तीय कार्यालय भारती भवन में किया गया. रहिरास साहब द्वारा प्रभु का सिमरन सब ते ऊंचा के पाठ से कार्यक्रम की शुरूआत हुई. इस अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि देश व समाज की रक्षा करने के लिए गुरू तेग बहादुर ने अपना सब कुछ न्यौछावर किया. वह हमारे बीच में ही जन्म लेने वाले जिसमें साक्षात परमेश्वर ही प्रवेश करके आये थे। दिल्ली का शीशगंज गुरूद्वारा उनकी कहानी कहता है.

लखनऊ में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय
लखनऊ में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय

लखनऊ में चंपत राय ने कहा कि अपने पुत्र से प्रेरणा लेकर गुरू तेग बहादुर ने बलिदान दिया। उनका सारा परिवार बलिदान हो गया. साढ़े तीन सौ साल के बाद भी हम उनका बलिदान दिवस मना रहे हैं। यह महापुरूष की श्रेष्ठता का प्रदर्शन करता है. भगवान की भक्ति की श्रेष्ठता तथा जिसका सीधा भगवान से संबंध रहता है वही इतना बड़ा बलिदान कर सकता है. हमारे ह्रदयों में ऐसे बलिदानों की अग्नि,ऐसे बलिदान हमें प्रेरणा देते रहें यह मैं कामना करता हूं.

श्री गुरू तेग बहादुर शहीदी दिवस आयोजन समिति के प्रशान्त भाटिया ने कहा कि गुरू तेग बहादुर ने देश व हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए बलिदान दिया. उन्होंने कश्मीरी पंडितों की सहायता के लिए अपने प्राण गंवाए लेकिन धर्म नहीं छोड़ा. इसीलिए उन्हें हिन्द की चादर कहा जाता है. सिख गुरुओं और गुरू तेग बहादुर के बलिदान से आज की पीढ़ी प्रेरणा ले इसीलिए इस कार्यक्रम का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है. प्रशान्त भाटिया ने बताया कि अवध प्रान्त के सभी जिला कार्यालयों पर गुरू तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर कार्यक्रम आयोजित होता है.

इसके बाद श्री गुरू ग्रन्थ साहिब के आगमन के बाद दशमेश पब्लिक स्कूल व गवाह सच्ची वाणी ग्रुप लखनऊ के बच्चों ने कीर्तन प्रस्तुत किया.इसके बाद संत आसूदा राम आश्रम लखनऊ,गुरूद्वारा आलमबाग के दिनेश सिंह,नाका हिन्डोला गुरूद्धारा के सरदार राजेन्द्र सिंह ने कीर्तन गाया. इस अवसर पर समूह साध संगत ने गुरू तेग बहादुर जी के जीवन पर आधारित प्रदर्शन का अवलोकन किया. इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल, प्रान्त प्रचारक कौशल, सह क्षेत्र प्रचार प्रमुख मनोजकांत, राष्ट्रधर्म के प्रबंधक पवनपुत्र बादल,वरिष्ठ प्रचारक राम जी भाई व विधायक पंकज सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.

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