लखनऊ: अदब की सरजमी लखनऊ का उर्दू शायरी और शायरों से पुराना नाता है. इसमें मशहूर शायर मीर तकी मीर का नाम भी अहम माना जाता है. सोमवार को मीर साहब की याद में सेमिनार आयोजित किया गया. इस सेमिनार में उर्दू भाषा और साहित्य से जुड़ी कई हस्तियां शामिल हुईं.
मरहूम शायर मीर तकी मीर ने ढाई हजार से ज्यादा शेर लिखे हैं. उर्दू भाषा में लिखे इन शेरों को बेहतरीन अंदाज में लिखा गया है. आज भी उनके चाहने वाले बड़े पैमाने पर इन शेरों को गुनगुनाते नजर आते हैं. लखनऊ के यूपी प्रेस क्लब में मीर तकी मीर की याद में होने वाले इस खास सेमिनार में उर्दू साहित्य की कई हस्तियां मौजूद रही.
इस खास मौके पर प्रोग्राम के आयोजक डॉ. खुर्शीद जहां ने बताया कि मौजूदा वक्त में ऐसे सेमिनार की बेहद जरूरत है. आज के लोग उर्दू जुबान और उर्दू की बड़ी शक्सियतों को भूलते जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि आज के इस खास प्रोग्राम में बच्चों की हौसला आफजाई के लिए मीर तकी मीर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.