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अजीत सिंह हत्याकांडः शूटर संदीप गिरफ्तार, सुनील राठी से जुड़े तार

कठौता चौराहे पर 6 जनवरी की रात 8 बजे अजीत सिंह कर दी गई थी. इस हत्याकांड में पुलिस ने शूटर संदीप उर्फ बाबा को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही इस हत्याकांड के तार पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जेल में बंद और मुन्ना बंजरंगी हत्याकांड के आरोपी सुनील राठी से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं. जानें कैसे...

अजीत सिंह.
अजीत सिंह.
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Published : Jan 22, 2021, 12:47 AM IST

लखनऊ: कठौता चौराहे पर 6 जनवरी की रात 8 बजे अजीत सिंह कर दी गई थी. इस हत्याकांड में पुलिस ने शूटर संदीप उर्फ बाबा को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही पुलिस वारदात का खुलासा करने का दावा कर रही है. पुलिस एक अन्य शूटर गिरधारी को भी रिमांड पर लेने की बात कह रही है. इसके साथ ही इस हत्याकांड के तार पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जेल में बंद और मुन्ना बंजरंगी हत्याकांड के आरोपी सुनील राठी से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं.

हत्या में ये शूटर थे शामिल

वारदात में शूटरों के तीन साथी भी शामिल थे. संदीप, गिरधारी, रवि यादव, शिवेंद्र सिंह, राजेश तोमर, बंटी ने फायरिंग की थी. घटनास्थल पर लाल रंग की गाड़ी से बंधन मौजूद था. वारदात के बाद हमलावरों ने हथियार अंकुर को दे दिया था. पुलिस ने अलकनंदा अपार्टमेंट से उस हथियार को बरामद कर लिया है. हत्याकांड के तार अब मुन्ना बजरंगी के हत्यारोपी सुनील राठी से जुड़ रहे हैं. गैंगवार में घायल हुए शूटर की लखनऊ पुलिस ने शिनाख्त कर ली है.


शूटरों पर इनाम घोषित, नहीं लिया बाहुबली का नाम

पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर के मुताबिक, घायल शूटर अलीगढ़ निवासी राजेश तोमर है. राजेश कुख्यात सुनील राठी का करीबी है. डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने फरार शूटरों को पकड़ने के लिए 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है. जेसीपी अपराध नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि इनाम की रकम बढ़ाई जा सकती है. उन्होंने बताया कि आंबेडकरनगर से बलुआ चंदौली निवासी संदीप सिंह उर्फ बाबा समेत दो लोगों को दबोचा गया है. संदीप ने ही राजेश तोमर के साथ मिलकर अजीत पर गोलियां बरसाई थी. वारदात के बाद संदीप अपने परिचित देवेंद्र सिंह निवासी सदर कोतवाली उकरा गांव के घर छिपा था. पुलिस देवेंद्र और उसके साथी संजय सिंह से पूछताछ कर रही है.

खुलासे ने खड़े किए कई सवाल

सूत्रों का कहना है कि पुलिस की पूछताछ में संदीप ने राजेश तोमर और अन्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अजीत सिंह हत्याकांड के खुलासे का दावा कर रही है. इसके बाद भी कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब पुलिस के पास नहीं हैं.

सुनील राठी गैंग का शूटर है कि राजेश
पुलिस के मुताबिक राजेश तोमर माफिया सुनील राठी गैंग का मुख्य शूटर है. हत्याकांड में शामिल शूटर संदीप सिंह उर्फ बाबा को पुलिस ने अम्बेडकरनगर जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के अनुसार, संदीप ने शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर उर्फ कन्हैया, रवि यादव, अंकुर उर्फ शिवेंद्र सिंह, राजेश तोमर उर्फ जय, बंटी उर्फ मुस्तफा ने मिलकर अजीत सिंह की हत्या की है. वारदात के दौरान राजेश तोमर गोली लगने से घायल हो गया था. वारदात के समय गिरधारी और रवि यादव स्कूटी पर सवार थे. संदीप, शिवेंद्र एक ही मोटरसाइकिल पर थे, जबकि राजेश तोमर और राजेश मुस्तफा अलग गाड़ी से थे.


