लखनऊः समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को 56 उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में बहुजन समाज पार्टी से आने वाले राम अचल राजभर, लालजी वर्मा, राकेश पांडे सहित कई अन्य समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को चुनाव मैदान में उतारा गया है. पूर्वांचल के बड़े ब्राह्मण चेहरे हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी को भी सपा ने टिकट दिया है. समाजवादी पार्टी ने इस लिस्ट में सबसे ज्यादा गैर यादव ओबीसी समाज के नेताओं को टिकट दिया है. ओबीसी समाज के 15 और यादव बिरादरी से 10 नेताओं को चुनाव मैदान में उतारा गया है. इसी तरह मुस्लिम समाज के 9 और 10 दलित नेताओं को सुरक्षित सीटों पर चुनाव मैदान में समाजवादी पार्टी ने उतारा है. इसके अलावा ब्राह्मण समाज के 7 उम्मीदवारों को टिकट दिया है. आपराधिक छवि के कई नेताओं को भी इस लिस्ट में उम्मीदवार बनाया गया है.
समाजवादी पार्टी ने लखीमपुर के धौरहरा से वरुण चौधरी, मोहम्मदी से दाऊद अहमद, हरदोई के सवाइजपुर से पदम राज सिंह उर्फ पम्मी, बालामऊ सुरक्षित सीट से रामबली वर्मा, अमेठी के तिलोई से मोहम्मद नईम गुर्जर, प्रतापगढ़ के बाबागंज सुरक्षित सीट से गिरिजेश कुमार, कौशांबी के चायल से पूजा पाल, इलाहाबाद के फूलपुर से मुर्तजा सिद्दीकी, बाराबंकी के कुर्सी से पूर्व मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे राकेश वर्मा, रामनगर से फरीद महफूज किदवई, बाराबंकी सदर से धर्मराज सिंह यादव उर्फ सुरेश यादव, दरियाबाद से वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप को टिकट दिया है.
इसी तरह फैजाबाद के गोसाईगंज से बाहुबली व माफिया छवि के अभय सिंह, अंबेडकर नगर के कटेहरी सीट से बसपा से सपा में शामिल होने वाले लालजी वर्मा, आलापुर सुरक्षित सीट से त्रिभुवन दत्त, जलालपुर सीट से बसपा से आने वाले पूर्व सांसद राकेश पांडे, अकबरपुर सीट से बसपा से सपा में शामिल होने वाले राम अचल राजभर को चुनाव मैदान में उतारा गया है.
वहीं, बहराइच के महसी से केके ओझा, बलरामपुर के गैसड़ी से डॉक्टर एसपी यादव, बलरामपुर सुरक्षित सीट से जगराम पासवान, सिद्धार्थनगर के कपिलवस्तु सुरक्षित सीट से विजय कुमार, सिद्धार्थ नगर के इटवा से पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडे व डुमरियागंज से सईदा खातून को टिकट दिया है. इसी प्रकार बस्ती के कप्तानगंज से अतुल चौधरी, गोरखपुर के कैंपियरगंज से काजल निषाद, पिपराइच से अमरेंद्र निषाद, गोरखपुर ग्रामीण से विजय बहादुर, सहजनवा से यशपाल रावत, खजनी सुरक्षित सीट से रूपवती, बांसगांव सुरक्षित से डॉक्टर संजय कुमार, चिल्लू पार सीट से बहुजन समाज पार्टी से आने वाले विनय शंकर तिवारी पर दांव लगाया है.
देवरिया के पथरदेवा से सपा के वरिष्ठ नेता ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी, रामपुर कारखाना से गजाला लारी, भाटपार रानी से आशुतोष उपाध्याय, आजमगढ़ के अतरौलिया से संग्राम सिंह यादव, गोपालपुर से नफीस अहमद, आजमगढ़ सदर से पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव, निजामाबाद से आलमबदी, फूलपुरपवई से भाजपा से सपा में आने वाले रमाकांत यादव, दीदारगंज से कमला कांत राजभर, लालगंज सुरक्षित से बेचई सरोज को टिकट दिया है.
वहीं, भारतीय जनता पार्टी और योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर आने वाले पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान को मऊ घोसी सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है. बलिया के सिकंदरपुर से जियाउद्दीन रिजवी, फेफना से संग्राम सिंह व बांसडीह से नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, जौनपुर के बदलापुर से बाबा दुबे, शाहगंज से शैलेंद्र यादव उर्फ ललई यादव, मल्हनी से लकी यादव, केराकत सुरक्षित से तूफानी सरोज, गाजीपुर के जंगीपुर से वीरेंद्र यादव व जमानिया से सपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह को चुनाव मैदान में उतारा गया है. चंदौली के सकलडीहा से प्रभुनाथ सिंह, भदोही से जाहिद बेग, सोनभद्र के रावटसगंज से अविनाश कुशवाहा, ओबरा से सुनील सिंह गौड़ व दुद्धी सुरक्षित सीट से विजय सिंह गौड़ को चुनाव मैदान में उतारा गया है.
अपराधिक छवि के नेताओं को भी दिया टिकट
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजमगढ़ से पूर्व सांसद व भाजपा से समाजवादी पार्टी में आने वाले रमाकांत यादव को आजमगढ़ के फूलपुर पवई विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा है. रमाकांत यादव पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और वह माफिया छवि के हैं. खास बात यह है कि इसी सीट से रमाकांत यादव के बेटे अरुण यादव भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर 2017 में विधायक निर्वाचित हुए थे. इसके अलावा आजमगढ़ से ही समाजवादी पार्टी ने वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव को एक बार फिर चुनाव मैदान में उतारा है. दुर्गा प्रसाद यादव भी आपराधिक छवि के हैं और उन पर कई मुकदमे पहले से दर्ज हैं. इसी प्रकार फैजाबाद के गोसाईगंज से समाजवादी पार्टी ने माफिया अभय सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है. अभय सिंह के खिलाफ भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.