लखनऊ: उत्तर प्रदेश में टोल टैक्स बढ़ने के बाद परिवहन निगम अधिकारियों की तरफ से कंडक्टरों को विभिन्न रूटों पर साधारण और एसी बसों में बढ़ा हुआ किराया वसूलने के मौखिक निर्देश जारी कर दिए गए है. इसके बाद परिचालक प्रति यात्री 1 रुपए टोल टैक्स के रूप में यात्रियों से वसूलने लगे हैं. इसके बाद परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने साफ कर दिया कि किसी तरह का कोई किराया नहीं बढ़ा है, लेकिन परिवहन मंत्री की बात को किनारे रखकर अधिकारी अभी भी कंडक्टरों से बढ़ा किराया वसूलने के लिए कह रहे हैं. जब कंडक्टर यात्रियों से बढ़ा किराया मांगते हैं तो यात्रियों और कंडक्टर में मारपीट तक की नौबत आ रही है. अब इस पर अधिकारी कोई जवाब भी नहीं दे रहे हैं. यह परिचालकों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है.
टोल टैक्स के बहाने उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने यात्रियों से ज्यादा किराया वसूल करना शुरू कर दिया. यहां तक कि यह भी सामने आ गया है कि किन-किन रूटों पर रोडवेज बस का कितना-कितना किराया बढ़ाया गया है. यात्रियों से बढ़े किराए की वसूली भी शुरू हो गई लेकिन परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह का इसके बाद बयान आया कि रोडवेज में किसी तरह का कोई भी किराया नहीं बढ़ाया गया है.
यात्रियों से पहले की तरह किराया वसूल किया जा रहा है. जब यह बात सामने आई तो यात्रा के दौरान अब परिचालक यात्रियों से अपने अधिकारियों के निर्देश के मुताबिक टोल टैक्स के नाम पर बढ़ा किराया मांग रहे हैं तो यात्री परिवहन मंत्री के बयान का हवाला देकर किसी तरह का अतिरिक्त किराया न देने की जिद पर अड़ जा रहे हैं. इस बात को लेकर आए दिन विभिन्न रूटों पर यात्रियों और कंडक्टरों के बीच कहासुनी हो रही है और मारपीट तक की नौबत आ जा रही है. अब कंडक्टर अधिकारियों से शिकायत कर रहे हैं कि या तो लिखित आदेश जारी किया जाए कि बसों का टोल टैक्स के नाम पर अतिरिक्त किराया वसूलना है तो वही यात्रियों को दिखाकर किराया वसूल किया जाए या फिर परिवहन मंत्री ने जो बयान दिया है उसी के आधार पर अतिरिक्त किराए की वसूली न की जाए.
रोडवेज के परिचालक उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह से ट्वीट के जरिए शिकायत कर रहे हैं. लिखते हैं कि परिवहन मंत्री इस मामले को संज्ञान में लें. यात्रियों को परिवहन निगम परेशान कर रहा है. बढ़ा किराया लागू नहीं किया गया फिर भी परिचालकों से आरएम के मौखिक आदेश के बाद वरिष्ठ केंद्र प्रभारी बढ़ा किराया वसूल करने के लिए कहते हैं. इससे संबंधित कोई लिखित आदेश भी जारी नहीं किया गया है, जिससे परिचालकों के साथ यात्री झगड़ा करते हैं. बस के अंदर यात्री जवाब मांगते हैं कि जब परिवहन मंत्री ने कोई आदेश नहीं दिया तो एमडी और आरएम बढ़ा किराया कैसे लागू कर सकते हैं. परिवहन निगम के लखनऊ रीजन की तरफ से कुछ दिन पहले ही विभिन्न रूटों का किराया जारी कर दिया गया था
बसों का किराया
जिला पहले अब
अयोध्या 184 187 (साधारण बस)
प्रयागराज 249 285 (साधारण बस)
प्रयागराज 375 425 (एसी बस)
दिल्ली 682 688 (साधारण बस)
दिल्ली 999 1005 (एसी बस)
कानपुर 114 115 (साधारण बस)
कानपुर 172 172 (एसी बस)
गोरखपुर 359 371 (साधारण बस)
गोरखपुर 549 560 (एसी बस)
वाराणसी 361 367 (साधारण बस)
वाराणसी - 549 (एसी बस)
बलिया 477 487 (साधारण बस)
बलिया - 728 (एसी बस)
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