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छात्रवृत्ति घोटाला : हाइजिया ग्रुप ने 200 छात्रों को कई कॉलेजों से दिलवाई थी स्कॉलरशिप

75 करोड़ से अधिक छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही स्पेशल टीम की जांच में सामने आया है कि घोटाले में आरोपी हाइजिया एजुकेशनल ग्रुप के प्रबंधन ने छात्रवृत्ति हड़पने के लिए एक छात्र को कई कॉलेजों से छात्रवृत्ति दिलाई थी. चौंकाने वाली बात यह भी है कि जिस छात्र को छात्रवृत्ति दिलाई जाती थी वह सिर्फ कागजों में होता है.

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Published : May 24, 2023, 4:11 PM IST

लखनऊ : लखनऊ पुलिस की जांच टीम ने हाल ही में समाज कल्याण, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग से दस्तावेज तलब किए थे. इसके अलावा बीते दिनों हाइजिया एजुकेशनल ग्रुप के कार्यालय में छापेमारी की थी. सभी दस्तावेजों की जांच करने पर जांच टीम को पता चला है कि हाइजिया ग्रुप के संचालक छात्रों को मोहरा बनाकर छात्रवृत्ति हड़प रहे थे. ग्रुप ने करीब 200 छात्रों का रजिस्ट्रेशन एक से अधिक कॉलेजों में दिखाकर उनके नाम पर छात्रवृत्ति ली थी. फिलहाल जांच टीम इन छात्रों को भी ढूंढने में लग गई है. जिससे यह पता लगाया जा सके कि ये सभी छात्र सच में किसी भी एक कॉलेज में पढ़ भी रहे थे या फिर महज कागजों में ही दर्ज थे.



गौरतलब है कि वर्ष 2015 से राज्य व केंद्र सरकार की ओर से दी जाने वाली 75 करोड़ से अधिक की पोस्ट मैट्रीकुलेशन छात्रवृत्ति को कई नर्सिंग और इंटर कॉलेज के मैनेजमेंट ने हड़प ली थी. ईडी ने हाल ही में इन कॉलेजों में छापेमारी कर कई अहम दस्तावेज भी बरामद किए थे. जिसमें सामने आया था कि छात्रवृति के लिए बैंक में खोले गए अकाउंट में जैसे मेल आईडी और मोबाइल नंबर एक ही दिए गए थे. इसके अलावा बैंक के एकाउंट कुछ नाबालिग और बुजुर्गों के नाम भी थे, जिनसे कई लोगों को पैसे ट्रांसफर किए गए थे. इसके बाद 10 सस्थानों, फिनो बैंक के अधिकारी समेत 18 लोग नामजद व अन्य अज्ञात के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. जिसकी विवेचना सब इंस्पेक्टर प्रमोद पांडे कर रहे थे. उन्होंने समाज कल्याण से नामजद सभी 10 संस्थानों को अब तक दी गई छात्रवृत्ति का ब्योरा तलब किया था. इसके अलावा छात्रवृति गबन करने के लिए खोले गए 3000 बैंक अकाउंट का भी ब्योरा सब इंस्पेक्टर ने बैन से मांगा था.


इन पर दर्ज हुई थी FIR : एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट मामपुर के चेयरमैन प्रवीण चौहान, एजुकेशन सोसाइटी एंड हाइजिया के वाइस प्रेसीडेंट इजहार हुसैन जाफरी, इसी ग्रुप में अली अब्बास जाफरी, सईद इशरत हुसैन जाफरी, हाइजिया कॉलेज ऑफ फार्मेसी के रवि प्रकाश गुप्ता व ग्रुप से जुड़े अन्य अधिकारी-कर्मचारी, लखनऊ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एजुकेशन के संचालक, डॉ. ओमप्रकाश ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन फर्रुखाबाद के चेयरमैन गुप्ता, डॉ. भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन एंड जीविका कॉलेज ऑफ फार्मेसी हरदोई के सेक्रेटरी रामगोपाल, आरपीपी इंटर कॉलेज हरदोई की प्रबंधक पूनम वर्मा, ज्ञानवती इंटर कॉलेज हरदोई विवेक कुमार पटेल, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गौसगंज कछौना हरदोई के विवेक कुमार जगदीश प्रसाद वर्मा, फिनो पेमेंट बैंक के एरिया मैनेजर सचिन दुबे, एजेंट मो. साहिल अजीज, अमित कुमार मौर्य, तनवीर अहमद और जितेंद्र सिंह शामिल हैं.

