ETV Bharat / state

लखनऊ में देशभर के संतों की बैठक, बोले- हिंदू धर्म पर हो रहे हमले, बर्खास्त होनी चाहिए तमिलनाडु सरकार

लखनऊ में अखिल भारतीय संत समिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक (Sanatan Udhayanidhi Stalin statement) हुई. इस बैठक में देश के विभिन्न राज्यों के संत शामिल हुए.

Sanatan Udhayanidhi Stalin statement
Sanatan Udhayanidhi Stalin statement
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 3, 2023, 8:23 PM IST

लखनऊ : राजधानी में रविवार को अखिल भारतीय संत समिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. इसमें देशभर के संत शामिल हुए. इसमें तमिलनाडु सरकार के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन की ओर से सनातन धर्म की तुलना मच्छर और मलेरिया से करने पर कड़ी नाराजगी जताई गई. राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि हमारे देश के कुछ लोग गुलामी में लीन होकर हिंदू धर्म पर हमला करने में लगे हैं. इसमें बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव, उत्तर प्रदेश के स्वामी प्रसाद मौर्य और कर्नाटक के साहित्यकार सीबी भगवानदास भी शामिल हैं. संत समिति ने एक सुर में तमिलनाडु सरकार को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की.

बैठक में कई राज्यों के संत शामिल हुए.
बैठक में कई राज्यों के संत शामिल हुए.

लोकतांत्रिक व्यवस्था पर कुठाराघात : अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि तमिलनाडु में सनातन धर्म उन्मूलन के लिए जो अभियान चल रहा है, वह भारत के संविधान और सेकुलर लोकतांत्रिक व्यवस्था पर कुठाराघात है. वहां सनातन धर्म उन्मूलन सम्मेलन होता है. यह ऐसी घटना है, जिसका संज्ञान लेकर राष्ट्रपति को तत्काल तमिलनाडु सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए. बैठक में स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि अयोध्या में 2 नवंबर 1990 को अतिरिक्त पुलिस उतारकर रामभक्तों की सुनियोजित हत्या हुई थी. उससे संत समाज बहुत नाराज है. विहिप के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने कहा कि इतिहास में दो ही समुदाय का संघर्ष बहुत लंबा हुआ. यहूदी अपना इजरायल 1800 वर्षों के संघर्ष के उपरांत प्राप्त कर सकें तो दूसरा संघर्ष हमने किया. हमें 495 वर्षों के बाद रामलला को उनके जन्मस्थान पर पुनर्स्थापित करने का अवसर मिला.

संतों ने स्टालिन के बयान की कड़ी निंदा की.
संतों ने स्टालिन के बयान की कड़ी निंदा की.

सुप्रीम कोर्ट को लेना चाहिए संज्ञान : जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट को भी संज्ञान लेना चाहिए. तमिलनाडु में लगभग 85 हजार सनातन धर्म के मंदिर हैं. वहां लाखों की हिदू आबादी है. आखिर स्टालिन की सरकार सनातन धर्म उन्मूलन सम्मेलन आयोजन कर क्या संदेश देना चाहती है. राम मंदिर के लोकार्पण में देश के सभी संतों का स्वागत है. इस अवसर पर अखिल भारतीय संत समिति के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अभयानंद सरस्वती ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में शहीद हुए भक्तों को आहुति दी जाएगी. यह उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

संतों ने स्टालिन के बयान पर नाराजगी जताई.
संतों ने स्टालिन के बयान पर नाराजगी जताई.

25 राज्यों के 50 प्रतिनिधि हुए शामिल : बैठक में केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा एवं पश्चिम बंगाल समेत देश के 25 राज्यों के 50 प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक की शुरुआत अखिल भारतीय संत समिति मुख्य निदेशक निर्मल पंचायती अखाड़ा के श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह, सतपंथाचार्य ज्ञानेश्वर देवाचार्य, महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानन्द सरस्वती, समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती द्वारा किया गया. बैठक की अध्यक्षता अखिल भारतीय संत समिति के मुख्य निदेशक निर्मल पंचायती अखाड़ा के महंत ज्ञानदेव सिंह ने की. बैठक का संचालन महामंडलेश्वर मनमोहन दास और उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी अभयानंद सरस्वती ने की.

