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अजीत सिंह हत्याकांड: शॉर्प शूटर संदीप गिरफ्तार, इस तरह रची गई हत्या की साजिश

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Published : Jan 21, 2021, 9:43 PM IST

राजधानी लखनऊ के बहुचर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में क्राइम ब्रांच और थाना विभूतिखंड की संयुक्त पुलिस टीम ने एक शॉर्प शूटर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार शूटर पर जौनपुर से 10 हजार रुपये का इनाम घोषित है. पकड़े गए शूटर ने पुलिस पूछताछ में बताया कि आखिर इस हत्याकांड को कैसे अंजाम दिया गया.

shooter sandeep singh arrested in ambedkar nagar
शॉर्प शूटर संदीप गिरफ्तार.

लखनऊ : राजधानी के विभूति खंड इलाके में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में पुलिस ने हत्या में शामिल एक शूटर संदीप सिंह उर्फ बाबा को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल और कई जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. अजीत की हत्या 1 साल पहले ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू और अखंड प्रताप सिंह ने जेल के भीतर ही रची थी. इस बात का खुलासा पकड़े गए आरोपी संदीप सिंह ने किया है. संदीप सिंह को अंबेडकर नगर जिले से गिरफ्तार किया गया है. वह चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के महुआ कला गांव का रहने वाला है.

जानकारी देते संयुक्त पुलिस आयुक्त.

विधायक सर्वेश सिंह हत्याकांड का मुख्य गवाह था अजीत

मिली जानकारी के मुताबिक, 2013 में विधायक सर्वेश सिंह उर्फ सीपू की हत्या में मुख्य गवाह अजीत सिंह था. लिहाजा अजीत कोर्ट में गवाही न दे सके, इसलिए अजीत की हत्या की खौफनाक साजिश जेल में ही बैठकर विधायक के हत्यारों ने रची थी. कुंटू सिंह और अखंड के कहने पर शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर उर्फ कन्हैया ने शूटर संदीप, रवि यादव, शिवेंद्र उर्फ अंकुर सिंह, राजेश तोमर, बंटी उर्फ मुस्तफा को अजीत की हत्या के लिए तैयार किया, जिसके बाद विभूति खंड के कठौता में जब अजीत अपने दोस्त मोहर के साथ बुलेट प्रूफ बुलेट गाड़ी से पहुंचा तो इन 6 शूटरों ने मिलकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उसे मौत की नींद सुला दिया था. अजीत बचे ना इसलिए इन शूटरों ने तकरीबन 22 से 25 गोली दागी थी.


शूटर को भी लगी थी गोली

पुलिस ने इस बात का भी खुलासा किया है कि अलग-अलग बाइक से पहुंचे शूटरों ने जब अजीत पर गोली दागी तो जवाब में शूटर राजेश तोमर को भी गोली लगी थी, जिसके बाद उसका इलाज गोमती नगर विस्तार के अवध विहार स्थित अलकनंदा अपार्टमेंट में 1102 फ्लैट में किया गया. पुलिस के सामने कबूल नामा खुद इलाज करने वाले डॉक्टर ए के सिंह ने भी किया है. घायल शूटर राजेश तोमर सुनील राठी गैंग का सदस्य है. हत्या के बाद हत्यारे डस्टर गाड़ी से फरार हुए थे, जिसे बंधन नाम का शख्स ड्राइव कर रहा था. हालांकि हत्या के लिए इन शूटरों को कितने की सुपारी दी गई, इसका जवाब पुलिस के पास नहीं है.

लखनऊ : राजधानी के विभूति खंड इलाके में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में पुलिस ने हत्या में शामिल एक शूटर संदीप सिंह उर्फ बाबा को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल और कई जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. अजीत की हत्या 1 साल पहले ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू और अखंड प्रताप सिंह ने जेल के भीतर ही रची थी. इस बात का खुलासा पकड़े गए आरोपी संदीप सिंह ने किया है. संदीप सिंह को अंबेडकर नगर जिले से गिरफ्तार किया गया है. वह चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के महुआ कला गांव का रहने वाला है.

जानकारी देते संयुक्त पुलिस आयुक्त.

विधायक सर्वेश सिंह हत्याकांड का मुख्य गवाह था अजीत

मिली जानकारी के मुताबिक, 2013 में विधायक सर्वेश सिंह उर्फ सीपू की हत्या में मुख्य गवाह अजीत सिंह था. लिहाजा अजीत कोर्ट में गवाही न दे सके, इसलिए अजीत की हत्या की खौफनाक साजिश जेल में ही बैठकर विधायक के हत्यारों ने रची थी. कुंटू सिंह और अखंड के कहने पर शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर उर्फ कन्हैया ने शूटर संदीप, रवि यादव, शिवेंद्र उर्फ अंकुर सिंह, राजेश तोमर, बंटी उर्फ मुस्तफा को अजीत की हत्या के लिए तैयार किया, जिसके बाद विभूति खंड के कठौता में जब अजीत अपने दोस्त मोहर के साथ बुलेट प्रूफ बुलेट गाड़ी से पहुंचा तो इन 6 शूटरों ने मिलकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उसे मौत की नींद सुला दिया था. अजीत बचे ना इसलिए इन शूटरों ने तकरीबन 22 से 25 गोली दागी थी.


शूटर को भी लगी थी गोली

पुलिस ने इस बात का भी खुलासा किया है कि अलग-अलग बाइक से पहुंचे शूटरों ने जब अजीत पर गोली दागी तो जवाब में शूटर राजेश तोमर को भी गोली लगी थी, जिसके बाद उसका इलाज गोमती नगर विस्तार के अवध विहार स्थित अलकनंदा अपार्टमेंट में 1102 फ्लैट में किया गया. पुलिस के सामने कबूल नामा खुद इलाज करने वाले डॉक्टर ए के सिंह ने भी किया है. घायल शूटर राजेश तोमर सुनील राठी गैंग का सदस्य है. हत्या के बाद हत्यारे डस्टर गाड़ी से फरार हुए थे, जिसे बंधन नाम का शख्स ड्राइव कर रहा था. हालांकि हत्या के लिए इन शूटरों को कितने की सुपारी दी गई, इसका जवाब पुलिस के पास नहीं है.

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