मेरठ : सामूहिक नरसंहार के बाद पांच शव घर पहुंचे तो हर आंख नम हो गई. सबकी जुबां पर वारदात की भयावहता का जिक्र था. शव को कब्रिस्तान तक ले जाने के लिए मस्जिदों से 5 लोहे की चारपाई मंगवाई गई. इसके बाद वहां आसपास ही सभी की कब्रें खोदी गईं. वहीं पुलिस ने दंपत्ति और 3 बेटियों की हत्या के मामले में मोईन के भाई पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. मोईन की पत्नी के हापुड़ निवासी भाई ने नामजद मुकदमा दर्ज कराया है.
सबकी जुबां पर नरसंहार की चर्चा : वारदात के बाद शुक्रवार को सभी के शव पोस्टमार्टम के बाद एंबुलेंस से कॉलोनी में पहुंचे. इसके बाद नहलाने (गुसुल) कराने के बाद शवों को कफन में लपेटा गया. पास में एक शादी मंडप में सभी शवों को कुछ देर परिजनों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. इसके बाद मस्जिदों से 5 लोहे की चारपाई मंगवा कर शवों को दफन करने के लिए ले जाया गया. इस दौरान काफी संख्या में लोगों की भीड़ मौजूद रही. सबकी जुबां पर इस जघन्य अपराध की चर्चा थी.
घर का लेंटर पड़ने पर सभी को खिलाई थी मिठाई : स्थानीय लोगों के अनुसार मोईनअच्छा आदमी था. उसका किसी से कोई लड़ाई नहीं थी. 2 महीने पहले ही वह यहां सोहेल गार्डन में आकर रहने लगा था. घर बनाने की तैयारी कर रहा था. घर का लेंटर पड़ने पर सभी को मिठाई भी खिलाई थी. मारने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए, बच्चों को मारते समय भी उसके हाथ नहीं कांपे.
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आसमा के भाई ने दर्ज कराया मुकदमा : एसएसपी डॉक्टर विपिन ताड़ा ने बताया कि मोईन के अन्य रिश्तेदार परिजन घटनास्थल पर पहुंचे थे, लेकिन मोईन का भाई नईम फरार ही चल रहा है. आसमा के भाई शमीम ने नामजद तहरीर देकर अपने जीजा के भाई नईम, तसलीम और भाभी नजराना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. तसलीम व नजराना को पुलिस ने हिरासत में लिया है. मुख्य आरोपी नईम फरार है. एसएसपी का कहना है कि प्राथमिक जांच में हत्या का कारण 4 लाख रुपये के लेनदेन और पारिवारिक विवाद है. नईम की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है.
गिरफ्तारी के लिए 4 टीमों का गठन : मोइन के 4 भाई सलीम, अमजद, कलीम, मोमिन हैं, जबकि दो सौतेले भाई हैं. इनमें एक का नाम नईम है जबकि दूसरे का नाम तसलीम है. पुलिस की अभी तक की जांच में नईम ही मुख्य आरोपी है. उसकी गिरफ्तारी के लिए 4 टीमों का गठन किया गया है. दिल्ली और उत्तराखंड समेत अन्य जगहों पर उसकी तलाश की जा रही है. आरोपी का फोन बंद है.
अब जानिए क्या है पूरा मामला : लिसाड़ी गेट की सुहैल गार्डन कॉलोनी में गुरुवार को मोईन, उसकी पत्नी आसमा और 3 बच्चे अफ्सा (8), अजीजा (4) और अदीबा (1) की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. बच्चों की लाशों को बेड के बॉक्स में छिपाया गया था. बच्चों की लाशें बोरी में बंधी थीं. वारदात के बाद एसएसपी समेत अन्य अफसरों ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की थी. फोरेंसिक और डॉग स्क्वायड की टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए थे. सभी की हत्या गला रेतकर की गई थी.
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