अजीत सिंह हत्या काण्ड में शूटर गिरफ्तार, खुलासे का दावा

सूत्रों का कहना है कि गिरधारी, मोहर और अजीत अच्छे मित्र थे. ये बाद में एक-दूसरे के दुश्मन हो गए. हालांकि दुश्मनी के बाद भी दोनों ने एक दूसरे को गोली नहीं मारने की कसम खाई थी. सूत्रों पर यकीन करें तो अजीत की हत्या के समय गिरधारी मौके पर मौजूद था, लेकिन उसने गोली नहीं चालाई थी. गिरफ्तार शूटर कुण्टू को अखण्ड का मित्र बताया जा रहा है. वह अपने मित्र की मदद करने के लिए वहां गया था. शूटरों के अलावा अधिकारियों ने किसी भी बाहुबली का नाम कार्रवाई में नहीं लिया है और न ही साजिशकर्ता के बारे में बताया है. पुलिस का दावा है कि कुण्टू और अखण्ड ने दुश्मनी में अजीत की हत्या कराई है. इसके बाद भी पुलिस ने उससे पूछताछ नहीं की है. पुलिस इन सभी बातों पर चुप है.


शूटरों ने बुलेट प्रूफ गाड़ी से किया था पीछा

जेसीपी नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि शूटरों ने बुलेट प्रुफ गाड़ी में अजित की गाड़ी का पीछा किया था. अजीत सामान लेने के लिए गाड़ी से नीचे उतरा तो सभी शूटरों ने उसकी हत्या कर दी. इस दौरान एक शूटर घायल हो गया था. साथियों ने उसका इलाज अलकनंदा अपार्टमेंट में कराया था. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर अलकनंदा अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर-1102 से पिस्टल और पांच कारतूस बरामद किए हैं. पिस्टल को शूटर अंकुर ने यहां रखवाया था. इस मामले में एक पूर्व सांसद का नाम भी जांच के दौरान सामने आया था, लेकिन गिरफ्तार किए गए संदीप उर्फ बाबा ने इस मामले में कोई जानकारी नहीं दी है.

नहीं हुई लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई

घटना के समय कठौता चौराहे पर कोई भी पुलिसकर्मी नहीं था. अजीत हत्याकांड में यह जांच का विषय था, लेकिन अधिकारी इस पर कुछ नहीं बोले. पुलिस ने सूचना दिए बिना शूटर का इलाज करने वाले डॉक्टर और उसके मददगार के बारे में भी कुछ नहीं बोला. पूर्वान्चल के बाहुबलियों का भी नाम इस घटना में आने पर भी जेसीपी चुप्पी साध गए. उन्होंने बस इतना कहा कि वारदात बहुत बड़ी थी. इस मामले की अभी और जांच की जा रही है.

लखनऊ: कठौता चौराहे पर 6 जनवरी की रात 8 बजे अजीत सिंह कर दी गई थी. इस हत्याकांड में पुलिस ने शूटर संदीप उर्फ बाबा को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही पुलिस वारदात का खुलासा करने का दावा कर रही है. पुलिस एक अन्य शूटर गिरधारी को भी रिमांड पर लेने की बात कह रही है. इसके साथ ही इस हत्याकांड के तार पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जेल में बंद और मुन्ना बंजरंगी हत्याकांड के आरोपी सुनील राठी से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं.

हत्या में ये शूटर थे शामिल

वारदात में शूटरों के तीन साथी भी शामिल थे. संदीप, गिरधारी, रवि यादव, शिवेंद्र सिंह, राजेश तोमर, बंटी ने फायरिंग की थी. घटनास्थल पर लाल रंग की गाड़ी से बंधन मौजूद था. वारदात के बाद हमलावरों ने हथियार अंकुर को दे दिया था. पुलिस ने अलकनंदा अपार्टमेंट से उस हथियार को बरामद कर लिया है. हत्याकांड के तार अब मुन्ना बजरंगी के हत्यारोपी सुनील राठी से जुड़ रहे हैं. गैंगवार में घायल हुए शूटर की लखनऊ पुलिस ने शिनाख्त कर ली है.


शूटरों पर इनाम घोषित, नहीं लिया बाहुबली का नाम

पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर के मुताबिक, घायल शूटर अलीगढ़ निवासी राजेश तोमर है. राजेश कुख्यात सुनील राठी का करीबी है. डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने फरार शूटरों को पकड़ने के लिए 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है. जेसीपी अपराध नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि इनाम की रकम बढ़ाई जा सकती है. उन्होंने बताया कि आंबेडकरनगर से बलुआ चंदौली निवासी संदीप सिंह उर्फ बाबा समेत दो लोगों को दबोचा गया है. संदीप ने ही राजेश तोमर के साथ मिलकर अजीत पर गोलियां बरसाई थी. वारदात के बाद संदीप अपने परिचित देवेंद्र सिंह निवासी सदर कोतवाली उकरा गांव के घर छिपा था. पुलिस देवेंद्र और उसके साथी संजय सिंह से पूछताछ कर रही है.

