लखनऊ: राजधानी में बंथरा जहरीली शराब कांड मामले में मंगलवार को जिला प्रशासन की ओर से मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान की गई. सरोजनीनगर एसडीएम सूर्यकांत त्रिपाठी के साथ रसूलपुर और लतीफनगर गांव पहुंचे. एडीएम प्रशासन एपी सिंह ने सभी 6 मृतकों के परिजनों को खुद अपने हाथों से 10-10 हजार रुपये की नकद धनराशि प्रदान की.
जानें पूरा मामला
बताते चलें कि बीते दिनों बंथरा इलाके में जहरीली शराब पीने से लतीफनगर निवासी सुंदरलाल, रसूलपुर के मो. अनीस, राजकुमार रावत, निर्मल यादव, हबीब और रसूलपुर गांव में ही रहने वाले रेलकर्मी अजय यादव की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई है. इस मामले में मृतकों के परिजनों के अलावा ग्रामीणों ने लतीफनगर निवासी सरकारी राशन दुकानदार ननकऊ के ऊपर अवैध रूप से जहरीली शराब बेचने का आरोप लगाया था. ग्रामीणों का आरोप था कि ननकऊ लतीफनगर स्थित सरकारी देशी शराब दुकान के अलावा अन्य जगहों से भी शराब खरीदकर घर पर इकट्ठा करके बाद में उसमें केमिकल मिलाकर अत्यधिक नशीली बनाकर उसे आस-पास के लोगों को बेचा जाता है.
बताते हैं कि ननकऊ के घर से खरीदी गई इस शराब के सेवन से इन सभी छह लोगों की मौत हो गई, जबकि इस शराब के सेवन से अभी भी यहां के 8 लोगों की हालत गंभीर है. उनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है. इस मामले में आबकारी निरीक्षक द्वारा कोटेदार ननकऊ के साथ ही लतीफनगर स्थित सरकारी देशी शराब के सेल्समैन मानवेंद्र सिंह और दुकान के मालिक इलाके के ही इन गांव निवासी सुभाष कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था, जिसमें से कोटेदार ननकऊ और सेल्समेन मानवेंद्र को पकड़कर पुलिस जेल भेज चुकी है, जबकि दुकान मालिक सुभाष कुमार अभी भी फरार है. इस घटना के बाद गांव पहुंचे सांसद कौशल किशोर ने भी मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाने के साथ ही सरकारी मदद दिलाने का आश्वासन दिया था.
इन्हें दी गई आर्थिक मदद
इसी क्रम में जिला प्रशासन की ओर से सरोजनीनगर एसडीएम सूर्यकांत त्रिपाठी के साथ पहुंचे एडीएम प्रशासन एपी सिंह ने मंगलवार को मृतक सुंदर लाल की पत्नी किरन, मृतक मो. अनीस की पत्नी रुबीना, मृतक राजकुमार रावत की पत्नी रेशमा, मृतक निर्मल यादव की पत्नी सियावती, मृतक हबीब के भाई जमील अहमद और मृतक अजय यादव की पत्नी ममता देवी को 10-10 हजार रुपये की नकद धनराशि अपने हाथों से घर-घर जाकर सौंपी.