लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र के अंतर्गत आज बुधवार को विधान परिषद में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया. प्रश्न पहर में समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने एक दिन पहले मंगलवार को विधान परिषद सभापति द्वारा योगी सरकार के कई महत्वपूर्ण विधेयकों को बिना संशोधन के ध्वनिमत से पारित कराए जाने के विरोध में जोरदार हंगामा और प्रदर्शन किया. इस दौरान एक सवाल के जवाब में बोलने के लिए खड़े हुए मंत्री श्रीकांत शर्मा को विरोध प्रदर्शन के चलते बोलने नहीं दिया गया.
सपा सदस्यों ने वेल में आकर किया प्रदर्शन
समाजवादी पार्टी के सदस्य सदन के वेल में आ गए और जोरदार नारेबाजी करते हुए "लोकतंत्र के हत्यारे सभापति वापस जाओ" वापस जाओ के नारे भी लगाए. समाजवादी पार्टी के सदस्य राजेश यादव सुनील सिंह साजन सहित कई सदस्य विधान परिषद सदन में योगी सरकार के पेश किए गए विधायकों को बिना संशोधन के ध्वनि मत से पारित कराए जाने का मुद्दा उठाया. नारेबाजी और हंगामे को देखते हुए सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी.
ये महत्वपूर्ण विधेयक हुए थे पारित, जिसपर पर सदन में हुआ हंगामा
मंगलवार को विधान परिषद सदन की कार्यवाही में कई विधेयक ध्वनि मत से पारित कराए गए थे. इन विधेयकों में उत्तर प्रदेश चलचित्र विनियमन संशोधन विधेयक, उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा अभिकरण विधेयक, सोसायटी रजिस्ट्रीकरण उत्तर प्रदेश संशोधन विधेयक, उत्तर प्रदेश भूगर्भ जल प्रबंधन और विनियमन संशोधन विधेयक, राज्य आयुष विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश संशोधन विधेयक, उत्तर प्रदेश राज्य क्रीड़ा विश्वविद्यालय विधेयक और उत्तर प्रदेश गन्ना आपूर्ति तथा खरीद विनियमन संशोधन विधेयक को सदन के पटल पर रखा गया था.