खुलासे ने खड़े किए कई सवाल

सूत्रों का कहना है कि पुलिस की पूछताछ में संदीप ने राजेश तोमर और अन्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अजीत सिंह हत्याकांड के खुलासे का दावा कर रही है. इसके बाद भी कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब पुलिस के पास नहीं हैं.

सुनील राठी गैंग का शूटर है कि राजेश
पुलिस के मुताबिक राजेश तोमर माफिया सुनील राठी गैंग का मुख्य शूटर है. हत्याकांड में शामिल शूटर संदीप सिंह उर्फ बाबा को पुलिस ने अम्बेडकरनगर जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के अनुसार, संदीप ने शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर उर्फ कन्हैया, रवि यादव, अंकुर उर्फ शिवेंद्र सिंह, राजेश तोमर उर्फ जय, बंटी उर्फ मुस्तफा ने मिलकर अजीत सिंह की हत्या की है. वारदात के दौरान राजेश तोमर गोली लगने से घायल हो गया था. वारदात के समय गिरधारी और रवि यादव स्कूटी पर सवार थे. संदीप, शिवेंद्र एक ही मोटरसाइकिल पर थे, जबकि राजेश तोमर और राजेश मुस्तफा अलग गाड़ी से थे.


अजीत सिंह हत्या काण्ड में शूटर गिरफ्तार, खुलासे का दावा

सूत्रों का कहना है कि गिरधारी, मोहर और अजीत अच्छे मित्र थे. ये बाद में एक-दूसरे के दुश्मन हो गए. हालांकि दुश्मनी के बाद भी दोनों ने एक दूसरे को गोली नहीं मारने की कसम खाई थी. सूत्रों पर यकीन करें तो अजीत की हत्या के समय गिरधारी मौके पर मौजूद था, लेकिन उसने गोली नहीं चालाई थी. गिरफ्तार शूटर कुण्टू को अखण्ड का मित्र बताया जा रहा है. वह अपने मित्र की मदद करने के लिए वहां गया था. शूटरों के अलावा अधिकारियों ने किसी भी बाहुबली का नाम कार्रवाई में नहीं लिया है और न ही साजिशकर्ता के बारे में बताया है. पुलिस का दावा है कि कुण्टू और अखण्ड ने दुश्मनी में अजीत की हत्या कराई है. इसके बाद भी पुलिस ने उससे पूछताछ नहीं की है. पुलिस इन सभी बातों पर चुप है.


शूटरों ने बुलेट प्रूफ गाड़ी से किया था पीछा

जेसीपी नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि शूटरों ने बुलेट प्रुफ गाड़ी में अजित की गाड़ी का पीछा किया था. अजीत सामान लेने के लिए गाड़ी से नीचे उतरा तो सभी शूटरों ने उसकी हत्या कर दी. इस दौरान एक शूटर घायल हो गया था. साथियों ने उसका इलाज अलकनंदा अपार्टमेंट में कराया था. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर अलकनंदा अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर-1102 से पिस्टल और पांच कारतूस बरामद किए हैं. पिस्टल को शूटर अंकुर ने यहां रखवाया था. इस मामले में एक पूर्व सांसद का नाम भी जांच के दौरान सामने आया था, लेकिन गिरफ्तार किए गए संदीप उर्फ बाबा ने इस मामले में कोई जानकारी नहीं दी है.

नहीं हुई लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई

घटना के समय कठौता चौराहे पर कोई भी पुलिसकर्मी नहीं था. अजीत हत्याकांड में यह जांच का विषय था, लेकिन अधिकारी इस पर कुछ नहीं बोले. पुलिस ने सूचना दिए बिना शूटर का इलाज करने वाले डॉक्टर और उसके मददगार के बारे में भी कुछ नहीं बोला. पूर्वान्चल के बाहुबलियों का भी नाम इस घटना में आने पर भी जेसीपी चुप्पी साध गए. उन्होंने बस इतना कहा कि वारदात बहुत बड़ी थी. इस मामले की अभी और जांच की जा रही है.

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