लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार की देर शाम सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव के आवास पर पहुंचे. इस दौरान समाजवादी पार्टी संगठन की मजबूती और सपा संगठन में नेताओं की जिम्मेदारी देने को लेकर दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक बातचीत हुई. सपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि शिवपाल और अखिलेश के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई, जिसमें संगठन मजबूती से लेकर समाजवादी पार्टी के प्रदेश संगठन में नेताओं को जिम्मेदारी देने, शिवपाल के करीबी नेताओं के समायोजन को लेकर बातचीत हुई है.
इसके अलावा रामचरितमानस को लेकर उठे विवाद के बाद अखिलेश यादव ने शिवपाल सिंह यादव से बातचीत की और सियासी घटनाक्रम पर चर्चा की. शिवपाल सिंह यादव ने सपा के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान को उनका निजी बयान बताया था, जिसके बाद आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच हुई बातचीत में भी इस पर चर्चा हुई. इस पूरे मुद्दे को लेकर किस प्रकार से आगे बढ़ना है, इस पर भी बातचीत हुई है. इसके अलावा जाति जनगणना और नगर निकाय चुनाव, लोकसभा चुनाव सहित कई अन्य विषयों पर भी बातचीत हुई है.
समाजवादी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच जो बातचीत हुई है वह संगठन मजबूती से लेकर संगठन के स्तर पर चलने वाले आगामी अभियानों पर बातचीत हुई है. समाजवादी पार्टी ने आने वाले महीने में जाति जनगणना को बड़ा मुद्दा बनाते हुए एक आंदोलन की रूपरेखा भी बनाई है. मार्च में समाजवादी पार्टी जाति जनगणना के मुद्दे को लेकर आंदोलन करेगी और गांव-गांव अभियान चलाएगी.
इसके साथ ही 20 फरवरी से शुरू होने वाले योगी सरकार के बजट सत्र में समाजवादी पार्टी की रणनीति और जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर सड़क से लेकर सदन तक भारतीय जनता पार्टी को घेरने के विषय पर भी चर्चा हुई. समाजवादी पार्टी जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर सरकार को सदन में घेरने का काम करेगी. गन्ना किसानों का मुद्दा हो, कानून व्यवस्था का मुद्दा हो, महिला उत्पीड़न, बेरोजगारी सहित कई विषयों को लेकर समाजवादी पार्टी सदन में भारतीय जनता पार्टी को घेरने का काम करेगी.