लखनऊ: जिले के डॉ. राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में अफसर से लेकर कर्मचारियों तक की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ गई है. हालत यह है कि कोरोना काल में ड्यूटी करने वाले नियमित कर्मचारियों की सैलरी काट ली गई है. कर्मचारियों ने रोटेशन के तहत काम किया था.
लोहिया संस्थान में सैकड़ों की संख्या में नियमित कर्मचारी हैं. इसमें पैरामेडिकल स्टाफ़ सबसे ज्यादा है. रोटेशन के हिसाब से लगाई गई ड्यूटी में नर्स और दूसरे पैरामेडिकल स्टाफ ने ड्यूटी चार्ट के हिसाब से काम किया. ड्यूटी के बाद 14 दिन क्वारंटाइन में रहे. आरोप है कि 41 नर्सों के वेतन में 10 से लेकर 25 हजार तक की कटौती की गई है. कटौती को लेकर नर्सों ने अकाउंट दफ्तर में जाकर आपत्ति जाहिर की.
इस पूरे मामले को लेकर के नर्सों ने निदेशक से भी आपत्ति जाहिर की है. नर्सों का आरोप है कि अधिकारी और वार्ड के जिम्मेदार लोगों ने ड्यूटी लगाई. इसके बावजूद उन्हें गैर हाजिर दिखा दिया गया. वहीं लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने बताया कि मामला संज्ञान में है समस्या को जल्द ही दूर कर लिया जाएगा.