लखनऊः मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में शामिल शूटरों ने पुलिस को गुमराह कर दिया है. फरार एक शूटर का नाम और पता गलत बताया गया. यह खुलासा पुलिस की पड़ताल में हुआ है. पुलिस अब इस मामले में सभी आरोपियों को फिर से रिमांड पर लेगी.
छठे शूटर का नहीं चल रहा पता
मऊ के पूर्व ब्लॉक् प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में सबसे पहले शूटर संदीप उर्फ बाबा को आजमगढ़ से गिरफ्तार किया गया था. 21 जनवरी को पूछताछ में उसने पूरी साजिश की कई परतें खोली थी. बाबा ने बताया था कि अजीत की हत्या आजमगढ़ जेल में बंद ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू और अखंड सिंह के कहने पर की है. शूटरों का बंदोबस्त गिरधारी के कहने पर हुआ था. संदीप ने पांच शूटरों के नाम तो पुलिस को सही बताए थे, लेकिन छठे शूटर का नाम रवि यादव बताया था. उसने बताया था कि वारदात के बाद गिरधारी के साथ रवि यादव स्कूटी से फरार हो गया था. पुलिस ने रवि यादव की तलाश शुरू की तो पता चला कि रवि यादव नाम का कोई शख्श बताए गए पते पर नहीं है.
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संदीप और दो अन्य शूटरों का पुलिस लेगी रिमांड
पुलिस इस झूठ का पर्दाफाश करने के लिए संदीप और दो अन्य शूटरों को फिर से रिमांड पर लेगी. इस वारदात में अब तक शूटर शिवेंद्र सिंह उर्फ अंकुर, संदीप उर्फ बाबा और मुस्तफा उर्फ बंटी व राजेश तोमर पकड़े गए हैं. इसके अलावा मददगार प्रिंस, रेहान और बंधन जेल में हैं. मददगार विपुल सिंह, प्रदीप कबूतरा और कुणाल की तलाश की जा रही है. जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह पहले ही पुराने मामले में जमानत कटवा कर जेल गए. कुछ दिन बाद जमानत पर बाहर निकल गए. अब कोर्ट ने उन्हें दो सप्ताह के अंदर आत्मसमर्पण करने को कहा है.