लखनऊ: राजधानी में शनिवार को हुए रेलवे अधिकारी आरडी बाजपेई की पत्नी और बेटे की उनकी नाबालिक लड़की ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस को उनकी नाबालिग बेटी को जुवेनाइल कोर्ट में हाजिर करना था. एसीपी सेंट्रल चिरंजीव सिन्हा ने बताया कि प्रोटोकॉल के तहत रविवार को नाबालिग लड़की का मेडिकल सिविल हॉस्पिटल में कराया गया, लेकिन मेडिकल में उसकी स्थिति सामान्य नहीं थी. जिसके बाद लड़की को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया.
नाबालिग ने कमरे में बनाई थी इमोजी, मौत के रहस्यों से संबंधित पढ़ती थी किताबें
मां और भाई की हत्या की आरोपी नाबालिग का इलाज मनोचिकित्सक से कराने की सलाह दी गई है, क्योंकि किशोरी की काउंसलिंग के दौरान कई अजीबो-गरीब बातें सामने आई हैं. बताया जा रहा है कि किशोरी जिस कमरे में रहती थी, उसे वह अपनी दुनिया मानने लगी थी. उसने कमरे में कई सारे इमोजी बनाई थी. छानबीन में पता चला है कि किशोरी मौत और उसके रहस्यों से संबंधित किताबें पढ़ती थी.
पुलिस कस्टडी में पहले नाबालिग लड़की का इलाज होगा और जब उसकी मानसिक स्थिति ठीक हो जाएगी, तब पुलिस उसको जुवेनाइल कोर्ट में पेश करेगी. फिलहाल अभी पुलिस कस्टडी में नाबालिग लड़की का इलाज चलेगा. आपको बता दें कि रविवार को रेलवे अधिकारी के पत्नी और बेटे के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद शव घर लाया गया था. इसके बाद विवेकानंद मार्ग स्थित उनके सरकारी आवास से शव अंतिम संस्कार के लिए गोमतीनगर स्थित बैकुंठधाम ले जाया गया. जहां आरडी बाजपेई ने पत्नी और बेटे के शव को मुखाग्नि दी.