लखनऊ : लखनऊ पुलिस की जांच टीम ने हाल ही में समाज कल्याण, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग से दस्तावेज तलब किए थे. इसके अलावा बीते दिनों हाइजिया एजुकेशनल ग्रुप के कार्यालय में छापेमारी की थी. सभी दस्तावेजों की जांच करने पर जांच टीम को पता चला है कि हाइजिया ग्रुप के संचालक छात्रों को मोहरा बनाकर छात्रवृत्ति हड़प रहे थे. ग्रुप ने करीब 200 छात्रों का रजिस्ट्रेशन एक से अधिक कॉलेजों में दिखाकर उनके नाम पर छात्रवृत्ति ली थी. फिलहाल जांच टीम इन छात्रों को भी ढूंढने में लग गई है. जिससे यह पता लगाया जा सके कि ये सभी छात्र सच में किसी भी एक कॉलेज में पढ़ भी रहे थे या फिर महज कागजों में ही दर्ज थे.



गौरतलब है कि वर्ष 2015 से राज्य व केंद्र सरकार की ओर से दी जाने वाली 75 करोड़ से अधिक की पोस्ट मैट्रीकुलेशन छात्रवृत्ति को कई नर्सिंग और इंटर कॉलेज के मैनेजमेंट ने हड़प ली थी. ईडी ने हाल ही में इन कॉलेजों में छापेमारी कर कई अहम दस्तावेज भी बरामद किए थे. जिसमें सामने आया था कि छात्रवृति के लिए बैंक में खोले गए अकाउंट में जैसे मेल आईडी और मोबाइल नंबर एक ही दिए गए थे. इसके अलावा बैंक के एकाउंट कुछ नाबालिग और बुजुर्गों के नाम भी थे, जिनसे कई लोगों को पैसे ट्रांसफर किए गए थे. इसके बाद 10 सस्थानों, फिनो बैंक के अधिकारी समेत 18 लोग नामजद व अन्य अज्ञात के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. जिसकी विवेचना सब इंस्पेक्टर प्रमोद पांडे कर रहे थे. उन्होंने समाज कल्याण से नामजद सभी 10 संस्थानों को अब तक दी गई छात्रवृत्ति का ब्योरा तलब किया था. इसके अलावा छात्रवृति गबन करने के लिए खोले गए 3000 बैंक अकाउंट का भी ब्योरा सब इंस्पेक्टर ने बैन से मांगा था.


इन पर दर्ज हुई थी FIR : एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट मामपुर के चेयरमैन प्रवीण चौहान, एजुकेशन सोसाइटी एंड हाइजिया के वाइस प्रेसीडेंट इजहार हुसैन जाफरी, इसी ग्रुप में अली अब्बास जाफरी, सईद इशरत हुसैन जाफरी, हाइजिया कॉलेज ऑफ फार्मेसी के रवि प्रकाश गुप्ता व ग्रुप से जुड़े अन्य अधिकारी-कर्मचारी, लखनऊ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एजुकेशन के संचालक, डॉ. ओमप्रकाश ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन फर्रुखाबाद के चेयरमैन गुप्ता, डॉ. भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन एंड जीविका कॉलेज ऑफ फार्मेसी हरदोई के सेक्रेटरी रामगोपाल, आरपीपी इंटर कॉलेज हरदोई की प्रबंधक पूनम वर्मा, ज्ञानवती इंटर कॉलेज हरदोई विवेक कुमार पटेल, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गौसगंज कछौना हरदोई के विवेक कुमार जगदीश प्रसाद वर्मा, फिनो पेमेंट बैंक के एरिया मैनेजर सचिन दुबे, एजेंट मो. साहिल अजीज, अमित कुमार मौर्य, तनवीर अहमद और जितेंद्र सिंह शामिल हैं.


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