लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 में चंद महीने ही बचे हैं. राजनीतिक दल अब युवाओं के सहारे अपना वोट बैंक साधने में जुटे हैं. राजनीतिक दलों के छात्र संगठन अपने जनाधार को बढ़ाने के लिए युवाओं को जोड़ने की जुगत में लगे हुए हैं. समाजवादी छात्रसभा की ओर से पूरे प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में छात्र जागरुकता अभियान चलाकर उनको जागरूक किया जा रहा है.
सोमवार को विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं से संपर्क के जरिए समाजवादी छात्रसभा लखनऊ की ओर से जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई. लखनऊ के समस्त शिक्षण संस्थानों में जिलाध्यक्ष महेन्द्र कुमार यादव के नेतृत्व में जागरूकता अभियान चलाया गया. महेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि 27 सितंबर से शुरू हुआ यह अभियान 2 अक्टूबर तक सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से चलेगा. समाजवादी छात्रसभा लखनऊ द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, शकुंतला मिश्रा यूनिवर्सिटी, बीबीडी यूनिवर्सिटी, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, चंद्र भानु गुप्त कृषि महाविद्यालय बीकेटी, जीसीआरजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट बीकेटी, महामाया राजकीय महाविद्यालय महोना, केकेसी महाविद्यालय, केकेवी महाविद्यालय, डीएवी महाविद्यालय, शिया पीजी कॉलेज, क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज, महाराजा बिजली पासी महाविद्यालय सरोजिनी नगर, भालचंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट दुबग्गा मलिहाबाद, राजकीय आईटीआई मोहनलालगंज, रामा डिग्री कॉलेज अटेशुवा बीकेटी, कुंवर आसिफ अली डिग्री कॉलेज मलिहाबाद, हीरा लाल डिग्री कॉलेज सरोजनी नगर आदि शिक्षण संस्थानों में अभियान चलाया गया.
इस दौरान राजधानी के महाराजा बिजली पासी महाविद्यालय प्रशासन और समाजवादी छात्र सभा के बीच जमकर टकराव हुआ. समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ता जागरूकता अभियान के तहत यहां पहुंचे थे. इस दौरान उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया. दोनों पक्षों के बीच टकराव हुआ. हालांकि, बाद में कार्यकर्ताओं को बैरंग वापस लौटना पड़ा.