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इस बार बोर्ड परीक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद ने की यह तैयारी, जानिए क्या है गोपनीय प्लान

माध्यमिक शिक्षा परिषद फरवरी में प्रस्तावित यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा के प्रश्न पत्रों के सुरक्षा के लिए इस बार ठोस कदम उठाएगा. बोर्ड ने सभी विषयों के प्रश्न पत्रों को जिला कोषागार में रखवाने के निर्देश दिए हैं. इसी के साथ प्रश्नपत्रों को सभी केंद्रों पर जीपीएस ट्रैकिंग के निगरानी में भेजने की तैयारी है.

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Published : Dec 19, 2022, 7:43 PM IST

लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा परिषद फरवरी में प्रस्तावित यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा (UP board high school and intermediate exam) के प्रश्न पत्रों के सुरक्षा के लिए इस बार ठोस कदम उठाएगा. बोर्ड ने सभी विषयों के प्रश्न पत्रों को जिला कोषागार में रखवाने के निर्देश दिए हैं. इसी के साथ प्रश्नपत्रों को सभी केंद्रों पर जीपीएस ट्रैकिंग के निगरानी में भेजने की तैयारी है. इसके लिए बोर्ड की ओर से सभी जिलाधिकारियों व जिला विद्यालय निरीक्षकों को इस संबंध में दिशानिर्देश जल्द ही भेजे जाएंगे.

कोषागार से निकलने के बाद जीपीएस ट्रैकिंग : बोर्ड के अधिकारियों (board officers) ने बताया कि बोर्ड ने बोर्ड परीक्षा समाप्त होने के बाद ही प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के नियमों में बदलाव कर दिया है. परिषद ने सत्र 2022-23 की बोर्ड परीक्षा के आयोजन के लिए प्रश्न पत्रों को केंद्रों पर रखने की व्यवस्था को समाप्त करते हुए इसे जिला कोषागार (district treasury) में रखने का आदेश जारी किया था. अब नए आदेश के अनुसार प्रश्न पत्रों को जिले के केंद्रों पर सुरक्षित पहुंचाने के लिए जीपीएस युक्त गाड़ियों (GPS enabled vehicles) का प्रयोग किया जाएगा. साथ ही हर केंद्र पर गाड़ियां किस रूट से जाएंगी और कितने समय में पहुंचेगी इसका लाइव ट्रैकिंग बोर्ड के नोडल सेंटर से किया जाएगा. ताकि रास्ते मे कोई प्रश्न पत्रों के साथ अगर कोई छेड़छाड़ की जाती है तो उसे वहीं पर ट्रैक कर रोका जा सके.


सेंटर पर पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराया जाएगा : वहीं इसके अलावा बोर्ड प्रश्न पत्रों के लिक की समस्या को हल करने के लिए अब जिस टीम के निगरानी में प्रश्न पत्रों को रिसीव व खोला जाएगा. इसकी अब अलग से वीडियो रिकॉर्डिंग कर आने की तैयारी कर रहा है. बीते सालों तक प्रश्न पत्रों की सील खोलने की प्रक्रिया केंद्रों में लगे सीसीटीवी रिकॉर्डिंग की निगरानी में पूरा करना होता था, पर कई केंद्रों पर बिजली कट जाने व नेटवर्क की क्वालिटी ठीक न होने का हवाला देकर ऐसे ही सील खोल दिया जाता था. इस बार से बोर्ड की ओर से सारी प्रक्रिया को ही वीडियो रिकॉर्डिंग कराने की तैयारी कर रहा है. इस संबंध में सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश भेजे जाएंगे.


पिछली बार यूपी बोर्ड के परीक्षा के दौरान करीब 2 दर्जन जिलों में पेपर लीक होने के कारण दोबारा से इन जिलों में परीक्षा का आयोजन कराना पड़ा था. इसके अलावा कई जिलों में लगातार पेपर लीक होने की अफवाह ने माध्यमिक शिक्षा परिषद (Secondary Education Council) के पूरे सिस्टम को ही हलकान कर दिया था. डीआईओएस राकेश पांडे (DIOS Rakesh Pandey) ने बताया कि बोर्ड ने प्रश्न पत्रों की सुरक्षा को लेकर नए सिरे से तैयारी कर रहा है. इस बार सारे प्रश्न पत्र जिला कोषागार से केंद्रों पर भेजे जाएंगे. इनकी लाइव ट्रैकिंग के साथ ही केंद्रों पर प्रश्न पत्रों के रिसीव करने से लेकर सील खोलने तक की प्रक्रिया रिकॉर्ड की जाएगी.

