ETV Bharat / state

राजधानी में मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले 7 अस्पताल सील

राजधानी लखनऊ में छापेमारी के दौरान कमियां मिलने पर 7 अस्पतालों को जिला प्रशासन ने सील कर दिया है. इसके अलावा कई अस्पताल संचालकों से जवाब-तलब किया गया है.

लखनऊ में 7 अस्पताल सील.
लखनऊ में 7 अस्पताल सील.
author img

By

Published : Jul 20, 2021, 10:25 PM IST

लखनऊः राजधानी में इलाज के नाम पर जनता से धोखाधड़ी और धनउगाही करने वाले 7 अस्पतालों को जिला प्रशासन ने मंगलवार को सील कर दिया है. मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किए जाने की शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने अपर नगर मजिस्ट्रेट/उप जिलाधिकारी व चिकित्सीय प्राधिकारी के नेतृत्व में छः टीमें गठित करके अस्पतालों की जांच के आदेश दिए थे. इसी क्रम में सोमवार को टीमों ने दुबग्गा से बुद्धेश्वर, दुबग्गा से हरदोई रोड, काकोरी से दुबग्गा, सीतापुर रोड (मड़ियांव से आईआईएम रोड), हरदोई से आईआईएम रोड और बीकेटी से सीतापुर रूट पर स्थित 45 अस्पतालों और ट्रॉमा सेंटरों में छापेमारी की थी.


जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि छापेमारी के दौरान ज्यादातर अस्पतालों में डॉक्टर मौके पर उपस्थित नहीं मिले थे. कुछ अस्पताल प्रबंधक सीएमओ द्वारा निर्गत किए जाने वाला लाइसेंस नहीं दिखा पाए थे, जबकि कुछ के लाइसेंस की वैद्यता खत्म हो चुकी थी. इसके अलावा कुछ अस्पताल ऐसे भी थे जिनके पास एम्बुलेंस फिटनेस सर्टिफिकेट, बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजेंट सर्टिफिकेट और फार्मेसी से संबंधित कोई दस्तावेज तक नहीं थे. जांच में मिली इन खामियों को देखते हुए 29 अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की संस्तुति की गई थी. जिस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने इन अस्पतालों के खिलाफ नोटिस जारी किया था. इसमें से सात अस्पतालों के खिलाफ मंगलवार को सीलिंग की कार्रवाई की गई. वहीं, जांच में दोषी पाए गए अन्य अस्पतालों से जवाब मांगा गया है. अस्पताल प्रबंधकों द्वारा निश्चित अवधि में संतोषजनक दस्तावेज प्रस्तुत न किए जाने पर उनके खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि अपर नगर मजिस्ट्रेट षष्ठम सूर्यकांत त्रिपाठी के नेतृत्व में गठित टीम ने हरदोई से आईआईएम रोड पर स्थित अस्पतालों में छापेमारी की थी. इसमें से सैफालिया आई केयर एंड हॉस्पिटल और सम्राट हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई की गई है. सैफालिया अस्पताल को सील कर दिया गया है जबकि, सम्राट हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में भर्ती मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किए जाने के बाद सील किया जाएगा. इसी तरह अपर नगर मजिस्ट्रेट द्वितीय किंशुक श्रीवास्तव के नेतृत्व में गठित टीम ने दुबग्गा से हरदोई रूट के अस्पतालों का निरीक्षण किया था. इसमें से न्यू एशियन हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर को सील किया गया है.

इसे भी पढ़ें-सास के लिए बॉयफ्रेंड तलाश रही बहू, शर्तों के साथ होनी चाहिए ये खूबियां


डिप्टी कलेक्टर गोविंद मौर्य के नेतृत्व में गठित जांच टीम ने सीतापुर रोड (मड़ियांव से आईआईएम रोड) के अस्पतालों का निरीक्षण किया था. इसमें से चन्द्रा हॉस्पिटल और हिमसिटी हॉस्पिटल के खिलाफ भी सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है. क्योंकि इन दोनों अस्पताल में मरीज भर्ती पाए गए. लिहाजा मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किए जाने के बाद दोनों अस्पतालों को सील किया जाएगा. इसी क्रम में अपर नगर मजिस्ट्रेट शैलेन्द्र कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने दुबग्गा से बुद्धेश्वर रोड के अस्पतालों में छापेमारी की थी. यहां के हर्बल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर और बेस्ट केयर ट्रामा सेंटर को सील किया गया है.

