ETV Bharat / state

रोडवेज कर्मियों ने किया प्रशासन का सम्मान ठुकराने का एलान, अधिकारी हो सकते हैं परेशान

लखनऊ में सड़क परिवहन निगम प्रशासन मंगलवार को उत्कृष्ट चालक-परिचालकों का सम्मान समारोह आयोजित कर रहा है. कार्यक्रम होने से पहले ही रोडवेज की कई यूनियनों ने सम्मान समारोह का बहिष्कार करने का एलान कर दिया है.

author img

By

Published : Oct 21, 2019, 7:06 PM IST

सड़क परिवहन निगम प्रशासन.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम प्रशासन मंगलवार को उत्कृष्ट चालक-परिचालकों का सम्मान समारोह आयोजित कर रहा है. इस समारोह में राजधानी परिक्षेत्र के 120 चालक-परिचालकों को सम्मानित किया जाना है. कार्यक्रम होने से पहले ही रोडवेज की कई यूनियनों ने सम्मान समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है.

रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद और संविदा चालक-परिचालक कर्मचारी संघर्ष यूनियन दोनों ने ही सम्मान समारोह में हिस्सा नहीं लेने की घोषणा की है. अब ऐसे में निगम प्रशासन के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है कि किस तरह से सम्मान समारोह को सफल बनाया जाए.

रोडवेज कर्मियों ने किया प्रशासन का सम्मान ठुकराने का ऐलान.
कई यूनियन ने सम्मान समारोह का किया बहिष्कार
संविदा चालक-परिचालक कर्मचारी संघर्ष यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने रोडवेज प्रशासन की तरफ से आयोजित होने वाले इस सम्मान समारोह का विरोध किया है. उनका कहना है कि 'मैं परिवहन निगम की इस नीति का विरोध कर रहा हूं. यह जो झुनझुना देने जा रहे हैं सर्वथा गलत है. आप अगर कर्मचारियों के सच्चे हितैषी हैं तो उनकी मूलभूत सुविधाओं की तरफ ध्यान दें.'

'भाजपा सरकार में त्योहारों पर नहीं मिलते एक भी रुपये'
कौशलेंद्र प्रताप ने बताया कि भाजपा की सरकार बने 3 साल हो गया. पहले कर्मचारियों को मिठाई खाने के लिए दीपावली पर हर साल पांच सौ या एक हजार रुपये मिलता था, लेकिन भाजपा की सरकार बनते ही यह योजना बंद कर दी गई. किसी भी कर्मचारी को एक रुपये भी त्योहारों पर नहीं मिला है, जो मिल रहा है उस पर इतनी शर्तें लगाई जाती हैं कि उन शर्तों पर हमारा कर्मचारी परेशान हो जाता है. आपकी कोई नीति सही नहीं है न आप कर्मचारी नेताओं से कोई सलाह लेकर नीति बनाना चाहते हैं.

'फेसबुक पर फोटो वाहवाही लेने के लिए करते हैं अपलोड'
कौशलेंद्र का कहना है कि निगम प्रशासन केवल अपना फोटो फेसबुक पर वाहवाही लेने के लिए अपलोड करते हैं. कर्मचारियों से कहते कुछ और करते कुछ और हैं. पूरे प्रदेश में 8500 लोग उत्कृष्ट हैं. अधिकारियों ने अपने चहेतों का नाम डालकर अलग उत्कृष्टता की एक सूची बनाई है उसमें भी तोड़फोड़ किया जा रहा है. अगर आप उत्कृष्ट कर्मचारियों को सम्मानित करना चाह रहे थे तो पूरे प्रदेश में 8500 लोग हैं उन्हें सम्मान दीजिए हम उस पर सहमत हैं.


पुरस्कार की बात है हम तो अपने संविदा कर्मचारियों से कहते हैं कि इतना बेइज्जत होने के बावजूद आप पुरस्कार के लिए दौड़ रहे हैं. अभी मुख्यालय में गए थे आप के नेताओं को समझा-बुझाकर भेज दिया गया. संविदा कर्मचारियों को भी समझा ही दिया जा रहा है. पहले वार्ता में कई मांगों पर सहमति बनी थी उन्हें अभी तक इम्प्लीमेंट नहीं किया गया. कब तक आप हमें बेवकूफ बनाओगे.
-रजनीश मिश्रा, रोडवेज कर्मचारी शाखा अध्यक्ष

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम प्रशासन मंगलवार को उत्कृष्ट चालक-परिचालकों का सम्मान समारोह आयोजित कर रहा है. इस समारोह में राजधानी परिक्षेत्र के 120 चालक-परिचालकों को सम्मानित किया जाना है. कार्यक्रम होने से पहले ही रोडवेज की कई यूनियनों ने सम्मान समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है.

रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद और संविदा चालक-परिचालक कर्मचारी संघर्ष यूनियन दोनों ने ही सम्मान समारोह में हिस्सा नहीं लेने की घोषणा की है. अब ऐसे में निगम प्रशासन के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है कि किस तरह से सम्मान समारोह को सफल बनाया जाए.

रोडवेज कर्मियों ने किया प्रशासन का सम्मान ठुकराने का ऐलान.
कई यूनियन ने सम्मान समारोह का किया बहिष्कार
संविदा चालक-परिचालक कर्मचारी संघर्ष यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने रोडवेज प्रशासन की तरफ से आयोजित होने वाले इस सम्मान समारोह का विरोध किया है. उनका कहना है कि 'मैं परिवहन निगम की इस नीति का विरोध कर रहा हूं. यह जो झुनझुना देने जा रहे हैं सर्वथा गलत है. आप अगर कर्मचारियों के सच्चे हितैषी हैं तो उनकी मूलभूत सुविधाओं की तरफ ध्यान दें.'

'भाजपा सरकार में त्योहारों पर नहीं मिलते एक भी रुपये'
कौशलेंद्र प्रताप ने बताया कि भाजपा की सरकार बने 3 साल हो गया. पहले कर्मचारियों को मिठाई खाने के लिए दीपावली पर हर साल पांच सौ या एक हजार रुपये मिलता था, लेकिन भाजपा की सरकार बनते ही यह योजना बंद कर दी गई. किसी भी कर्मचारी को एक रुपये भी त्योहारों पर नहीं मिला है, जो मिल रहा है उस पर इतनी शर्तें लगाई जाती हैं कि उन शर्तों पर हमारा कर्मचारी परेशान हो जाता है. आपकी कोई नीति सही नहीं है न आप कर्मचारी नेताओं से कोई सलाह लेकर नीति बनाना चाहते हैं.

'फेसबुक पर फोटो वाहवाही लेने के लिए करते हैं अपलोड'
कौशलेंद्र का कहना है कि निगम प्रशासन केवल अपना फोटो फेसबुक पर वाहवाही लेने के लिए अपलोड करते हैं. कर्मचारियों से कहते कुछ और करते कुछ और हैं. पूरे प्रदेश में 8500 लोग उत्कृष्ट हैं. अधिकारियों ने अपने चहेतों का नाम डालकर अलग उत्कृष्टता की एक सूची बनाई है उसमें भी तोड़फोड़ किया जा रहा है. अगर आप उत्कृष्ट कर्मचारियों को सम्मानित करना चाह रहे थे तो पूरे प्रदेश में 8500 लोग हैं उन्हें सम्मान दीजिए हम उस पर सहमत हैं.


पुरस्कार की बात है हम तो अपने संविदा कर्मचारियों से कहते हैं कि इतना बेइज्जत होने के बावजूद आप पुरस्कार के लिए दौड़ रहे हैं. अभी मुख्यालय में गए थे आप के नेताओं को समझा-बुझाकर भेज दिया गया. संविदा कर्मचारियों को भी समझा ही दिया जा रहा है. पहले वार्ता में कई मांगों पर सहमति बनी थी उन्हें अभी तक इम्प्लीमेंट नहीं किया गया. कब तक आप हमें बेवकूफ बनाओगे.
-रजनीश मिश्रा, रोडवेज कर्मचारी शाखा अध्यक्ष

Intro:रोडवेज कर्मियों ने किया रोडवेज प्रशासन का सम्मान ठुकराने का ऐलान, अधिकारी हो सकते हैं परेशान!

लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम प्रशासन कल उत्कृष्ट चालक-परिचालकों का सम्मान समारोह आयोजित कर रहा है। लखनऊ परिक्षेत्र के 120 चालक-परिचालकों को सम्मानित किया जाना है, लेकिन कार्यक्रम से पहले ही रोडवेज की कई यूनियनों ने सम्मान समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद हो या फिर संविदा चालक- परिचालक कर्मचारी संघर्ष यूनियन, दोनों ने ही सम्मान समारोह में हिस्सा नहीं लेने की घोषणा की है। अब ऐसे में निगम प्रशासन के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है कि किस तरह से सम्मान समारोह को सफल बनाया जाए।




Body:संविदा चालक-परिचालक कर्मचारी संघर्ष यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने रोडवेज प्रशासन की तरफ से आयोजित होने वाले इस सम्मान समारोह का विरोध किया है। उनका कहना है कि मैं परिवहन निगम की इस नीति का विरोध कर रहा हूं। यह जो लॉलीपॉप झुनझुना देने जा रहे हैं सर्वथा गलत है। आप अगर कर्मचारियों के सच्चे हितैषी हैं तो उनकी मूलभूत सुविधाओं की तरफ ध्यान दें। यह सम्मान करने से कुछ नहीं होगा। आप ड्राइवर कंडक्टरों से कह रहे हैं कि पत्नियों को लेकर सम्मान समारोह में आओ, तो हमारे यहां 10000 से ₹12000 पाने वाले कर्मचारी जो किसी तरह से लखनऊ में रहकर जीविकोपार्जन करता है वह अपने परिवार को गांव पर रखता है। वह अपनी पत्नी को लेकर आएगा, ले जाएगा इसमें 2000 से ₹3000 खर्च होगा। ऐसे कार्यक्रम करने से क्या फायदा जिसमें करोड़ों रुपए बर्बाद हो जाएं और कर्मचारियों का एक रुपए का भी फायदा ना हो। भाजपा की सरकार बने 3 साल हो गया। पहले कर्मचारियों को मिठाई खाने के लिए दीपावली पर हर साल ₹500 या 1000 मिलता था, लेकिन भाजपा की सरकार बनते ही यह योजना बंद कर दी गई। किसी भी कर्मचारी को ₹1 भी त्योहारों पर नहीं मिला है जो मिल रहा है उस पर इतनी शर्ते लगाई जाती हैं कि उन शर्तों पर हमारा कर्मचारी परेशान हो जाता है। आपकी कोई नीति सही नहीं है न आप कर्मचारी नेताओं से कोई सलाह लेकर नीति बनाना चाहते हैं। आप केवल अपना फोटो फेसबुक पर वाहवाही लेने के लिए करते हैं। कर्मचारियों से कहते कुछ और करते कुछ और हैं। पूरे प्रदेश में 8500 लोग उत्कृष्ट हैं। अधिकारियों ने अपने चहेतों का नाम डालकर अलग उत्कृष्टता की एक सूची बनाई है उसमें भी तोड़फोड़ किया जा रहा है। अगर आप उत्कृष्ट कर्मचारियों को सम्मानित करना चाह रहे थे तो पूरे प्रदेश में 8500 लोग हैं उन्हें सम्मान दीजिए हम उस पर सहमत हैं।

बाइट: कौशलेंद्र प्रताप सिंह: क्षेत्रीय अध्यक्ष, संविदा चालक- परिचालक कर्मचारी संघर्ष यूनियन



Conclusion:पुरस्कार की बात है हम तो अपने संविदा कर्मचारियों से कहते हैं कि इतना बेइज्जत होने के बावजूद आप पुरस्कार के लिए दौड़ रहे हैं। अभी मुख्यालय में गए थे आप के नेताओं को समझा-बुझाकर भेज दिया। एक भी मांग को प्रबंधन ने नहीं सुना। क्या चाहे रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद नेता की हो या इम्प्लाइज यूनियन की, किसी भी संगठन को बुलाकर वार्ता करने के बाद केवल समझा कर भेज दिया जाता है। संविदा कर्मचारियों को भी समझा ही दिया जा रहा है। पूर्व में वार्ता में कई मांगों पर सहमति बनी थी उन्हें अब तक इम्प्लीमेंट नहीं किया गया। कब तक आप हमें बेवकूफ बनाओगे।

बाइट: रजनीश मिश्रा: शाखा अध्यक्ष, रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद

ये है उत्कृष्टता का मानक

जिन चालक-परिचालकों को सम्मानित किया जाना है उनके उत्कृष्टता का मानक ये तय किया गया है कि जो कर्मचारी साल में 78000 किलोमीटर और 288 दिन की सेवा करेगा वह उत्कृष्ट माना जाएगा। इन में लखनऊ परिक्षेत्र के 120 ड्राइवर-कंडक्टर शामिल हैं।

अखिल पांडेय, लखनऊ, 93368 64096
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.