यह भी पढ़ें : अखिलेश यादव ने कहा, आगरा एक्सप्रेस वे पर दुघर्टनाएं रोकने के प्रति सरकार गंभीर नहीं

लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा परिषद फरवरी में प्रस्तावित यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा (UP board high school and intermediate exam) के प्रश्न पत्रों के सुरक्षा के लिए इस बार ठोस कदम उठाएगा. बोर्ड ने सभी विषयों के प्रश्न पत्रों को जिला कोषागार में रखवाने के निर्देश दिए हैं. इसी के साथ प्रश्नपत्रों को सभी केंद्रों पर जीपीएस ट्रैकिंग के निगरानी में भेजने की तैयारी है. इसके लिए बोर्ड की ओर से सभी जिलाधिकारियों व जिला विद्यालय निरीक्षकों को इस संबंध में दिशानिर्देश जल्द ही भेजे जाएंगे.

कोषागार से निकलने के बाद जीपीएस ट्रैकिंग : बोर्ड के अधिकारियों (board officers) ने बताया कि बोर्ड ने बोर्ड परीक्षा समाप्त होने के बाद ही प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के नियमों में बदलाव कर दिया है. परिषद ने सत्र 2022-23 की बोर्ड परीक्षा के आयोजन के लिए प्रश्न पत्रों को केंद्रों पर रखने की व्यवस्था को समाप्त करते हुए इसे जिला कोषागार (district treasury) में रखने का आदेश जारी किया था. अब नए आदेश के अनुसार प्रश्न पत्रों को जिले के केंद्रों पर सुरक्षित पहुंचाने के लिए जीपीएस युक्त गाड़ियों (GPS enabled vehicles) का प्रयोग किया जाएगा. साथ ही हर केंद्र पर गाड़ियां किस रूट से जाएंगी और कितने समय में पहुंचेगी इसका लाइव ट्रैकिंग बोर्ड के नोडल सेंटर से किया जाएगा. ताकि रास्ते मे कोई प्रश्न पत्रों के साथ अगर कोई छेड़छाड़ की जाती है तो उसे वहीं पर ट्रैक कर रोका जा सके.


सेंटर पर पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराया जाएगा : वहीं इसके अलावा बोर्ड प्रश्न पत्रों के लिक की समस्या को हल करने के लिए अब जिस टीम के निगरानी में प्रश्न पत्रों को रिसीव व खोला जाएगा. इसकी अब अलग से वीडियो रिकॉर्डिंग कर आने की तैयारी कर रहा है. बीते सालों तक प्रश्न पत्रों की सील खोलने की प्रक्रिया केंद्रों में लगे सीसीटीवी रिकॉर्डिंग की निगरानी में पूरा करना होता था, पर कई केंद्रों पर बिजली कट जाने व नेटवर्क की क्वालिटी ठीक न होने का हवाला देकर ऐसे ही सील खोल दिया जाता था. इस बार से बोर्ड की ओर से सारी प्रक्रिया को ही वीडियो रिकॉर्डिंग कराने की तैयारी कर रहा है. इस संबंध में सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश भेजे जाएंगे.


पिछली बार यूपी बोर्ड के परीक्षा के दौरान करीब 2 दर्जन जिलों में पेपर लीक होने के कारण दोबारा से इन जिलों में परीक्षा का आयोजन कराना पड़ा था. इसके अलावा कई जिलों में लगातार पेपर लीक होने की अफवाह ने माध्यमिक शिक्षा परिषद (Secondary Education Council) के पूरे सिस्टम को ही हलकान कर दिया था. डीआईओएस राकेश पांडे (DIOS Rakesh Pandey) ने बताया कि बोर्ड ने प्रश्न पत्रों की सुरक्षा को लेकर नए सिरे से तैयारी कर रहा है. इस बार सारे प्रश्न पत्र जिला कोषागार से केंद्रों पर भेजे जाएंगे. इनकी लाइव ट्रैकिंग के साथ ही केंद्रों पर प्रश्न पत्रों के रिसीव करने से लेकर सील खोलने तक की प्रक्रिया रिकॉर्ड की जाएगी.

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