लखनऊः सहकार भारती उत्तर प्रदेश का तीन दिवसीय अधिवेशन 17 दिसंबर को शुरू होगा. केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह इस अधिवेशन का शाम 5:00 बजे शुभारंभ करेंगे. राजकीय पॉलिटेक्निक लखनऊ में इस अधिवेशन की भव्य तैयारियां चल रही हैं. अधिवेशन के लिए पूरे पालीटेक्निक परिसर को सजाया जा रहा है. अधिवेशन में 300 से अधिक स्टॉल लगेंगे.
इस संदर्भ में पत्रकारों से वार्ता करते हुए सहकार भारती के राष्ट्रीय महासचिव उदय जोशी ने बताया कि पहली बार उत्तर प्रदेश में सहकार भारती का राष्ट्रीय अधिवेशन होने जा रहा है. इसमें यहां के कार्यकर्ताओं के लिए पथ प्रदर्शक योजना तैयार होगी.
अधिवेशन में सहकारिता के पुनरुत्थान के लिए मार्गदर्शन मिलेगा और चार प्रमुख प्रस्ताव पारित किए जाएंगे. अधिवेशन में केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्व सर कार्यवाह भैया जी जोशी और प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा शिरकत करेंगे. इसके अलावा शीर्षस्थ सहकारी संस्थाओं अमूल, इफको और कृभको के प्रमुख भी शिरकत करेंगे.
उदय जोशी ने बताया कि देश और प्रदेश में सहकारिता के क्षेत्र में सुधार की जरूरत है. सहकारिता के क्षेत्र में प्रतिष्ठित कंपनियों की सक्सेस स्टोरी पर भी चर्चा होगी. अधिवेशन में 3000 कार्यकर्ता शिरकत करेंगे.
उन्होंने बताया कि सहकारिता के अलावा स्वयं सहायता समूहों को भी अधिवेशन से जोड़ा गया है. स्वयं सहायता समूह के उत्पादों के 300 स्टाल लगेंगे. इन उत्पादों की बिक्री के लिए सिंपली देसी के नाम से ब्रांड तैयार किया गया है.
इसे ही प्लेटफार्म में उपलब्ध कराया जाएगा. 18 दिसंबर को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्व सर कार्यवाह भैया जी जोशी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर समापन करेंगे. इस अवसर पर सहकारिता को दिशा देने वाले डॉ. वर्गीज कुरियन से जुड़ी प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी.
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