अयोध्या : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर राम मंदिर में आज से कार्यक्रमों का दौर शुरू हो चुका है. 13 जनवरी तक कार्यक्रम होते रहेंगे. सुबह रामलला के अभिषेक के बाद उनकी महाआरती की गई. रामलला सोने-चांदी के तारों से बनी पीतांबरी पहन कर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. लाखों राम भक्त इस खास पल का साक्षी बनने के लिए रामनगरी पहुंचे हैं. वहीं पीएम मोदी ने वर्षगांठ की शुभकामनाएं दी हैं.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर रामनगरी उत्सव में झूम रही है. 10 से अधिक राज्यों से आए भक्त रामलला के दर्शन का लाभ उठा रहे हैं. विदेशी फूलों से राम मंदिर की सजावट की गई है. 11 से 13 जनवरी तक राम मंदिर में चलने वाले कार्यक्रमों को लेकर वीआईपी दर्शन बंद कर दिए गए हैं. आम दर्शन सुबह 6.30 से रात 9.30 तक जारी रहेंगे.
पुजारियों ने किया रामलला का अभिषेक : आज के कार्यक्रम का शुभारंभ रामलला के स्नान, अभिषेक, पूजन और महाआरती के साथ किया गया. रोजाना की तरह रामलला की मंगला आरती और श्रृंगार आरती भी की गई. इसके बाद राम भक्तों के लिए कपाट खोल दिए गए. इसके बाद सुबह 10.20 बजे पंचामृत से रामलला का अभिषेक किया गया. इसमें दूध, दही, घी, शहद, शक्कर के साथ सरयू नदी का जल भी मिलाया गया.
इसके बाद रामलला को आज सोने-चांदी के तारों से बुनी गई पीतांबरी धारण कराई गई. हीरा पन्ना से जड़ित सोने के आभूषण व मुकुट भी पहनाया गया. 12:20 पर अभिजीत मुहूर्त में आरती उतारी गई. कार्यक्रम श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास और अन्य प्रमुख संतों की मौजूदगी में हुआ.
56 प्रकार के व्यंजनों का भोग : इसके बाद रामलला को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निर्धारित समय से देरी से पहुंचे. वह रामलला का अभिषेक नहीं कर सके. हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आ जाने के कारण वह नहीं पहुंच सके. पूरी अयोध्या नगरी और हर घर में रामलला की पूजा हो रही है. दोपहर 2:00 बजे प्रतिष्ठा द्वादशी के अन्य आयोजन प्रारंभ किए जाएंगे.
वहीं पीएम मोदी ने भी सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर वर्षगांठ की शुभकामनाएं दी हैं. पीएम ने लिखा है कि अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं. सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष से बना यह मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म की महान धरोहर है. मुझे विश्वास है कि यह दिव्य-भव्य राम मंदिर विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में एक बड़ी प्रेरणा बनेगा.
भक्तों को लुभा रहा मंदिर परिसर : श्री राम जन्मभूमि परिसर दिव्य और भव्य स्वरूप धारण कर भक्तों को आकर्षित रहा है. तीन दिवसीय वार्षिक उत्सव अर्थात पाटोत्सव दिव्य-भव्य और अविस्मरणीय हो रहा. आज पौष शुक्ल द्वादशी पर दोपहर 12:20 पर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव काल में भगवान रामलला का अभिषेक और आरती की गई. तीनों दिन 6 लाख श्रीराम बीज मंत्र का जाप कर 21 वैदिक आचार्य उत्सव को धार्मिकता से सराबोर करेंगे.
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष से बना यह मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म की महान धरोहर है। मुझे विश्वास है कि यह दिव्य-भव्य राम मंदिर विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में एक… pic.twitter.com/DfgQT1HorT
— Narendra Modi (@narendramodi) January 11, 2025
रोजाना होगा रामलला का बधाई गान : इसी के साथ ही 11 वेदिक शुक्ल यजुर्वेद मध्यान्दिन शाखा के 40 अध्याय से संबंधित 1975 मंत्र से अग्नि में आहुति दी जा रही है. हर आहुति विश्व मानव कल्याण को समर्पित है. इसमें अयोध्या नगर निगम के महापौर गिरीशपति त्रिपाठी सपत्नी मुख्य यजमान हैं. इसके अतिरिक्त नित्य हनुमान चालीसा, श्रीराम स्त्रोत, पुरुष सूक्त, आदित्य हृदय सूक्त, विष्णु सहस्त्रनाम का भी परायण तीनों दिन किया जाएगा. नित्य शाम 6:00 से 9:00 तक भगवान रामलला का बधाई गान होगा.
अंगद टीले पर दोपहर 2 बजे राम कथा : कार्यक्रम अलग-अलग पांच स्थानों पर होंगे. इनमें यज्ञ मंडप और राम मंदिर के अंदर विराजमान रामलला स्थल पर आमंत्रित लोग ही शामिल हो रहे हैं. यात्री सुविधा केंद्र और अंगद टीले के प्रांगण में होने वाले कार्यक्रम में आमजन शामिल हो रहे हैं. यहां दोपहर 2 बजे से डेढ़ घंटा राम कथा होगी. इसके बाद मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवन पर आधारित आध्यात्मिक विषयों पर प्रवचन होगा. शाम के समय सांस्कृतिक कार्यक्रम से भगवान राम के विभिन्न प्रसंगों की प्रस्तुति की जाएगी. आज विख्यात कवि और कथाकार डॉक्टर कुमार विश्वास मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम से संबंधित प्रसंग सुनाएंगे.
महाराष्ट्र की वेदिका को देख हैरान रह गए लोग : वहीं वर्षगांठ महोत्सव को मनाने के लिए कई भक्त भी खास अंदाज में रामनगरी पहुंचे. महाराष्ट्र के राम भक्तों में रामलला के प्रतीकात्मक स्वरूप वाली बच्ची लोगों का ध्यान खींच रही है. बच्ची का नाम वेदिका है. मां दीक्षा ने बताया कि हमारे आसपास के लोग यह कहते हैं कि हमारी बेटी का चेहरा रामलला की मूर्ति से मिलता है. बेटी खुद को रामलला का हमशक्ल दोस्त मानती है.
मां ने बताया कि बेटी के मन में रामलला के प्रति अपार श्रद्धा है. इसे देखते हुए बेटी के लिए खास कपड़ों और आभूषणों का इंतजाम किया. अयोध्या पहुंचकर काफी गर्व महसूस हो रहा है. वेदिका कहती हैं कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का सच्चा अनुसरण करना उनका धर्म है, वह अपने आराध्य के लिए इतना तो कर ही सकती हैं. कहा कि माता शबरी के बेर खाओगे तो पुरुषोत्तम भी कहलाओगे.
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