लखनऊ: समाजवादी पार्टी की विधानसभा चुनाव 2022 के उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में भी जातीय समीकरण साधने की पूरी कोशिश की गई है. सियासी समर में उम्मीदवारों को जातीय समीकरण के हिसाब से चुनाव मैदान में उतारा गया है, ताकि समाजवादी पार्टी की चुनावी नैय्या आसानी से पार हो सके. खास बात यह है कि समाजवादी पार्टी ने रेप के सजायाफ्ता पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी को अमेठी से चुनाव मैदान में उतारा है.
39 उम्मीदवारों की लिस्ट में 13 उम्मीदवार अनुसूचित जाति के चुनाव मैदान में उतारे गए हैं. ब्राह्मण समाज से 5 और क्षत्रिय बिरादरी से 4 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे गए हैं. जबकि गैर यादव ओबीसी समाज के 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. दो नेताओं को यादव बिरादरी से टिकट दिया गया है. इसके अलावा दो उम्मीदवार श्रीवास्तव हैं तो एक उम्मीदवार मुस्लिम समाज से हैं.
सबसे खास बात यह है कि समाजवादी पार्टी ने रेप के सजायाफ्ता पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी को अमेठी से चुनाव मैदान में उतारा है. रेप केस में न्यायालय ने गायत्री प्रसाद प्रजापति को सजा सुनाई है और वह पिछले काफी समय से जेल में बंद हैं. गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी महराजी प्रजापति को अमेठी से समाजवादी पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है.
वही गोंडा से समाजवादी पार्टी सरकार में पूर्व मंत्री रहे बाहुबली स्वर्गीय पंडित सिंह के बेटे सूरज सिंह को चुनाव मैदान में उतारा गया है. राजधानी लखनऊ के गोसाईगंज में परशुराम की मूर्ति और मंदिर बनवाने वाले सुल्तानपुर के लंभुआ क्षेत्र से पूर्व विधायक संतोष पांडे को लम्हों से ही चुनाव मैदान में उतारा गया है, जबकि अयोध्या से पवन पांडे को टिकट दिया गया है. प्रतापगढ़ के कुंडा क्षेत्र से रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के कभी करीबी रहे गुलशन यादव को भी चुनाव मैदान में उतारा गया है.