लखनऊः शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी की विवादित याचिका के खिलाफ अभी देश भर में गुस्सा थमा नहीं है. वहीं, ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने लखनऊ में गुरुवार को एक अहम मीटिंग कर बोर्ड के सदस्यों ने की सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर वसीम रिजवी के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई.
इस्लाम से वसीम रिजवी को खारिज बताया
लखनऊ के शिया पीजी कॉलेज में बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सांयम महंदी की अध्यक्षता में देशभर से शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्यों ने गुरुवार को शिरकत की और वसीम रिजवी के खिलाफ अपनी नाराजगी का इजहार किया. इस दौरान सभी मौलानाओं ने वसीम रिजवी को इस्लाम से खारिज बताया और पवित्र किताब कुरान में किसी भी तरह का कोई बदलाव या आयतों पर आपत्ति को गलत बताया. शिया मौलानाओं ने कहा कि हमेशा से कुरान जैसा था वैसा ही आज भी है और हजरत अली समेत सभी ने इसी कुरान पर अमल किया और आने वाली सदियों में भी लोग इसी एक कुरान पर अमल करेंगे.
वसीम रिजवी की याचिका खारिज करने की मांग
ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की कार्यकारिणी की बैठक में 6 बिंदुओं पर एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया गया. बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट से यह दरखास्त की कि वसीम रिजवी की कुरान के खिलाफ पीआईएल पर सुनवाई ना करते हुए उसे खारिज करें ताकि देश में अमन शांति वापस से स्थापित हो. बोर्ड ने यह भी माना कि कुरान में एक शब्द का भी बदलाव नहीं हुआ है और कुरान के एक-एक शब्द की हिफाजत करने वाला अल्लाह है. इसको न तो कभी बदला गया है और ना ही बदला जा सकता है. साथ ही ऑल मीटिंग में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के उस बयान की भी घोर निंदा की गई जिसमें उन्होंने कहा कि अजान की आवाज से उनको परेशानी होती है.
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22 मार्च को कुरान की तिलावत के साथ फोटो करेंगे शेयर
ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की कार्यकारिणी की बैठक में देश के तमाम मुसलमानों से अपील करते हुए कहा गया कि वह 22 मार्च को रात 9:00 बजे अपने अपने घरों, मस्जिद और इमामबाड़ों में कुरान शरीफ की तिलावत करते हुए अपनी फोटो सोशल मीडिया पर डालें. साथ ही व्हाट्सएप और फेसबुक की डीपी पर कुरान की तस्वीर लगाएं. बोर्ड ने वसीम रिज़वी की कुरान को लेकर दायर याचिका का विरोध कुछ इस अंदाज में करने का आह्वाहन किया.