लखनऊ : समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 17 से 19 मार्च को कोलकाता में आयोजित की गई है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में संगठन मजबूती और नगर निकाय चुनाव लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा की जाएगी. साथ ही पार्टी के नेताओं को मिली जिम्मेदारी और सपा के तमाम संगठन से जुड़े विषयों पर बातचीत की जाएगी.
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी अन्य राजनीतिक दलों के साथ अलग-अलग राज्यों में गठबंधन अधिक पर भी मंथन करेगी, इसके अलावा जातीय समीकरण के साथ-साथ क्षेत्रीय सामाजिक संतुलन साधने के लिए समाजवादी पार्टी किन विषयों को लेकर अपनी रणनीति को आगे बढ़ाएगी, इस पर भी चर्चा की जाएगी. समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सभी राज्यों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. कोलकाता में होने वाली बैठक में तृणमूल कांग्रेस के साथ समाजवादी पार्टी के गठबंधन पर भी मंथन किए जाने की जानकारी मिल रही है.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में समाजवादी पार्टी राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक प्रस्ताव भी पेश करेगी. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों को जनविरोधी बताते हुए देशव्यापी अभियान चलाए जाने की बात भी कही जाएगी. इसके अलावा जाति जनगणना के मुद्दे को लेकर समाजवादी पार्टी देशव्यापी अभियान चलाने को लेकर मंथन करेगी और सभी राज्यों से आने वाले प्रतिनिधियों को अपने-अपने राज्यों में इस मुद्दे को धार देने का आह्वान करेगी.
समाजवादी पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि 'समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों को भी अपनाने की तैयारी कर रही है और इसका एक प्रस्ताव भी पास हो सकता है. इसके साथ ही कार्यकारिणी की बैठक में संवैधानिक संस्थाओं की कार्यप्रणाली और उसके बदलते स्वरूप को लेकर भी चर्चा होगी. देशभर में संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का मुद्दा उठाते हुए देशव्यापी अभियान चलाए जाने की बात कही जा सकती है,
लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर पार्टी को बदलाव और भविष्य में तीन प्रमुख मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना है, ऐसे तमाम विषयों पर इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चर्चा की जाएगी. डॉ राम मनोहर लोहिया, चौधरी चरण सिंह, मुलायम सिंह यादव के साथ ही डॉक्टर अंबेडकर के सिद्धांतों को कार्यप्रणाली में शामिल करने की तैयारी कर रही है. साथ ही पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के नाम पर प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने के प्रस्ताव पर भी मुहर लगाई जाएगी. कार्यकारिणी की बैठक में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, तमिलनाडु, दिल्ली, उत्तराखंड, झारखंड, राजस्थान, पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों में समाजवादी पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव व अन्य चुनाव में किए गए प्रतिभाग की भी रिपोर्ट वहां के प्रदेश अध्यक्षों की तरफ से रखी जाएगी.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता व विधायक रविदास मेहरोत्रा कहते हैं कि 'पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 17 से 19 मार्च तक कोलकाता में आयोजित की गई है. इस बैठक में देश की वर्तमान परिस्थितियों के साथ-साथ राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी. समाजवादी पार्टी जाति जनगणना के मुद्दे को देशभर में जनता के बीच ले जाने का फैसला करेगी. इसके अलावा जनता से जुड़े तमाम अन्य मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ देशभर में माहौल बनाने का काम करेगी. लोकसभा चुनाव को लेकर तीन राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन करना है और भविष्य की चुनौतियां हैं उन पर भी चर्चा की जाएगी. कोलकाता में कार्यकारिणी की बैठक होने के सवाल पर रविदास मेहरोत्रा कहते हैं कि देश भर की अलग-अलग प्रांतों में बैठक होती रही है. इस बार कोलकाता में बैठक किए जाने की बात उठी थी. ऐसे में इस बार वहां बैठक हो रही है. कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर वहां पर बातचीत की जाएगी.'