यह भी पढ़ें : सनातन धर्म पर तमिलनाडु सीएम के बेटे की टिप्पणी से उबाल, आचार्य प्रमोद कृष्णम बोले- हो सख्त कार्रवाई

तमिलनाडु सीएम के बेटे ने 'मच्छर' और 'मलेरिया' से की 'सनातन धर्म' की तुलना, शिकायत दर्ज

लखनऊ : राजधानी में रविवार को अखिल भारतीय संत समिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. इसमें देशभर के संत शामिल हुए. इसमें तमिलनाडु सरकार के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन की ओर से सनातन धर्म की तुलना मच्छर और मलेरिया से करने पर कड़ी नाराजगी जताई गई. राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि हमारे देश के कुछ लोग गुलामी में लीन होकर हिंदू धर्म पर हमला करने में लगे हैं. इसमें बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव, उत्तर प्रदेश के स्वामी प्रसाद मौर्य और कर्नाटक के साहित्यकार सीबी भगवानदास भी शामिल हैं. संत समिति ने एक सुर में तमिलनाडु सरकार को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की.

बैठक में कई राज्यों के संत शामिल हुए.
बैठक में कई राज्यों के संत शामिल हुए.

लोकतांत्रिक व्यवस्था पर कुठाराघात : अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि तमिलनाडु में सनातन धर्म उन्मूलन के लिए जो अभियान चल रहा है, वह भारत के संविधान और सेकुलर लोकतांत्रिक व्यवस्था पर कुठाराघात है. वहां सनातन धर्म उन्मूलन सम्मेलन होता है. यह ऐसी घटना है, जिसका संज्ञान लेकर राष्ट्रपति को तत्काल तमिलनाडु सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए. बैठक में स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि अयोध्या में 2 नवंबर 1990 को अतिरिक्त पुलिस उतारकर रामभक्तों की सुनियोजित हत्या हुई थी. उससे संत समाज बहुत नाराज है. विहिप के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने कहा कि इतिहास में दो ही समुदाय का संघर्ष बहुत लंबा हुआ. यहूदी अपना इजरायल 1800 वर्षों के संघर्ष के उपरांत प्राप्त कर सकें तो दूसरा संघर्ष हमने किया. हमें 495 वर्षों के बाद रामलला को उनके जन्मस्थान पर पुनर्स्थापित करने का अवसर मिला.

संतों ने स्टालिन के बयान की कड़ी निंदा की.
संतों ने स्टालिन के बयान की कड़ी निंदा की.

सुप्रीम कोर्ट को लेना चाहिए संज्ञान : जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट को भी संज्ञान लेना चाहिए. तमिलनाडु में लगभग 85 हजार सनातन धर्म के मंदिर हैं. वहां लाखों की हिदू आबादी है. आखिर स्टालिन की सरकार सनातन धर्म उन्मूलन सम्मेलन आयोजन कर क्या संदेश देना चाहती है. राम मंदिर के लोकार्पण में देश के सभी संतों का स्वागत है. इस अवसर पर अखिल भारतीय संत समिति के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अभयानंद सरस्वती ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में शहीद हुए भक्तों को आहुति दी जाएगी. यह उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

संतों ने स्टालिन के बयान पर नाराजगी जताई.
संतों ने स्टालिन के बयान पर नाराजगी जताई.

25 राज्यों के 50 प्रतिनिधि हुए शामिल : बैठक में केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा एवं पश्चिम बंगाल समेत देश के 25 राज्यों के 50 प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक की शुरुआत अखिल भारतीय संत समिति मुख्य निदेशक निर्मल पंचायती अखाड़ा के श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह, सतपंथाचार्य ज्ञानेश्वर देवाचार्य, महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानन्द सरस्वती, समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती द्वारा किया गया. बैठक की अध्यक्षता अखिल भारतीय संत समिति के मुख्य निदेशक निर्मल पंचायती अखाड़ा के महंत ज्ञानदेव सिंह ने की. बैठक का संचालन महामंडलेश्वर मनमोहन दास और उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी अभयानंद सरस्वती ने की.

यह भी पढ़ें : सनातन धर्म पर तमिलनाडु सीएम के बेटे की टिप्पणी से उबाल, आचार्य प्रमोद कृष्णम बोले- हो सख्त कार्रवाई

तमिलनाडु सीएम के बेटे ने 'मच्छर' और 'मलेरिया' से की 'सनातन धर्म' की तुलना, शिकायत दर्ज

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.