लखनऊः राजधानी में इलाज के नाम पर जनता से धोखाधड़ी और धनउगाही करने वाले 7 अस्पतालों को जिला प्रशासन ने मंगलवार को सील कर दिया है. मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किए जाने की शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने अपर नगर मजिस्ट्रेट/उप जिलाधिकारी व चिकित्सीय प्राधिकारी के नेतृत्व में छः टीमें गठित करके अस्पतालों की जांच के आदेश दिए थे. इसी क्रम में सोमवार को टीमों ने दुबग्गा से बुद्धेश्वर, दुबग्गा से हरदोई रोड, काकोरी से दुबग्गा, सीतापुर रोड (मड़ियांव से आईआईएम रोड), हरदोई से आईआईएम रोड और बीकेटी से सीतापुर रूट पर स्थित 45 अस्पतालों और ट्रॉमा सेंटरों में छापेमारी की थी.


जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि छापेमारी के दौरान ज्यादातर अस्पतालों में डॉक्टर मौके पर उपस्थित नहीं मिले थे. कुछ अस्पताल प्रबंधक सीएमओ द्वारा निर्गत किए जाने वाला लाइसेंस नहीं दिखा पाए थे, जबकि कुछ के लाइसेंस की वैद्यता खत्म हो चुकी थी. इसके अलावा कुछ अस्पताल ऐसे भी थे जिनके पास एम्बुलेंस फिटनेस सर्टिफिकेट, बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजेंट सर्टिफिकेट और फार्मेसी से संबंधित कोई दस्तावेज तक नहीं थे. जांच में मिली इन खामियों को देखते हुए 29 अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की संस्तुति की गई थी. जिस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने इन अस्पतालों के खिलाफ नोटिस जारी किया था. इसमें से सात अस्पतालों के खिलाफ मंगलवार को सीलिंग की कार्रवाई की गई. वहीं, जांच में दोषी पाए गए अन्य अस्पतालों से जवाब मांगा गया है. अस्पताल प्रबंधकों द्वारा निश्चित अवधि में संतोषजनक दस्तावेज प्रस्तुत न किए जाने पर उनके खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि अपर नगर मजिस्ट्रेट षष्ठम सूर्यकांत त्रिपाठी के नेतृत्व में गठित टीम ने हरदोई से आईआईएम रोड पर स्थित अस्पतालों में छापेमारी की थी. इसमें से सैफालिया आई केयर एंड हॉस्पिटल और सम्राट हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई की गई है. सैफालिया अस्पताल को सील कर दिया गया है जबकि, सम्राट हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में भर्ती मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किए जाने के बाद सील किया जाएगा. इसी तरह अपर नगर मजिस्ट्रेट द्वितीय किंशुक श्रीवास्तव के नेतृत्व में गठित टीम ने दुबग्गा से हरदोई रूट के अस्पतालों का निरीक्षण किया था. इसमें से न्यू एशियन हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर को सील किया गया है.

इसे भी पढ़ें-सास के लिए बॉयफ्रेंड तलाश रही बहू, शर्तों के साथ होनी चाहिए ये खूबियां


डिप्टी कलेक्टर गोविंद मौर्य के नेतृत्व में गठित जांच टीम ने सीतापुर रोड (मड़ियांव से आईआईएम रोड) के अस्पतालों का निरीक्षण किया था. इसमें से चन्द्रा हॉस्पिटल और हिमसिटी हॉस्पिटल के खिलाफ भी सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है. क्योंकि इन दोनों अस्पताल में मरीज भर्ती पाए गए. लिहाजा मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किए जाने के बाद दोनों अस्पतालों को सील किया जाएगा. इसी क्रम में अपर नगर मजिस्ट्रेट शैलेन्द्र कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने दुबग्गा से बुद्धेश्वर रोड के अस्पतालों में छापेमारी की थी. यहां के हर्बल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर और बेस्ट केयर ट्रामा सेंटर को सील किया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.