लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जारी बयान में कहा है कि 'भाजपा ने विकास के दावे तो बहुत किए पर जमीन पर उसकी कहीं छाया तक नहीं दिखाई देती है. भाजपा का एजेण्डा जनता के हितों और समस्याओं से सम्बन्धित नहीं होता है. नतीजतन महंगाई और भ्रष्टाचार बढ़ने से हर ओर अराजक स्थिति पैदा हो रही है. हर कोई परेशान है. जनहित में कोई कदम उठाने के बजाय भाजपा अपने पुराने वादों और अपनी अकर्मण्यता को छुपाने के लिए नए तमाशे और इवेंट करती रहती है ताकि जनता उनकी चकाचौंध में बहकी रहे.'
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि 'भाजपा सरकार की कुनीतियों के दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं. बीते पांच साल में 47 प्रतिशत भारतीयों ने अपनी जीवन बीमा पॉलिसी या तो सरेंडर की या फिर उसे रिन्यू नहीं कराया है. लोगों के पास बीमा कवर घटता जा रहा है. 94 प्रतिशत लोगों के पास या तो कोई बीमा नहीं है या वह अपर्याप्त है. यही स्थिति प्रदेश में किसान फसल बीमा योजना की भी है. किसानों में इसकी मांग घटती जा रही है क्योंकि इससे किसानों से ज्यादा बीमा कम्पनियों को लाभ मिल रहा है. उन्होंने कहा कि खेती की लागत बढ़ती जा रही है. किसान को फसल का लागत मूल्य नहीं मिल रहा है. खेती किसानी के लिए आवश्यक उपकरणों तथा कीटनाशक, खाद-बीज, डीजल के दाम बढ़ने से किसान घाटे में है. किसान ओलावृष्टि, बाढ़ और सूखा से बर्बाद हो रहा है. फसल की क्षतिपूर्ति हेतु किसानों को मुआवजा न मिलने और एमएसपी के न मिलने से किसान आर्थिक रूप से कंगाल हो रहे हैं.'
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि 'भाजपा की डबल इंजन सरकार जनहित में कोई काम नहीं कर रही है. वह सत्ता में बने रहने के लिए पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं को ही लागू कर रही है. भाजपा सरकार समाजवादी सरकार के कामों को विज्ञापन जारी कर अपना बताने में लगी है. जनता अब भाजपाई खेल तमाशों से बहकने और भटकने वाली नहीं है. वह सन् 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को उसके झूठे वादों की याद न केवल दिलाएगी बल्कि झूठे वादे करने वाली भाजपा सरकार को भी हटायेगी.'