लखनऊ: लॉकडाउन के तीसरे चरण में सोमवार को बड़ी संख्या में कर्मचारी सचिवालय पहुंचे. इंट्री गेट पर कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई, लेकिन कर्मचारियों की संख्या अधिक होने के कारण सैनिटाइजर के इंतजाम पर्याप्त नहीं थे. वहीं हॉटस्पॉट इलाके से आए कुछ कर्मचारियों के कारण अन्य कर्मचारियों की चिंता बढ़ गई है.
एक तिहाई कर्मचारियों को बुलाने का लिया गया था निर्णय
लॉकडाउन के तीसरे चरण में सरकार ने अधिकतर मामलों में छूट न देने की रणनीति अपनाई है. इसी के तहत सचिवालय कर्मचारियों के एक तिहाई स्टाफ को ही बुलाने का निर्णय लिया गया. इसके बावजूद सोमवार को सचिवालय में पहुंचने वाले कर्मचारियों की संख्या अधिक नजर आई. सचिवालय के इंट्री गेट पर कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई, लेकिन सैनिटाइजर की व्यवस्था फेल हो गई. सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि सैनिटाइजर हर रोज की तरह दिया जा रहा था, लेकिन कर्मचारियों की संख्या अधिक होने की वजह से सैनिटाइजर सुबह ही खत्म हो गया.
सचिवालय संघ ने जताई नाराजगी
वहीं सचिवालय संघ के अध्यक्ष यादवेंद्र मिश्र ने कहा कि विभिन्न विभागों के अधिकारी सचिवालय के कर्मचारियों को बुला रहे हैं, लेकिन यह ध्यान रखना होगा कि जब तक जिला और मंडल मुख्यालयों पर सभी कार्यालय नहीं खुलते हैं तब तक सचिवालय के कर्मचारियों की बहुत उपयोगिता नहीं है. एक तिहाई कर्मचारियों को बुलाने के नियम का पालन किया जाता तो सचिवालय में इस तरह भीड़ नहीं दिखाई देती. उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि सचिवालय में उन कर्मचारियों को भी बुलाया जा रहा है, जो लखनऊ के हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों के पास रहते हैं.